पवार पुत्री सुप्रियाताई बन सकती हैं महाराष्ट्र की भावी मुख्यमंत्री
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष और पूर्व सीएम शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र राज्य की भावी मुख्यमंत्री के रुप मे देखा जाने लगा है?उन्हे इनके पिताश्री पूर्व सीएम शरदचंद्र पवार का आशीर्वाद प्राप्त हो चुका है! NCP अध्यक्ष शरद पवार भी चाहते हैं कि आज से 30 साल बाद उनकी बेटी सुप्रियाताई सुले उनके स्थान पर मुख्य मंत्री बन जाए तो क्या देखना है? भतीजा अजीत पवार तो उप मुख्य मंत्री पद तक ही सिमटकर रह गए हैं?आने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस ,NCP और उद्धव सेना गुट के समर्थन में सुप्रियाताई को मुख्यमंत्री पद का ताज पहनाया जाना चाहिए? भावी मुख्य मंत्री पद पर सुप्रियाताई सुले की खबर से मराठा छत्रप शरदचंद्र बेहत आनन्दित मुद्रा मे नजर आ रहे हैं।एक सर्वेक्षण के मुताबिक मराठवाड़ा, पश्चिम महाराष्ट्र, कोकण,और मुंबई के मतदाता जनता-जनार्दन मे व्याप्त चर्चाओं के मुताबिक महाराष्ट्र राज्य को एक मर्तबा महिला मुख्यमंत्री की आवश्यकता महसूस की जा रही है? पूणे सोलापुर, औरंगाबाद , बीड, अम्बेजोगई,परली परलणी,जालना, लातुर, अहमदनगर, सिंधुदुर्ग,मडगांव, रत्नागिरी इत्यादि हजारों गांव के कांग्रेस, राकांपा, और उद्धव सेना के कार्यकरताओं का मानना है कि संसद सुप्रिया सुले को लाख कोशिशों के बावजूद भी केंद्र सरकार में कैबिनेट य राज्यमंत्री नहीं बनाया गया? नतीजतन सुप्रियाताई को बारामती विधान सभा चुनाव मे विपक्ष इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार बनाकर चुनाव लडाया जा सकता है?
हालकि NCP नेता शरदचंद्र पवार की पुत्री सुप्रियाताई ने बीते लोकसभा चुनाव दौरान
कहा था कि वे केंद्र में एक स्थाई सरकार की आवश्यकता जताई थी? परंतु विपक्ष इंडिया गठबंधन दल के अधिकांश उम्मीदवारों को पराजय हाथ लगने से केंद्र मे NDA की सरकार का परचम लहराया जा चुका है? परिणामत: शरदचंद्र पवार को शिकस्त झेलनी पडी है? संसद सुप्रियाताई यह कह चुकी हैं कि देश जल्दी-जल्दी चुनाव को झेल नहीं सकता और इस बार भी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ही केंद्र में सरकार बना पाई है। फिलहाल सुप्रियाताई सुले ने साफ किया कि वह मुख्यमंत्री बनने की इच्छुक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस और अन्य सहयोगियों की जीत के प्रति आश्वस्त हैं। उन्होंने उन्होंने कहा कि पहली बार कांग्रेस और राकांपा के नेता एक साथ चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
सुले ने कहा था कि यह गठबंधन महाराष्ट्र में अधिक सीट जीत सकता है। शरद पवार के भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में आने के संबंध में दिए गए बयान पर सुप्रिया सुले ने कहा था कि, ‘इस तरह के बयान से कांग्रेस-राकांपा के चुनाव को कोई नुकसान होने वाला नहीं है। नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार को देश में मार्केटिंग तकनीक से कर रहे हैं जो कि विदेश से आयात किया गया है। देश का विकास कार्य करने से होगा प्रचार से नहीं।’
सुप्रिया सुले ने कहा था कि वह राज्य में आगामी विधानसभा के चुनाव में फिलहाल मुख्यमंत्री बनने की इच्छुक नहीं हैं. कांग्रेस में कई ऐसे नेता हैं जो मुख्यमंत्री बनने के योग्य हैं. उन्होंने कहा था कि वह लोकसभा के चुनाव में ध्यान दे रही हैं और राष्ट्रीय राजनीति से राज्य की राजनीति में आना आसान काम है। परंतु वर्तमान परिवेश और भविष्य को देखते हुए भावी मुख्यमंत्री के रुप मे सुप्रियाताई का नाम की चर्चा जमकर शुरु है? शरदचंद्र पवार भी चाहते हैं कि उनकी सुपुत्री सुप्रियाताई सुले को महाराष्ट्र की मुख्य मंत्री का ताज पहनाना जायज होगा?