मध्य प्रदेश के उज्जैन में मौजूद महाकाल मंदिर में देश में सबसे पहले होलिका दहन किया गया। इसके बाद गर्भगृह में बाबा महाकाल को हर्बल गुलाल लगाया गया। वही गुलाल मंदिर परिसर में मौजूद भक्तों पर भी उड़ाया गया।
होलिका दहन के कई तस्वीरें गुजरात से सामने आईं। गांधीनगर और वडोदरा में 35-35 फीट ऊंची होली जलाई गईं। गांधीनगर के पालज गांव में होलिका दहन की 700 साल पुरानी परंपरा है। दहन के बाद लोग जलते अंगारों से निकलते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से स्वस्थ रहेंगे।
उत्तर प्रदेश में भी होली जलाई गई। काशी के घाटों पर होलिका दहन के बाद विदेशी टूरिस्टों ने जमकर डांस किया, रंग-गुलाल उड़ाया। प्रयागराज में ट्रांसजेंडरों के कई ग्रुपों ने आम लोगों के साथ फूलों की होली खेली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश को होली की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने X पोस्ट में लिखा- आप सभी को होली की ढेरों शुभकामनाएं। हर्ष और उल्लास से भरा यह पावन-पर्व हर किसी के जीवन में नई उमंग और ऊर्जा का संचार करने के साथ ही देशवासियों की एकता के रंग को और प्रगाढ़ करे, यही कामना है।