आई बुरी खबर! इसरो का 101वां मिशन फैल : वैज्ञानिक हुए मायूस
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नई दिल्ली। अंतर्राज्यीय खबर के मुताबिक भारतीय इसरो ने श्रीहरिकोटा से पीएस एलवी सी-61 रॉकेट के साथ ईओएस-09 उपग्रह लॉन्च किया, लेकिन मिशन असफल रहा. इसरो प्रमुख वी नारायणन ने पूरे मामले की समीक्षा के बाद जानकारी देने की बात कही है. दरअसल में मनोवैज्ञानिकों कई माने तो
इसरो का 101वां मिशन विफल हुआ नहीं वल्कि शत्रु देश की साजिश का नतीजा है.
वैज्ञानिकों में निराशा है कि, मिशन पूरा नहीं हो सका.
पीएसएलवी-सी61 रॉकेट ने ईओएस-09 को ले जाना था.
ISRO 101 Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार सुबह श्रीहरिकोटा से अपनी 101वीं अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किया, लेकिन इसके कुछ ही समय के भीतर इसरो प्रमुख ने घोषणा की कि यह मिशन पूरा नहीं किया जा सका है. इस मिशन में पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकलम (पीएसएलवी-सी61) रॉकेट ने पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-09 को अंतरिक्ष में ले जाना था. 44.5 मीटर ऊंचा यह रॉकेट अपनी 63वीं उड़ान में सुबह 5:59 बजे पहले लॉन्च पैड से निर्धारित समय पर रवाना हुआ, लेकिन इस मिशन को पूरा नहीं किया जा सका.
सुबह-सुबह आई बुरी खबर! इसरो का 101वां मिशन हो गया विफल, वैज्ञानिक हुए मायूस हैं. इसरो का 101 वां मिशन विफल हो गया है.
इसरो प्रमुख वी नारायणन ने कहा कि हम जल्द की इसकी समीक्षा करने के बाद मीडिया को विस्तृत जानकारी देंगे. उन्होंने कहा कि पीएसएलवी-सी61 का परफॉर्मेंस दूसरे स्टेज तक नॉर्मल था. तीसरे स्टेज में भी में मोर्टर बिल्कुल सही तरीके स्टार्ट हुआ. लेकिन उसके बाद उसमें कुछ गड़बड़ी आ गई.
नारायणन ने बताया कि पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-09 को लेकर अंतरिक्ष में जाने वाला यह मिशन तीसरे चरण में खराबी के कारण पूरा नहीं हो सका. यह इसरो का श्रीहरिकोटा से 101वां लॉन्च था. पीएसएलवी एक चार चरणों वाला रॉकेट है. नारायणन ने बताया कि पहले दो चरण सामान्य रूप से काम कर रहे थे, लेकिन तीसरे चरण के मोटर शुरू होने के बाद उसमें कुछ गड़बड़ी देखी गई. इस वजह से मिशन को पूरा नहीं किया जा सका है. परंतु मनोवैज्ञानिक इसे किसी की साजिश करार दे रहे हैं?