सेक्स पावर बढाने जंगली सुंअर के नाम पर बिक रहा देशी सुंअर का मांस
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
रायपुर। अत्यधिक सेक्स पावर बढाने के उद्देश्य से जंगली सुंअर के नाम पर. चोरी छिपे देशी गांवरानी पालतू सुंअर का मांस धडल्ले से बिक रहा है. सुंअर मांसाहार के शौकीन अय्याश घराने के नव युवक जंगली सूअर मांस की तलाश मे भटकते देखा जा सकता है.
दरअसल में जंगली सूअर का शिकार करना अपराध माना जाता है. इसलिए मटन व्यापारी जंगली सूअर मांस के नाम पर देशी पालतू सुंअर का मांस बेच कर खूब पैसा कमा रहे हैं. अनेक मर्तबा वन विभाग के द्धारा लोबोरेटरी में जांच के बाद देशी सुंअर मांस पाया जा चुका है.हालकि वन विभाग के सहयोग से कहीं असली सुंअर का मांस आदिवासियों के यहां उपलब्ध हो जाता है.
वन्यजीव विशेषज्ञ और भारतीय पशु चिकित्सा विज्ञान विशेषज्ञों के अनुसार जंगली सूंअर मे मनुष्य से 500 गुणा अधिक सेक्स पावर पाया जाता है. विशेषज्ञ के मुताबिक सुंअर एक मर्तबा मे15 से 20 साबकों जन्म देती है.नैशनल हायवे किनारे स्थित ढाबों और हौटलों मे चोरी छिपे सुंअर मांस से बने सब्जियां धडल्ले से बिक रही है.
बताते हैं कि सुंअर मांस और मौहा शराब के शौकीन लोगों को जंगली गांव के वनवासी आदिवासी लोगों के यहां डेरा जमाए देखा गया है.
पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि रेड मीट में मिलने वाला पोषक तत्व प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है और परिवार बढ़ाने की चाहत रखने वाले दंपतियों के स्वास्थ के लिए लाभदायक है।
वेबसाइट ‘फीमेलफर्स्ट डॉट को डॉट यूके’ के अनुसार रेड मीट और सूअर के मांस का सेवन इस संदर्भ में फर्क पैदा करने वाला साबित हो सकता है।
मीट एडवाइजरी पैनल के कैरी रक्सटन का कहना है, ”उम्र दराज महिलाएं तथाकथित प्रसंगों में प्रजनन क्षमता को रेड मीट से जोड़कर बताती रही हैं तथा परिवार बढ़ाने की चाहत रखने वाले दंपति को भोजन में इसे शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करने की परम्परा देखी जा सकती है।
लेकिन अब वैज्ञानिक शोधों के जरिए भी इस बात की पुष्टि हो गई है कि रेड मीट में पाया जाने वाला पौष्टिक तत्व वास्तव में प्रजनन क्षमता बढ़ाता है।”
इसी तरह सूअर का मांस सेलेनियम का बेहतरीन स्त्रोत है तथा वयस्कों में सेलेनियम के स्तर में वृद्धि करता है, जो सामान्य प्रजनन क्षमता को बढ़ा देता है। बताते हैं कि सुंअर मांस के सेवन से मनुष्य घन्टों थकता नहीं? इससे थकावट दूर होती है.
विटामिन बी6 को प्रजनन और गर्भधारण की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है और रेड मीट में विटामिन बी6 पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। रक्सटन ने अपने शोध में बताया कि “वयस्कों को सप्ताह में 500 ग्राम रेड मीट के सेवन की सलाह दी जाती है। इस तरह सप्ताह में चार या पांच बार विभिन्न पशुओं के मांस युक्त भोजन का सेवन करने की सलाह विशेषज्ञ देते है।