मुंबई । महाराष्ट्र में हर दिन नई राजनीतिक घटनाएं सामने आ रही हैं। अब तक यह खबर चल रही थी कि अजित पवार बीजेपी में शामिल होकर राज्य के मुख्य मंत्री बन सकते हैं। परंतु यह संभव नहीं हो सका?
राजनैतिक विशेषज्ञों की माने तो भारतीय जनता पार्टी ही अजीतदादा की मनोकामनाएं पूरी कर सकती है? राकापा,कांग्रेस और उद्धव सेना मविआ नेता अपना सर पटक ले? परंतु अजीत पवार का सीएम बनना संभव नहीं है? उसकी मुख्य वजह है की मविआ घटक दलों मे मुख्यमंत्री पद की आस लगाए जयंत पाटील, अशोक चव्हाण , तथा उद्धव ठाकरे भूखे बैठे है। तदहेतु राकापा के लोकप्रिय अजीतदादा को सीएम पद से वंचित रहना पड सकता है?
राजनैतिक मामलों के ज्योतिष विशेषज्ञों की माने तो समय रहते अजीतदादा पवार भारतीय जनता पार्टी हाईकमान का दामन थाम लेते हैं तो भावी मुख्यमंत्री अजीत पवार और विदर्भ नागपुर से उपमुख्यमंत्री बतौर चंद्रशेखर बावनकुले को चांस मिल सकता है। एसी महाराष्ट्र राज्य मे राकापा और भाजपा कार्यकर्ताओं तथा विदर्भ की जनता जनार्दन मे चर्चा का बाजार गर्म चल रहा है?
अब एनसीपी में एक और नेता जयंत पाटिल भी मुख्यमंत्री पद के लिए लालायित हैं। उधर सीएम पद के लिए उद्धव ठाकरे भी भूखे शेर की तरह लालायित हैं? उधर DCM देवेन्द्र फड़णवीस भारतीय जनता पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के लिए बडा त्याग करने की क्षमता रखते है? यदि अजित पवार मुख्यमंत्री और चंद्रशेखर बावनकुले के सिर पर उपमुख्य मंत्री का ताज पहना दिया गया तो केंद्रीय आलाकमान देवेन्द्र फडणवीस को केंद्र सरकार मे मानव संसाधन मंत्री य केंद्रीय ग्रह मंत्री का ताज पहनाया जा सकता है?
विगत माह महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री अजीतदादा बनने की संभावना को लेकर मराठवाडा और पश्चिम महाराष्ट्र मे अनेक जगह पोस्टर बैनर भी लगाए जा चुके थे। इस संबंध मे राकापा अध्यक्ष शरदचंद्र पवार मारे खुशियों के फूले नहीं समा रहे थे? परंतु वे उद्धव ठाकरे को नाराज नही कर सकते थे। उधर एनसीपी नेता शरदचंद्र पवार अपने भतीजे अजीत पवार को भी खोना नहीं चाहते हैं ? विगत महिनों मे इस संबंध में बाकायदा बैनर-पोस्टर भी लगाए गए थे। परंतु कर्नाटक चुनाव के परिणामों के मद्देनजर एनसीपी अध्यक्ष शरदचंद्र पवार ने अपने विचार बदल लिए।
हालकि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जितने विधायकों की दरकार है, एनसीपी के पास वे दूर-दूर तक नहीं हैं। फिर भी एनसीपी में मुख्यमंत्री बनने की होड़ लग गई है। अजित पवार का नाम मुख्यमंत्री के लिए उछाले जा रह था। कई जगह पोस्टर लगाकर नारेबाजी की जा रही थी । इससे पार्टी दो फांक हो गई है। एनसीपी के पदाधिकारी आए दिन अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने वाले बयान देते रहते हैं। कुछ दिनों से यह लगातार चल रहा है। यह बात एनसीपी के कुछ दिग्गज नेताओं का रास नहीं आई। ऐसे में कुछ लोगों ने एनसीपी महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल का नाम भी उछाला जा रहा था।
अजित पवार को भावी सीएम की खबर से उद्धव ठाकरे की आंखों में चुभने लगी हैं। इससे पार्टी के अंदर ही तनातनी की स्थिति है।
आज के हालात में महाराष्ट्र की राजनीति संभालने में अजित पवार से बेहतर नेता कोई और नहीं। खुद बीजेपी के दिग्गज नेता व देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी यह कबूल किया है।
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