सर्वांग स्वास्थ्य लाभ हेतु रामबाण औषधि है ये कमल बीज-कंद की सब्जी
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
झारखंड । यह कमलिनी कन्द सब्जी नहीं सर्वांग स्वास्थ्य लाभ का खजाना है। वनौषधीय विशेषज्ञों की माने तो डायबिटीज और पेट की बीमारी मिनटों में कर देगी छूमंतर!
डॉ दीप्ति नामदेव ने लोकल18 से कहा कि कमल की जड और फूल के बीजो का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए लाभदायक होता है. इसमें फोलिक एसिड की मात्रा अधिक पाई जाती हैं. जो भ्रण के विकास का मुख्य घटक होते हैं. यह डायबिटीज ,अपच और कब्ज की समस्या के लिए काल मानी गई है.
कमल का फूल भले ही कीचड़ में उगता है. लेकिन, ये फूल औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है. इससे भी अधिक गुणवान इसकी जड़ें होती हैं. जिन्हें कमल ककड़ी कहा जाता है.
कमल का फूल भले ही कीचड़ में उगता है. लेकिन, ये फूल औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है. इससे भी अधिक गुणवान इसकी जड़ें होती हैं. जिन्हें कमल ककड़ी कहा जाता है.
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में कमल के फूल,उसके बीज और जड़ो को पोषक तत्वों का भरपूर स्त्रोत माना गया है. जिसका सेवन करने से शरीर को स्वास्थ्य लाभ मिलता है.
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में कमल के फूल,उसके बीज और जड़ो को पोषक तत्वों का भरपूर स्त्रोत माना गया है. जिसका सेवन करने से शरीर को स्वास्थ्य लाभ मिलता है.
करीब 2 सालों से तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ दीप्ति नामदेव के मुताबिक कमल के फूल के बीजो का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए लाभदायक होता है. क्योंकि, इसमें फोलिक एसिड की मात्रा अधिक पाई जाती हैं. जो भ्रण के विकास का मुख्य घटक होते हैं.
करीब 2 सालों से तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ दीप्ति नामदेव के मुताबिक कमल के फूल के बीजो का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए लाभदायक होता है. क्योंकि, इसमें फोलिक एसिड की मात्रा अधिक पाई जाती हैं. जो भ्रण के विकास का मुख्य घटक होते हैं.
आयुर्वेद चिकित्सक ने आगे बताया कि कमल की जड़े शुगर कंट्रोल,अपच और कब्ज की समस्या के लिए काल मानी गई है. जिसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम पाई जाती है,फाइबर हाई होता है, जो वजन कंट्रोल करने मे सहायक होता है.
आयुर्वेद चिकित्सक ने आगे बताया कि कमल की जड़े शुगर कंट्रोल,अपच और कब्ज की समस्या के लिए काल मानी गई है. जिसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम पाई जाती है,फाइबर हाई होता है, जो वजन कंट्रोल करने मे सहायक होता है