एकनाथ शिंदे और भाजपा हिंदुओं में विभाजन पैदा कर रहे हैं: उद्धव ठाकरे
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। शिवसेना सुप्रीमों स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के सुपुत्र उद्धव ठाकरे ने हिंदुओं में विभाजन पैदा करने के लिए एकनाथ शिंदे की शिवसेना और भाजपा पर आरोप लगाया है. ठाकरे ने हिंदुओं के बीच भेदभाव पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बालासाहेब ने हमें जो सीख दी है, उस वक्त जो भी आपत्तिग्रस्त है उसकी मदद करो.
उद्धव ठाकरे ने हिंदुओं में विभाजन पैदा करने के लिए एकनाथ शिंदे की शिवसेना और भाजपा पर आरोप लगाया है. ठाकरे ने हिंदुओं के बीच भेदभाव पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बालासाहेब ने हमें जो सीख दी है, उस वक्त जो भी आपत्तिग्रस्त है उसकी मदद करो. जब हम रक्तदान करते हैं तो ये नहीं देखते कि मैं जो खून दे रहा हूं वो किसको जा रहा है. हम सभी एक हैं. हमने कभी आपके और हमारे बीच भेद नहीं किया कि आप पर प्रांतीय हो, उत्तर भारतीय हो, हम मराठी हैं. सभी हिंदू हैं.
उद्धव ठाकरे की मुसीबत बढते ही जा रही है? शिंदे गुट की याचिका पर स्पीकर और 14 विधायकों को बॉम्बे हाईकोर्ट का नोटिस मिला है। जिसके बाद उद्धव ठाकरे के लिए सदमा पैदा करने वाला प्रतीत हो रहा है। उधर NCP के वयोवृद्ध चीफ शरदचंद्र पवार के सामने धर्मसंकट की स्थिति पैदा हो गई है। बताते हैं। कि विपक्षी INDIA गठबंधन मे फूटफाट के चलते पवार साहब के सपने चकनाचूर हो गया है। दरअसल में वरिष्ठ मराठा छत्रप शरदचंद्र पवार कहते कुछ और करते कुछ और ही है, इसका नतीजा बची कुची NCP की कमान भी हाथ से चली गई?
‘लोग हिंदू कहने के लिए भी डरते थे’
ठाकरे ने कहा कि मुझे उस वाक्य की याद आती है जो प्रमोद महाजन ने कहा था. बाला साहब ने उनको कहा था कि प्रमोद देख वो ज़माना अलग था, अपने आप को लोग हिंदू कहने के लिए भी डरते थे. और तभी सिर्फ बाला साहब कहते थे कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं. वो नारा उन्होंने बुलंद किया था. उस वक्त बाला साहब ने प्रमोद महाजन को कहा था कि प्रमोद देख इस देश में हिंदू, हिंदू बनकर वोट करेगा. मतदान करेगा. अब वो दिन आ गए. वो ज़माना अलग था कि करने वाले कोई और थे, संघर्ष करने वाले कुछ और थे, अब नहीं रहे. और उसका लाभ लेने के लिए अन्य लोग बैठे हैं.
ठाकरे ने बाला साहब की कही बातें याद दिलाते हुए कहा कि बाला साहब ने कहा था कि संघर्ष से मुझे नहीं लगता उनका कोई लेना-देना है. पकी हुई रोटी वो खा रहे हैं, लेकिन वो रोटी को पकाने के लिए जिसने जो कष्ट उठाए दुर्भाग्य है. अपने बीच वो नहीं रहे, और जो बीच में अपने हैं उनको किनारे कर दिया है. इस मातोश्री में बहुत सारे लोग आए हैं. मेरे पिताजी के पास आए थे, मेरे पास भी आए थे, हमें बचाओ. उस वक्त बाला साहब ने ये नहीं सोचा था आगे जाकर ये क्या करेगा. लेकिन बचाया था उनको. अभी वही लोग हैं जिस बाला साहब ने, शिवसेना ने उनको बचाया था.
उधर इसी विषय को लेकर नीतीश कुमार जल्दी घबरा हुए है उद्धव ठाकरे-शरद पवार को तो धैर्य का इनाम मिल रहा है । क्योंकि वे सभी मिलकर शिवसेना को खत्म करना चाहते हैं’
उद्धव ठाकरे ने कहा, वे शिवसेना को खत्म करना चाहते हैं. कोशिश करो चलो. मेरी चुनौती है कोशिश करके देखो शिवसेना को खत्म करने की. हम लड़ने वाले हैं या तो हमें खत्म करने वाले रहेंगे ही. या हम. और मैं इसलिए ये कहता हूं कि हमारे मन में कोई पाप नहीं है. हमने उन्हें दुश्मन नहीं बनाया है. उन्होंने हमें दुश्मन बनाया है. और ऐसे समय में जो भी साथ में आता है उसका महत्व अलग रह जाता है.
उद्धव ठाकरे ने कहा, सत्ता की ओर जाने वाले बहुत लोग रहते हैं. लेकिन सत्ता जिस पक्ष के पास है उसको छोड़कर जिसके साथ लड़ाई हो रही है उसके पास आना कठिन होता है वो एक मर्दानगी आपने दिखाई है. भगवे में फर्क नहीं होता. हमारा भगवा अलग है. वो जो एक विज्ञापन है ना…अरे तुम्हारी कमीज़ मेरी कमीज़ से सफेद कैसी. वैसा भगवा नहीं. भगवा भगवा ही होता है. वो छत्रपति शिवाजी महाराज का है, प्रभु श्रीरामचंद्र का है, भगवान कृष्ण का है , भवानी माता का है तो उसमें उन्होंने भेद किया है, हिन्दुत्व में भेद करने की कोशिश हो रही है ये कौन से लोग हैं. ये जो वहां बैठे हैं, ये हिंदुओं में भेद कर रहे हैं उनसे सावधान रहने की जरूरत है