चलती एम्बुलेंस में महिला से छेड़छाड़ का मामला, पति ने तोड़ा दम
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
सिद्धार्थनगर। उत्तरप्रदेश के सिद्धार्थनगर बस्ती के छावनी फोरलेन पर थानाक्षेत्र के रेडवल गांव स्थित प्रगति पौधशाला के पास हुई वारदात से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा गया है। सिद्धार्थनगर जिले की रहने वाली महिला ने गाजीपुर थाने पर तहरीर दी है। इसमें बताया है कि वह अपने पति का इलाज लखनऊ में करा रही थी। 29 अगस्त की देर शाम करीब साढ़े छह बजे एक प्राइवेट एंबुलेंस लेकर अपने बीमार पति व भाई संग सिद्धार्थनगर स्थित अपने गांव लौट रही थी। रास्ते में एंबुलेंस चालक व उसके साथी ने महिला को बहाने से आगे वाले केबिन में बैठा लिया था।
आरोप है कि दोनों मिलकर महिला के साथ छेड़खानी करने लगे। महिला के विरोध के बाद भी दोनों नहीं माने। चलती एंबुलेंस में महिला की चीख सुनकर पीछे सवार बीमार पति व भाई भी गाड़ी रोकने के लिए चिल्लाते रहे। बाद में फोरलेन पर छावनी थानांतर्गत रेडवल के पास एंबुलेंस रोकी। पीछे सवार महिला के भाई को आगे की केबिन में बंद कर दिया। इसके बाद महिला के पर्स में रखे दस हजार रुपये, मंगलसूत्र, पायल आदि सामान छीन लिया। महिला के बीमार पति का ऑक्सीजन पाइप हटाकर उन्हें गाड़ी से नीचे फेंक दिया और भाग निकले।
इसके बाद महिला के भाई ने 112 पर कॉल करके पुलिस को घटना की जानकारी दी जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पहले मरीज को अस्पताल में भर्ती करने के लिए कहा। महिला ने कहा 108 एंबुलेंस ने उसके पति को बस्ती के जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन गंभीर हालत के चलते उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया गया। महिला का आरोप है कि पति को गाड़ी से फेंकने के कारण चोट आई, जिससे उनकी इलाज के दौरान 30 अगस्त की रात नौ बजे मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में मौत हो गई।
पति की मौत व एंबुलेंस चालक व उसके सहयोगी के हैवानियत के सदमे से पीड़िता उबर नहीं पा रही है। बुधवार को वह बेहोश हो जा रही थी। पति की मौत और अपने साथ हुई घटना से पीड़िता सदमे में है। परिजनों ने उसे इलाज के लिए बांसी पीएचसी में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है