पीएम मोदी ने साधना के लिए कन्याकुमारी को ही क्यों चुना, जान लीजिए रहस्य
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के प्रचार अभियान के आखिरी दिन यानी 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी की आध्यात्मिक यात्रा पर जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां 1 जून तक रहने वाले हैं। इस दौरान पीएम मोदी उसी जगह पर ध्यान करने वाले हैं। जहां स्वामी विवेकानंद ने मेडिटेशन किया था। बता दें कि जिस जगह पर पीएम मोदी ध्यान करेंगे उस जगह का नाम ध्यान मंडपम (विवेकानंद रॉक मेमोरियल ) है। लेकिन, क्या आप जानते हैं इस जगह के कई धार्मिक महत्व हैं। आइए जानते हैं आखिर पीएम मोदी ने ध्यान के लिए सिर्फ कन्याकुमारी को ही चुनाव है। पीएम मोदी ने साधना के लिए कन्याकुमारी को ही क्यों चुना, जान लीजिए रहस्य
कन्याकुमारी को लेकर धार्मिक मान्यता है कि यहां के समुद्र में स्नान करने से मनुष्य के समस्त पाप नष्ट हो जाता है।
कन्याकुमारी में देवी पार्वती का है निवास
कन्याकुमारी के बारे में यह भी मान्यता है कि यहां पर देवी पार्वती जो कन्याकुमारी रूप में विराजमान हैं वह भगवान शिव की आज भी प्रतीक्षा कर रही हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवताओं ने वाणासुर के वध के लिए देवी का विवाह शिवजी से नहीं होने दिया था। क्योंकि वाणासुर को वरदान प्राप्त था कि उसका वध केवल कुंवारी कन्या के हाथों ही हो सकता था। इसलिए कहा जाता है कि यहां पर देवी का साक्षात निवास है और यहां देवी के दर्शन के समस्त मनोकामना की सिद्धि होती है।
कन्याकुमारी का आध्यात्मिक महत्व
कन्या कुमारी की एक और खास बात है कि यहां पर जीवन का आरंभ और अंत का आध्यात्मिक ज्ञान भगवान सूर्य स्वयं देते हैं। इस दृश्य के दर्शन के लिए यहां पर हर दिन बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। यहां समुद्र से सूर्य का निकलना यानी सूर्योदय होना और फिर वापस सूर्यदेव का संध्याकाल में जल में प्रवेश कर जाना उस शाश्वत सत्य का बोध करवाता है कि जिसका जन्म हुआ है वह मृत्यु को भी प्राप्त होगा और जो मृत्यु को प्राप्त हुआ है वह पुनः नया शरीर धारण करके जन्म भी लेगा। यानी इस स्थान पर सूर्यदेव स्वयं आध्यात्मिक गुरु बनकर मनुष्य को जीवन का महान आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करते हैं। इसलिए ध्यान साधना के लिए यह युगों से साधकों को आकर्षित करता रहा है।
स्वामी विवेकानंद ने भी की थी साधना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस प्रसिद्ध स्थान पर साधना करेंगे जहां पर विवेकानंद ने साधना की थी। यहां पर विवेकानंद ने तीन दिनों तक साधना की थी और अब पीएम मोदी भी स्वामी विवेकानंद की तरह यहां तीन दिनों तक साधना करेंगे। कन्या कुमारी तीर्थ के विषय में यह भी मान्यता है कि यहां पर देवी कन्याकुमारी ने भी साधना की थी। कन्या कुमारी तीर्थ शक्तिपीठ भी है जहां देवी सती का पृष्ठ भाग गिरा था। इसलिए यहां पर साधना का फल तुरंत मिलता है।