पुरानी रंजिश को लेकर मारपीट : नियम वर्मा पर धारदार हथियार से हमला
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
बलौदाबाजार। दशरमा रोड क्षेत्र में पुरानी रंजिश के चलते एक युवक पर रात के समय हमला करने का मामला सामने आया है। सब्जी बेचने वाले युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि दिनांक 10 सितंबर 2025 की रात करीब 10:30 बजे सुरेश साहू, प्रहलाद साहू, करण रजक और हिमांशु साहू ने उसके भाई नियम वर्मा को घर से बाहर बुलाकर पुरानी दुश्मनी के चलते गाली-गलौच कर जान से मारने की धमकी दी। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने उसके भाई को अश्लील शब्दों से अपमानित किया
सबसे गंभीर हमला हिमांशु साहू ने किया, जिसने हाथ में रखे धारदार हथियार से नियम वर्मा के बाएँ पैर और बाएँ हाथ की उंगली में चोट पहुँचा दी। घटना के समय उसकी माँ ललिता वर्मा और शिव वर्मा भी मौजूद थे, जिन्होंने पूरी घटना देखी और बीच-बचाव की कोशिश की। परिवार ने बताया कि आरोपियों ने पुरानी रंजिश को लेकर यह हमला किया और बिना किसी उकसावे के जान से मारने की धमकी देते हुए हिंसा की। घायल नियम वर्मा को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसके पैर और हाथ की उंगली में चोट की पुष्टि हुई। इस घटना से क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है। स्थानीय लोगों ने इस प्रकार की हिंसा की निंदा की और कहा कि आपसी विवादों का समाधान संवाद से होना चाहिए, न कि हिंसा से। परिवार ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
4 ठगबाज गिरफ़्तार थाना पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने और आपसी विवादों को सुलझाने के लिए लोगों से सहयोग की अपील की है। यह घटना ग्रामीण समाज में बढ़ते तनाव और आपसी रंजिशों के खतरों की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में समय पर पुलिस और समुदाय की संयुक्त कार्रवाई से हिंसा पर नियंत्रण पाया जा सकता है। परिवार ने भी अन्य ग्रामीणों से अपील की है कि किसी भी विवाद में शांतिपूर्ण तरीके से समाधान खोजें और कानून का पालन करें। प्रशासन ने कहा है कि इस प्रकार की घटनाओं पर नज़र रखी जाएगी और जरूरत पड़ने पर ग्रामीणों के बीच संवाद स्थापित कर विवाद सुलझाने की पहल की जाएगी। यह मामला समाज में अनुशासन और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया है.