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कामचोर श्रमिकों की उदण्ढता से कंपनी मालक हैरान और परेशान

कामचोर श्रमिकों की उदण्ढता से कंपनी मालक हैरान और परेशान

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री:

9822550220

 

मुंबई। महाराष्ट्र राज्य के कल-कारखानों लघु और भारी औधोगिक ईकाई मे कार्यरत लापरवाह और कामचोर अनुबंध ठेका श्रमिकों की उदण्डता की वजह से फर्म मालिक और डिपार्टमेंट को हैरानख और परेशानी का सामना करना पड रहा है.

औधोग और श्रम न्यायालय की माने तो निविदा धारक फर्म मालिक और श्रमिकों के बीच आपसी तालमेल के अभाव मे वाद विवाद थमने के वजाय विवाद बढता ही जा रहा है.इससे उत्पादन पर बुरा असर पड रहा है.उधर कंपनी मालिक और डिपार्टमेंट इंचार्ज की माने तो श्रमिकों की मानसिकता इमानदारी पूर्वक कार्य करने और अपनी जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं है? फर्म मालिक के साथ मजदूर वर्ग विरोधात्मक रुख अपना रहा है.इसे उलझने बढ रही है.

.दरअसल में ई-निविदा धारक ठेकेदारों को कामचोर श्रमिकों से निपटने के लिए संचार, दस्तावेज़ीकरण और अनुशासनात्मक कार्रवाई का सहारा लेना चाहिए। ये कदम उत्पादकता में सुधार कर सकते हैं और कानूनी जटिलताओं से बचाया जा सकता हैं।

निविदा धारक कंपनी मालिक के लिए समाधान और उपाय

स्पष्ट अपेक्षाएँ और लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए ताकि उचित समय पर श्रमिक काम पर लोटें तथा समय पर काम पर से वापस लौटें यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक श्रमिक को अपने कर्तव्यों का बडी ईमानदारी से निर्वहन की उम्मीदों और समय-सीमाओं के बारे में स्पष्ट जानकारी होना चाहिए. संबंधित कार्य योग्य परिणाम निर्धारित करने से गलत व्याख्या की गुंजाइश कम हो जाती है। श्रमिकों पर

नियमित निगरानी और पर्यवेक्षण के संबंध में बता दें कि ठेकेदार को श्रमिकों के काम की निगरानी/पर्यवेक्षण के लिए उचित उपाय करने चाहिए या कार्य स्थल में एक पर्यवेक्षक नियुक्त करना चाहिए। संभावित कार्यों की नियमित जाँच-पड़ताल से समस्याओं का जल्द हल निकलना संभव हो जाता है।

लिखित प्रतिक्रिया और दस्तावेज़ के संबंध मे बता दें कि साइट मे ईमानदारी का प्रदर्शन संबंधी किसी भी समस्या को लिखित रूप में दर्ज करें। इसमें औपचारिक चेतावनी (formal warnings), परामर्श (counseling), या प्रदर्शन सुधार योजनाएँ (Performance Improvement Plans) शामिल हो सकती हैं। यह दस्तावेज़ बाद में किसी भी कानूनी कार्रवाई के लिए महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में काम करेंगे।बतादें कि कभी-कभी प्रेरणा की कमी भी कामचोरी का कारण हो सकती है। सकारात्मक प्रतिक्रिया दें, अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत करें, और स्वस्थ कार्य वातावरण को बढ़ावा दें।

समस्याओं को समझना बेहद जरुरी है.अनुबंध ठेका श्रमिक के दृष्टिकोण को भी समझें। कभी-कभी व्यक्तिगत समस्याएँ या खराब कार्य-जीवन संतुलन भी प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। उचित समर्थन या परामर्श से मदद मिल सकती है। यदि बार-बार चेतावनी और सुधार के प्रयासों के बावजूद प्रदर्शन में सुधार नहीं होता है, तो अनुबंध की शर्तों के अनुसार उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकते हैं। गंभीर मामलों में, उचित नोटिस और प्रक्रिया का पालन करते हुए सेवा समाप्त की जा सकती है।

कानूनी सलाह के मुताबिक यदि स्थिति गंभीर है या श्रमिक संघ का मामला है, तो किसी श्रम कानून विशेषज्ञ या वकील से सलाह लेना सबसे अच्छा है। वे आपको कानूनी रूप से सही प्रक्रिया का पालन करने में मार्गदर्शन कर सकते हैं।

श्रम अधिकारी से संपर्क स्थापित करना चाहिए और यदि ठेकेदार श्रम कानूनों के अनुसार सुविधाएं या मजदूरी नहीं दे रहा है, तो श्रमिक श्रम अधिकारी या श्रम इंस्पेक्टर के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसलिए ठेकेदार को स्वयं सभी कानूनी आवश्यकताओं का पालन करना चाहिए.

तत्संबंध मे ई- निविदा धारक मेसर्स ठेका फर्म मालिकों का मन्ना है कि श्रमिकों कई मानसिकता ईमानदारी से निर्धारित समय तक काम करने की नहीं है? अपितु वे बिना काम किये या अल्प और अधूरा काम करने के बाद पूरा पगार पाने का पक्षधर दिखाई दे रहा है.कानून के अनुरूप

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