फडणवीस मंत्रिमंडल में 1 मुस्लिम, दो ब्राह्मण और 17 ओबीसी,16 मंत्री मराठा
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल में कागल से जीते हसन मुश्रीफ इकलौते विधायक हैं। जिन्हें मंत्री बनने का मौका मिला है। फडणवीस ने अपनी टीम नए और पुराने चेहरों के साथ एक नई टीम बनाने
सीएम फडणवीस ने चतुराई से साधा जातीय संतुलन
महायुति 2.0 में पश्चिम महाराष्ट्र से सर्वाधिक 11 मंत्री
फडणवीस मंत्रिमंडल में चार महिलाएं भी बनी मंत्री
हसन मुश्रीफ सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री बने
फडणवीस के मंत्रिमंडल में क्या रहा जातीय समीकरण?
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल का विस्तार होने के बाद बीजेपी को छोड़कर शिवसेना और एनसीपी के विधायकों की नाराजगी की बातें सामने आ रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले नागपुर में अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। इसमें कुल 39 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी। फडणवीस ने महायुति की पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे 12 विधायकों को ड्रॉप करके हुए कुल 19 नए चेहरों को जगह दी थी। फडणवीस ने शिवसेना के तीन, बीजेपी के चार और एनसीपी के पांच विधायकों को दोबारा मंत्री बनाया है।
पश्चिम महाराष्ट्र को मिले हैं 11 मंत्री
फडणवीस ने अपने मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन रखने की कोशिश की है। इसके तहत उत्तर महाराष्ट्र से कुल 8 मंत्री बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री को जोड़कर विदर्भ से कुल 8 मंत्री बने हैं। इसी प्रकार मराठावाड़ा से पांच मंत्री बने हैं। पश्चिम महाराष्ट्र से डिप्टी सीएम अजित पवार को जोड़कर कुल 11 मंत्री हैं। कोकण को पांच मंत्री मिले हैं। मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र (एमएमआर) को 5 मंत्री मिले हैं। इनमें दो मुंबई और तीन मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र से हैं। इनमें उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी शामिल हैं।
मंत्रिमंडल में सिर्फ 1 मुस्लिम को मिली जगह
फडणवीस ने मंत्रिमंडल में मराठा और ओबीसी समुदायों को राज्य मंत्रिमंडल में बराबर का स्थान दिया गया है। 42 मंत्रियों में से 16 मराठा समुदाय से हैं, जबकि 17 विभिन्न ओबीसी जातियों से हैं। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने पिछले कुछ सालों से सत्ता से बाहर रहे पूर्व मंत्रियों को कैबिनेट में मौका दिया है और वे सत्ता में लौट आए हैं। इनमें पंकजा मुंडे, गणेश नाइक, संजय सावकरे, जयकुमार रावल, अशोक उइके, आशीष शेलार शामिल हैं। फड़णवीस ने स्पष्ट किया है कि दो दिन बाद हिसाब-किताब बांट दिया जाएगा। मुस्लिम मंत्री के तौर सिर्फ हसन मुश्रीफ हैं। महाराष्ट्र में मुस्लिम आबादी करीब 10 फीसदी है जबकि मराठा आबादी 33 फीसदी है। महाराष्ट्र के अब 20 मुख्यमंत्री में 12 मराठा हैं। 2024 के विधानसभा चुनावों में 127 मराठा विधायक चुने गए थे। लोकसभा में 26 मराठा समुदाय के कैंडिडेट जीते थे।
मराठा
1) राधाकृष्ण विखे पाटिल
2) चंद्रकांत पाटिल
3) नितेश राणे
4) शिवेंद्रराज भोसले
5) मेघना बोर्डिकर
6) आशीष शेलार
7) एकनाथ शिंदे
8) शम्भुराज देसाई
9) योगेश कदम
10) भरत गोगावले
11) प्रकाश अबितकर
12) दादा भुसे
13) अजित पवार
14) बाबासाहेब पाटिल
15) मकरंद पाटिल
16) माणिकराव कोकाटे
अन्य पिछड़ा वर्ग
1) गिरीश महाजन
2 )चंद्रशेखर बावनकुले
3) पंकजा मुंडे
4) प्रताप सरनाईक
5) अतुल सेव
6) जयकुमार गोरे
7) पंकज भोयर
8) गणेश नाइक
9) आकाश फुंडकर
10) अदिति तटकरे
11) दत्तात्रेय भरणे
12) धनंजय मुंडे
13) गुलाबराव पाटिल
14) संजय राठौड़
15) इंद्रनील नाइक
16) आशीष जयसवाल
17) जयकुमार रावल
अनुसूचित जाति
1) संजय सावकरे
2) संजय शिरसाट
अनुसूचित जनजाति
1) अशोक उइके
2) नरहरि जिरवाल
मुसलमान
1) हसन मुश्रीफ
1) मंगल प्रभात लोढ़ा
ब्राह्मण
1) देवेंद्र फडणवीस
2) उदय सामंत
खुली श्रेणी
1) माधुरी मिसाल