थाना प्रभारी को लगी गोली : मुठभेड़ में ईनामी बदमाश गिरफ्तार
टेकचंद्र शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
सहारनपुर। उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में देर रात पुलिस और एक लाख के इनामी बदमाश के बीच मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में थाना गागलहेड़ी के प्रभारी गोली लगने से घायल हो गए, जबकि थाना सरसावा प्रभारी की बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली फंसने से उनकी जान बाल-बाल बच गई. मुठभेड़ में एक लाख का इनामी बदमाश इमरान पुत्र रज्जाक निवासी सोंटापुर रसूलपुर थाना भवन, जनपद शामली मारा गया. बदमाश मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. उस पर लूट, डकैती, गैंगस्टर और अन्य संगीन मामलों में 13 मुकदमे दर्ज थे. जानकारी के अनुसार थाना सरसावा पुलिस को देर रात सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश मोटरसाइकिल छीनकर भाग रहे हैं. सूचना मिलते ही थाना सरसावा और थाना गागलहेड़ी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बदमाशों का पीछा किया. पुलिस को पीछे आते देख बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें गागलहेड़ी थाना प्रभारी के हाथ में गोली लग गई.
कार ने स्कूटर को टक्कर मारी, भाई-बहन गंभीर रूप से घायल जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें इमरान गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि मुठभेड़ पुलिस की सतर्कता और तेज एक्शन का परिणाम है. मृतक इमरान लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से बचता फिर रहा था और सरकार ने उस पर ₹1 लाख का इनाम घोषित कर रखा था. इमरान पर मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में कई संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने मौके से हथियार और कारतूस भी बरामद किए हैं. घायल हुए थाना प्रभारी का जिला अस्पताल मे उपचार चल रहा है. सहारनपुर एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि रविवार रात थाना सरसावां में चेकिंग के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि कुछ अपराधी मोटरसाइकिल छीनकर भाग रहे हैं. इस सूचना पर उनका लगातार पीछा किया गया. जिस पर अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी. आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायरिंग की और इसमें एक अपराधी घायल हुआ है. जिसको तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आरोपी पर 1 लाख का इनाम घोषित था. एनकाउंटर में ढेर बदमाश की पहचान इमरान के रूप में हुई है. बताया जाता है कि यहां जब कोई भी पुलिस सिपाही अपराधी की तालाश मे पंहुचती है तो वहां के लोग पुलिस को सहयोग ना करते हुए अपराधियों को बचाने के उद्देश्य से पुलिस के साथ अशोभनीय व्यवहार करने मे उतारु हो जाते हैं.