प्रयागराज। दुर्दांत भू-माफिया अतीक अहमद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के रिश्तेदारों की जमीन हड़पने की भी कोशिश की थी। एक अंग्रेजी दैनिक ने खबर दी है कि तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले को गंभीरता से लिया था।
माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ दोनों की शनिवार 15 मार्च की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक और अशरफ दोनों को पुलिस मेडिकल जांच के लिए ले जा रही थी, तभी हमलावरों ने खुद को मीडिया प्रतिनिधि बताकर फायरिंग शुरू कर दी। इससे पहले अतीक का बेटा असद दो दिन पहले उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। तीन दिन में अतीक के परिवार के तीन सदस्यों की इस तरह मौत के साथ ही प्रयागराज में 40 साल से चल रहे माफिया राज का भी अंत हो गया. इसके बाद अतीक अहमद के कई मामले सामने आ रहे हैं।
2007 में सोनिया गांधी के रिश्तेदारों की जमीन 2004 के लोकसभा चुनाव में, अतीक अहमद ने फूलपुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीता। पांच बार विधायक रहे अतीक सांसद बने। इस दौरान माफिया अतीक और उसके गुंडों का आतंक इस कदर बढ गया था कि लोग उसकी इजाजत के बिना अपनी जमीन नहीं बेच सकते थे. अलिखित नियम था कि भूमि, दुकान, मकान का लेन-देन अतिक से पूछकर ही करना चाहिए। अतीक उस प्रॉपर्टी के रेट अपनी मर्जी से तय करता था। अतीक अहमद ने 2007 में प्रयागराज के सिविल लाइंस में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के ससुर फिरोज गांधी की चचेरी बहन वीरा गांधी की जमीन पर कब्जा कर लिया था.इस पर सोनिया गांधी को दखल देना पड़ा था।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, प्रयागराज सिविल लाइन्स पैलेस सिनेमा के पास वीरा गांधी के घर और जमीन पर अतीक ने अवैध कब्जा कर लिया था। इस बार अतीक का आतंक इतना बढ गया था कि स्थानीय पुलिस और राज्य सरकार के अधिकारी वीरा गांधी की मदद के लिए आगे नहीं आ सकते थे। आखिर वीरा गांधी ने इसके बाद रीता बहुगुणा ने जिला प्रशासन से इस बारे में चर्चा की। अंत में अतीक अहमद को जमीन वीरा गांधी को लौटानी पड़ी।
बताते है कि वीरा गांधी की चुप्पी की पुष्टि रीता बहुगुणा ने की थी। अतीक अहमद की हत्या के बाद, वीरा गांधी ने उनके जमीन हड़पने के मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। लेकिन रीता बहुगुणा ने इस तरह की पुष्टि की है। सोनिया गांधी ने बताया था कि मुझसे वीरा गांधी की जमीन के मामले में दखल देने को कहा। इसके बाद मैंने जिला प्रशासन को फोन किया। इसके बाद अतीक केस से हट गए थे, उन्होंने सफाई दी है।कि अतीक अहमद की 1,699 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में अतीक अहमद की संपत्ति का ब्योरा देते हुए एक डिक्लेरेशन जारी किया था। इसमें कहा गया था कि उनके पास करीब 1 हजार 169 करोड़ रुपए की संपत्ति है। इन सभी संपत्तियों को सरकार ने जब्त कर लिया है। जब अतीक ने 2019 का लोकसभा चुनाव वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था, तब उन्होंने केवल 25 करोड़ रुपये की चल संपत्ति घोषित की थी। यह जानकारी आल इंडिया सोसल आर्गेनाइजेशन अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री ने गहन सर्वेक्षण के मुताबिक पत्रक में दी है।