जहरीली शराब से अब 57 की मौत : भाजपा ने DMK सरकार को घेरा
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नई दिल्ली। दक्षिण भारत तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले से सामने आए अवैध शराब के मामले में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अब तक 57 लोग दम तोड़ चुके हैं, वहीं 156 लोगों का अब भी उपचार जारी है।
तमिलनाडु में 19 जून को जहरीली शराब पीने से 57 लोगों का मामला प्रकाश में आया है। तामिलनाडु राज्य के चार अस्पतालों में मरीजों का निदान और उपचार चल रहा है। भाजपा ने शराब त्रासदी को प्रायोजित हत्या बताया जा रहा है।
तमिलनाडु राज्य के कल्लाकुरिची जिले से सामने आए अवैध शराब के मामले में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अब तक 57 लोग दम तोड़ चुके हैं, वहीं 156 लोगों का अब भी उपचार जारी है।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, जहरीली शराब पीने वालों में से 110 पीड़ितों को कल्लकुरिची सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, पुडुचेरी में 12, सलेम में 20 और विलुप्पुरम के सरकारी अस्पताल में चार लोग भर्ती है। मेथेनॉल युक्त शराब पीने के बाद सभी को अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है,जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।इस घटना मे केवल एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इधर, डीएमके सरकार ने शराब कांड में मरने वाले व्यक्तियों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की है। इसके साथ ही ऐसे बच्चे जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है, उनके नाम पर सरकार पांच लाख रुपये की एफडी करवाएगी, जब बच्चे 18 साल के हो जाएंगे तब उन्हें ब्याज सहित यह राशि दी जाएगी। वहीं माता अथवा पिता में से किसी एक को खोने वाले बच्चे के नाम पर तीन लाख रुपये की एफडी करवाई जाएगी। तमिलनाडु में जहरीली शराब से अब 57 लोगों की मौत, एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है? परंतु इस घटना को अंअंजाम देने वाले का कोई पता नहीं चल पाया है?
ज्ञातव्य है कि गत वर्ष तामिलनाडु के मंत्री उदयनिधी ने हिन्दू धर्म के खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी की थी? गोपनीय सूत्रों का तर्कसंगत गोपनीय आरोप के मुताबिक इस शराब काण्ड की घटना के पीछे उदयनिधी समर्थकों का हाथ बताया जा रहा है? नतीजतन भाजपा ने DMK सरकार को घेरा है।
इधर, इस मामले में भाजपा ने डीएमके को घेरा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद संबित पात्रा ने प्रायोजित हत्या करार दिया। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित राहुल गांधी, प्रियंका और सोनिया गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।
सूत्रों की माने तो इस घटना के पीछे किसका हाथ है अभि तक पता नहीं चल पाया है? यह भी जांच पड़ताल का विषय है?