नागपुर। रेलवे डी आर एम मुख्यालय नागपुर अंतर्गत दक्षिण-पूर्व-मध्य रेल के नैनपुर- सिवनी- छिन्दवाडा के बीच आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों मे अभी तक समय सारणी और रेल यात्री किराया सूची फलक नहीं लगाया गया है। जवकि 24 अप्रैल को रेलवे का परिचालन के लिए केंद्रीय रेल मंत्री के हाथों लोकार्पण समारोह की तैयारियां बडे जोर शोर से शुरु कर दी गई है। बताते हैं कि नैनपुर से केवलारी भोमा,कन्हीवाडा, सिवनी,मात्रधाम कातलबोडी, पीपरडाही, समसवाडा, कपुरधा खैरी,काराबोह, चोरई,मरकाहाडी- उदादौन, झिलमिलाती,उमरिया इत्यादि स्टेशनों मे अभि तक रेलवे समय सारिणी और रेल किराया सूचि फलक नहीं लगाया गया है। नतीजतन नागरिक यात्रिगणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड सकता है। जवकि नैनपुर से छिन्दवाडा के लिए इन्ही रेलवे स्टेशनों से बड़ी रेल लाइन गुजरने का समय काफी कम बचा है। दो दिन पहले यहां लोकार्पण समारोह की तैयारियां चल रही हैं। वहीं अभी तक सिवनी रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्टेशनों में कौन सी ट्रेन किस नंबर की ट्रेन कहां से कहां जाएगी। कहां रुकेगी, इसकी समय सारणी स्टेशनों पर नहीं लगी है। इसके साथ ही रेल किराया सूची भी नहीं लगी है। वही यहां कार्यरत रेल कर्मचारियों का कहना है कि हमें इस विषय में कुछ भी पता नहीं है। ट्रेन किस तारीख को आएगी और कौन सी ट्रेन आएगी, कहां से कहां जाएगी। रेल यात्रियों के लिए किराए की सूची समय सारणी आदि हमें अप्राप्त है। 22 अप्रैल शनिवार को सुबह प्लेटफॉर्म नम्बर 1 पर बैठने वाले स्थान पर ग्रेनाइड पत्थर लगाने का काम जारी था। जबकि एक दिन पहले 21 अप्रैल शुक्रवार को ही नेताओं के लिए शेड तैयार हो गया था।
सिवनी रेलवे स्टेशन में अव्यवस्था का आलम – 24 अप्रैल से बड़ी रेल लाइन सिवनी रेलवे स्टेशन से होकर गुजरेगी इसके लिए सिवनी रेलवे स्टेशन में जनप्रतिनिधि नेताओं के लिए मंच तैयार हो गया है। साथ ही प्लेटफार्म नंबर एक के सेट के नीचे सफेद कपड़ा लगाकर स्टेज सजा दिया गया है। लेकिन आलम यह है कि ट्रेन चलने के 2 दिन पहले भी मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर अभी भी युद्ध स्तर पर टाइल्स लगाने का काम चल रहा है। इस कार्य में भी उतनी फीनेसिंग नजर नहीं आ रही है। अधिकतर कार्य आनन-फानन में कराए जा रहे हैं। कार्य के दौरान मजदूर ही यहां नजर आए। यात्रियों के बैठने के लिए लगाए जाने वाले चिकने पत्थर की कहीं चौड़ाई ज्यादा है। कहीं मजदूरों को अधिक घिसाई करनी पड़ रही है। वही प्लेटफार्म नंबर-1 पर यात्रियों के बैठने के लिए रखी गई सीमेंट की कुर्सियां भी क्षतिग्रस्त हैं। इसके साथ ही पेयजल की व्यवस्था के नाम पर यहां कहीं न तो नल नहीं लगे हैं तो कहीं नल से पानी लीकेज हो रहा है। जो प्लेटफार्म में फेल रहा है। नल की फिटिंग की कई जगह काफी कमजोर लगाई गई है लोगों के हाथों में नल ही आ जाता है और पानी का फव्वारा बाहर निकलने लगता है। बैठने वाले अनेक स्थानों पर ग्रेनाइट पत्थर भी नहीं लगाए जा सके हैं। कुल मिलाकर सुनियोजित साजिश के तहत केंद्र की प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार को बदनाम करने की विरोधी पक्ष नेताओं की करतूतों का पर्दाफ़ाश उजागर होता है।