नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सफलता पर मीडिया को संबोधित करते हुए पार्टी नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमने नफ़रत, ग़लत शब्दों से ये लड़ाई नहीं लड़ी. हमने मोहब्बत से दिल खोलकर ये लड़ाई लड़ी और कर्नाटक की जनता ने हमें दिखाया कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है.
कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजे लगभग साफ हो गए हैं. सभी 224 विधानसभा सीटों के रुझान आ चुके हैं, जिनमें कांग्रेस बहुमत की स्थिति में नज़र आ रही है. राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी अपनी हार स्वीकार कर ली है.
इस बीच, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कर्नाटक की जनता का आभार व्यक्त किया.
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने दिखाया कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है. कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकानें खुली हैं.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘सबसे पहले मैं कर्नाटक की जनता, कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के सब कार्यकर्ताओं और हमारे जिन सब नेताओं ने कर्नाटक में काम किया, उनको बधाई और धन्यवाद देता हूं. कर्नाटक के चुनाव में एक तरफ क्रोनी कैपिटलिस्ट (पूंजीवादियों) की ताकत थी, दूसरी तरफ गरीब जनता की शक्ति थी… और इस शक्ति ने ताकत तो हरा दिया.’
उन्होंने आगे कहा कि अब यह हर राज्य में होगा. वे बोले, ‘… और यही हर राज्य में होगा. कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में गरीबों के साथ खड़ी हुई, हम गरीबों के मुद्दों पर लड़े… और मुझे सबसे अच्छी बात ये लगी कि हमने नफरत से, गलत शब्दों से ये लड़ाई नहीं लड़ी. हमने मोहब्बत से, प्यार से, दिल खोलकर ये लड़ाई लड़ी और कर्नाटक की जनता ने हमें दिखाया कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकानें खुली हैं. ये सबकी जीत है, सबसे पहले ये कर्नाटक की जनता की जीत है.’
उन्होंने चुनाव अभियान के दौरान कर्नाटक की जनता से किए गए वादों को लेकर यह आश्वासन भी दिया कि उन्हें पहली ही कैबिनेट बैठक में पूरा किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘हमने चुनाव में कर्नाटक की जनता से, गरीब जनता से पांच वादे किए थे. मैंने अपने भाषण में कहा था, (मल्लिकार्जुन) खड़गे जी ने अपने भाषण में कहा था, सब नेताओं ने अपने भाषण में कहा था कि हमारे पांच वादे हैं. हम इन वादों को पहले दिन पहली कैबिनेट मीटिंग में पूरा करेंगे.’
बता दें कि कांग्रेस ने कर्नाटक की जनता से जो पांच वादे किए थे, उनमें पुरानी पेंशन बहाल करने, 200 यूनिट तक बिजली फ्री देने, 10 किलो अनाज मुफ्त देने, बेरोजगारी भत्ता देने और परिवार चलाने वाली महिला मुखिया को आर्थिक मदद की बात कही गई थी.
कर्नाटक विधानसभा के ताजा रुझानों में कांग्रेस अब तक 68 सीट जीत चुकी है, जबकि 68 पर आगे है और इस तरह बहुमत के आंकड़े 113 के मुकाबले वह 136 सीटों पर काबिज होती दिख रही है.
वहीं, भाजपा के खाते में महज 64 सीटें जाती दिख रही हैं. जनता दल (सेकुलर) भी 20 सीटों पर सिमटती दिख रही है.