निर्धारित शर्तों के मुताबिक भारत आने को तैयार है दाऊद इब्राहिम
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई।वरिष्ठ समाज सेवी और मुख्य अपराधिक अधिवक्ता श्याम केसवानी ने ये भी कहा कि उसने (दाऊद) ने कुछ साल पहले तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री और मशहूर वकील राम जेठमलानी के द्वारा भी अपनी यह इच्छा सरकार को बतायी थी, लेकिन भारत सरकार ने वापसी के लिए उसकी किसी भी मांग को मानने से इनकार कर दिया है. क्योंकि पूर्व रक्षा मंत्री शरदचंद्र पवार दाऊद इब्राहिम को वापस लाने के इच्छुक नहीं है. दरअसल मे शरदचंद्र पवार भी दाऊद ने इब्राहिम का उगाही का गोरख धंधा छीन लिया और दाऊद इब्राहिम को भारत छोडने को मजबूर कर दिया था? शरदचंद्र पवार दाऊद इब्राहिम को वापस भारत नही लाना चाहते हैं? अन्यथा सारी पोल खुल सकती हैं?
थाणे कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान श्याम केसवानी ने कहा कि दाऊद इब्राहिम की मांग है कि उसे गिरफ्तारी के बाद उच्च सुरक्षा वाली मुंबई की आर्थर रोड सेंट्रल जेल में ही रखा जाना चाहिए।
मशहूर आपराधिक वकील श्याम केसवानी ने मंगलवार को अपने एक बयान में कहा है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कासकर भारत वापस लौटना चाहता है। दाऊद ने इसके लिए कुछ शर्तें रखी हैं, लेकिन भारत सरकार को ये शर्तें मंजूर नहीं हैं। ठाणे कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान केसवानी ने कहा कि दाऊद इब्राहिम की मांग है कि गिरफ्तारी के बाद उसे उच्च सुरक्षा वाली मुंबई की आर्थर रोड सेंट्रल जेल में ही रखा जाना चाहिए। बता दें, दाऊद इब्राहिम का भाई इब्राहिम कासकर जबरन वसूली के एक केस में इन दिनों जेल में बंद हैं। केसवानी इब्राहिम के वकील हैं और उसी के केस के सिलसिले में ठाणे कोर्ट आए थे।
केसवानी ने ये भी कहा, “उसने (दाऊद) ने कुछ साल पहले तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री और मशहूर वकील राम जेठमलानी के द्वारा भी अपनी यह इच्छा सरकार को बतायी थी, लेकिन भारत सरकार ने वापसी के लिए उसकी किसी भी मांग को मानने से इनकार कर दिया।” उल्लेखनीय है कि आर्थर रोड सेंट्रल जेल वही जेल है, जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादी और मुंबई हमलों में जिंदा पकड़ा गया आतंकी अजमल कसाब 4 सालों तक बंद था। उसके बाद इसी जेल में उसे फांसी दे दी गई थी। गौरतलब है कि वकील श्याम केसवानी का बयान मनसे चीफ राज ठाकरे के उस बयान के 6 माह बाद आया है, जिसमें राज ठाकरे ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम भारत वापस लौटना चाहता है, लेकिन इसके लिए वह मोदी सरकार के साथ ‘सेटलमेंट’ करना चाहता है। राज ठाकरे ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम काफी बीमार रहते है और अपनी आखिरी सांस भारत में लेना चाहते हैं।हालकि अंतराष्ट्रीय स्तर पर अस्पताल में दाऊद इब्राहिम का हाईटेक इलाज चल रहा हैं.