मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए सावन में जपें यह विवाह मंत्र0
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
वाराणसी। वैदिक सनातन धर्म शास्त्रों के अनुसार सावन के महीने में कन्याएं सुयोग्य वर प्राप्ति की मनोकामना लिए सावन सोमवार का व्रत रखती हैं और भोलेनाथ से मनचाहा जीवनसाथी मिलने का आशीर्वाद मांगती हैं। मान्यता भी है कि सावन में सोमवार का व्रत करने वाली लड़कियों को जल्द ही सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है और विवाह में आ रही अड़चनें समाप्त होती हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में जिनका जप करने से कन्या और वर दोनों को मनचाहा जीवनसाथी मिल जाता है…
*पत्नीं मनोरमां देहि नोवृत्तानुसारिणीम्।*
*तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥*
सावन मास का महीना दांपत्य जीवन के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। भगवान शिव के साथ ही मंगला गौरी यानी माता पार्वती की पूजा का भी विशेष महत्व है। कुंवारे लड़कों को सावन के महीने में रोजाना कम से कम 5 माला इस मंत्र का जप करना चाहिए
सुंदर पत्नी के लिए जपें यह मंत्र
*ॐ क्लीं विश्वावसुर्नाम गन्धर्वः कन्यानामधिपतिं लभामि*
*देवदत्तां कन्यां सुरूपां सालांकारा तस्मै विश्वावसवे स्वाहा*
अगर अभी तक आपकी जीवनसंगिनी की तलाश पूरी नहीं हुई है तो सावन में इस मंत्र का रोजना जप करके आप एक सुंदर पत्नी प्राप्त कर सकते हैं। मंत्रोच्चारण करने के बाद भगवान शिव और माता पार्वती को मिठाई का भोग लगाएं। भोग को प्रसाद के रूप में स्वयं भी ग्रहण करें।
योग्य वर प्राप्त करने के लिए
*ऊँ ह्रीं गौर्ये नम: हे गौरी शंकर अर्धागिंनी यथा त्वं शंकर प्रिया तथा माम कुरू कल्याणी कान्त कान्ता सुदुर्लभम् ”*
जिन कन्याओं के विवाह में विलंब हो रहा है उन्हें अक्षय तृतीया, श्रावण मास में, दीपावली, बसंत पंचमी, नवरात्र में इस मंत्र का जप आरंभ कर देना चाहिए और नियमित रूप से जप करना चाहिए। कम से कम 51 हजार या फिर सवा लाख की संख्या में इस मंत्र का जप पूरा करना चाहिए। सावन में शिव-पार्वती के मंदिर में धूप दीप जलाकर पीले और लाल पुष्प अर्पित करने चाहिए। साथ में प्रार्थना करनी चाहिए, हे गौरी जिस प्रकार आप भगवान शंकर की प्रिया हैं, उनकी अर्धांगिनी हैं, उसी प्रकार हे माता कल्याणी मुझको दुर्लभ वर प्रदान करो।
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भगवान कृष्ण जैसा पति पाने के लिए
*कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि !*
*नंदगोपसुतम् देवि पतिम् मे कुरुते नम:।*
शिवप्रिया पार्वती का ध्यान करते हुए इस मंत्र का रोजना जप करने से आपको भगवान कृष्ण जैसे योग्य और अच्छे पति की प्राप्ति हो सकती है।
इंद्र जैसा सुंदर वर्ण वाला पति पाने के लिए
*ऊं देवेन्द्राणि नमस्तुभ्यं देवेन्द्रप्रियभामिनी*
*विवाहं भाग्यमारोग्यं शीघ्रं लाभं च देहि मे*
देवराज इंद्र स्वर्ग के राजा कहलाते हैं। पुराणों के अनुसार, देवी शचि के साथ उनका विवाह हुआ था। अगर आप भी देवराज इंद्र जैसा पति पानी चाहती हैं तो सावन के महीने में इस मंत्र का रोजाना जप करें।
*ओजस्वी तेजस्वी पुत्र प्राप्ति के लिए निम्न मंत्र?*
*ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्णं त्वामहं शरणं गतः॥*
ओजस्वी और तेजस्वी संतान के लिए इस मंत्र का जाप विशेष रूप से किया जाता है। यह मंत्र गर्भवती महिला के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और शिशु के उज्जवल भविष्य की प्रार्थना करता है।