प्रवासी मजदूरों पर टूट पड़े लोग, वीडियो कॉल पर बात भारी पड़ा
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
चेन्नई । तमिलनाडु पुलिस ने आम जनता से ये भी अनुरोध किया कि वे उत्तर भारत से आ रहे मजदूरों के खिलाफ फैलाई जा रही अफवाहों के झांसे में ना फंसे. तमिलनाडु। राजधानी चेन्नई में एक प्रवासी मजदूर पर हमले का मामला सामने आया है. भीड़ ने मजदूर को किडनैपर समझकर उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी और फिर उसे पुलिस को सौंप दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, यह मजदूर मंगलवार को वीडियो कॉल पर बात करते हुए जा रहा था. मजदूर ने कथित तौर पर सड़क पर सेल्फी भी ली. तभी वहां कुछ लोग इकट्ठा हो गए और उससे पूछताछ करने लगे. मजदूर कथित तौर पर नशे की हालत में था. इस पर भीड़ ने उससे उसका मोबाइल मांगा लेकिन मजदूर ने मोबाइल फोन न देकर उसे स्विच ऑफ कर दिया.
घर पीछे की बाड़ी में किया गांजे की खेती, ग्रामीण गिरफ्तार Advertisement इस पर भीड़ ने मजदूर को किडनैपर समझ लिया और बुरी तरह से उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी. पास के गुमीडीपुंडी पुलिस को इस बारे में जानकारी दी गई, जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और मजदूर को अपने साथ ले गई. मजदूर बिहार का रहने वाला था. पुलिस जांच में पता चला कि मजदूर अपने किसी रिश्तेदार से वीडियो कॉल पर बात करते हुए जा रहा था और उसने इस डर से अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया कि कहीं भीड़ में कोई उसका फोन चुराने की कोशिश ना करे. इस पर पुलिस ने मजदूर के किडनैपर होने के भीड़ के दावे को खारिज कर मजदूर को रिहा कर दिया. इतना ही नहीं, पुलिस ने आम जनता से ये भी अनुरोध किया कि वे उत्तर भारत से आ रहे मजदूरों के खिलाफ फैलाई जा रही अफवाहों के झांसे में ना फंसे. दरअसल चेन्नई में ये इस तरह का अब तक का पांचवां मामला है, जब भीड़ ने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रहे अफवाहों के आधार पर एक निर्दोष शख्स को किडनैपर समझकर उस पर हमला कर दिया. प्रवासी मजदूरों को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार फेक वीडियो सामने आ रहे हैं.