लाडली बहन योजना विषकन्या के समान : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नागपुर। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में उद्यमियों को संबोधित करते हुए सरकारी सब्सिडी पर निर्भर रहने के बजाय आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की अन्य योजनाओं के वित्तीय प्रतिबद्धताओं के कारण सब्सिडी मिलने की कोई गारंटी नहीं होती। नितिन गडकरी के बयान पर विपक्ष ने तंज कसा है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का इशारों में सरकार पर निशाना
फ्री की रेवड़ियों के खिलाफ नितिन गडकरी ने उद्योगों से आत्मनिर्भर बनने की अपील की है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उद्यमियों से कहा कि वे सरकारी सब्सिडी पर निर्भर न रहें। उन्होंने कहा कि सरकार के पास महिलाओं के लिए हाल ही में शुरू की गई कल्याणकारी लड़की बहन योजना जैसी अन्य प्रतिबद्धताएं भी हैं। नागपुर में विदर्भ आर्थिक विकास परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘आप जो भी सब्सिडी ले सकते हैं, उसका लाभ उठाएं, लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आपको यह कब मिलेगी।’
नितिन गडकरी ने कहा कि उनके बेटे ने 450 करोड़ रुपये की सब्सिडी मिलनी थी। उसने कहा कि हमने टैक्स की रकम जमा कर दी है। अब हमें यह कब मिलेगा?’ मैंने कहा कि भगवान से प्रार्थना करो, क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं है।’
‘उद्योग बंद होने की कगार पर’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लड़की बहन योजना की शुरुआत के साथ, इस योजना के लिए भी सब्सिडी राशि आवंटित की जानी थी…इसलिए अन्य चीजें लटकी हुई हैं। नितिन गडकरी ने स्पष्ट किया कि लड़की बहन योजना पर उनकी टिप्पणी एमएसएमई उद्योगों को उनकी सब्सिडी नहीं मिलने के बारे में थी। उद्योग बंद होने के कगार पर है।
‘सरकार विषकन्या की तरह’
समारोह में उद्योगों से आत्मनिर्भर बनने का आग्रह करते हुए मंत्री ने कहा, ‘सरकार पर निर्भर मत रहिए। सत्ता में चाहे कोई भी पार्टी हो, सरकार विषकन्या के समान होती है। अगर आप सरकार पर बहुत अधिक निर्भर रहेंगे, तो आप बर्बाद हो जाएंगे।
‘रोना रो रहे कारोबारी’
गडकरी ने बताया कि कपड़ा उद्योग के हितधारकों ने मुझसे संपर्क किया क्योंकि बिजली सब्सिडी के अभाव में उनकी इकाइयां बंद होने के कगार पर हैं। रोजाना लोग मुझसे विभिन्न सब्सिडी न मिलने का रोना रोते हुए संपर्क करते हैं।
यह पहला मामला नहीं है जब गडकरी ने मुफ्तखोरी के खिलाफ परोक्ष आलोचना की है। हालांकि, इससे विपक्ष को महायुति सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है।
सुप्रिया सुले ने कसा तंज
एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि गडकरी जैसे वरिष्ठ बीजेपी नेता ने राज्य की वित्तीय स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त की है, जो दर्शाता है कि महाराष्ट्र में पार्टी के पदाधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए। विपक्ष ने जब इसी मुद्दे को उठाया, तो उन्होंने उसकी अनदेखी की। कम से कम अपने वरिष्ठ की सलाह तो मानिए। जब वित्त मंत्रालय लड़की बहन जैसी योजनाओं पर अत्यधिक खर्च के खिलाफ चेतावनी दे रहा है, तो राज्य मंत्रिमंडल करदाताओं के पैसे को अनावश्यक रूप से बर्बाद कर रहा है।
संजय राउत ने साधा निशाना
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा, ‘लड़की बहन योजना मूल रूप से शिंदे सरकार के लिए वोट खरीदने की योजना है। सत्तारूढ़ शासन राज्य में महिलाओं के लिए कोई चिंता नहीं दिखाता है। इस योजना के लिए धन को विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं और पहलों से हटा दिया जा रहा है। लड़की बहन के फंड के वितरण में भी, तीनों गठबंधन सहयोगी श्रेय लेने की होड़ में हैं। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हजारों लाभार्थियों को अपने नाम से एक पत्र भेजा है, लेकिन मुख्यमंत्री शब्द को छोड़ दिया है, जबकि योजना का नाम मुख्यमंत्री के नाम पर है