CM शिंदे लगातार कर रहे खेल, बैठे-बैठे बढ़ा दी शिवसेना की ताकत
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति सरकार के बीच तनाव के बावजूद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बड़ी सफलता मिली है. जुन्नार के निर्दलीय विधायक शरद सोनवणे शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए हैं.
शिवसेना की ताकत बढ़ी, विधायकों की घर वापसी!
न्यूज18 मराठी: महाराष्ट्र में अभी महायुति की सरकार है. देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के बीच नाराजगी की खबर है. महायुति सरकार बनने के बाद से ही शिवसेना, भाजपा और अजित पवार गुट के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. कभी शिंदे और फडणवीस की नाराजगी की खबर आती है तो कभी अजित पवार और शिंदे में तकरार की. इस बीच अब एकनाथ शिंदे को बड़ी खुशखबरी मिली है. महायुति में एकनाथ शिंदे अजित पवार पर भारी पड़े हैं. शिंदे लगातार अपना कुनबा बढ़ा रहे हैं.
दरअसल, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना को एक और विधायक मिल गया है. महाराष्ट्र के जुन्नार के निर्दलीय विधायक शरद सोनवणे सार्वजनिक रूप से एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हो गए हैं. पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही है कि जुन्नार विधायक शिवसेना शिंदे गुट में शामिल होंगे. आखिरकार ऐसा ही हुआ. शुक्रवार को शरद सोनवणे ने शिंदे गुट का दान थाम लिया. इस दौरान खुद एकनाथ शिंदे मौजूद रहे.
इतना ही नहीं, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष देवराम लांडे और नारायणगांव के सरपंच बाबू पाटे ने भी विधायक शरद सोनवणे के साथ उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवेसना का झंडा थामा. देवराम लांडे ने जुन्नार विधानसभा क्षेत्र से वंचित बहुजन अघाड़ी से विधानसभा चुनाव लड़ा था. बाबू पाटे जुन्नार तालुका में ठाकरे समूह की शिवसेना के नेता के रूप में काम कर रहे थे. शिवाजी अधलराव पाटिल के शिंदे की शिवसेना छोड़ने के बाद अब शिरूर लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी शरद सोनवणे पर आएगी.
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शरद सोनवणे ने शिवनेरी को अब तक लालबत्ती न मिलने पर अफसोस जताते हुए कहा कि उन्होंने आज तक कई मुख्यमंत्री देखे हैं, लेकिन वर्षा बंगला मेरा नहीं है, बल्कि यह बंगला जनता का है, यह कहने वाले पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे थे. ऐसी चर्चा थी कि अजित पवार की पार्टी में भी वह शामिल हो सकते हैं. मगर आखिरकार वह एकनाथ शिंदे गुट में ही शामिल हुए.
शरद सोनवणे कौन हैं?
शरद सोनवणे जुन्नार विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक चुने गए हैं. शिरुर लोकसभा क्षेत्र के निर्माण के लिए शिंदे गुट ने शरद सोनवणे को मैदान में उतारा है. शरद सोनवणे को विधानसभा चुनाव के दौरान शिवसेना के शिंदे गुट से निष्कासित कर दिया गया था. पूर्व सांसद शिवाजी अधलराव पाटिल के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद शिंदे गुट में कोई नेतृत्व नहीं बचा. क्या शरद सोनवणे अब अधलराव पाटिल द्वारा छोड़े गए स्थान को भरेंगे?
-2014 के चुनाव में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से जुन्नार विधानसभा से विधायक
-2014 में विधानसभा में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के एकमात्र विधायक.
-2019 के विधानसभा चुनाव से पहले वे फिर शिवसेना में शामिल हो गए.
-2019 का चुनाव उन्होंने शिवसेना के सिंबल पर लड़ा.
-2019 में उन्हें एनसीपी उम्मीदवार ने हरा दिया.
-शिवसेना में विभाजन के बाद शिंदे के गुट में पार्टी नेतृत्व ने जिला प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाली.