नई दिल्ली : ज्येष्ठ के महीने में पड़ने वाले मंगलवार के दिन भगवान हनुमानजी महाराज की उपासना परम पुण्यकारी बताई गई है. पौराणिक कथा कहती है कि ज्येष्ठ के महीने में ही त्रेतायुग में भगवान राम की मुलाकात वीर बजरंगी हनुमान से हुई थी. इसलिए इस महीने के मंगलवार को बड़ा मंगल कहते हैं. मान्यता है कि इस महीने के मंगलवार को हनुमत आराधना करने से बड़ा से बड़ा संकट दूर हो जाता है. आज ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल है.
ज्येष्ठ के मंगलवार को हनुमान जी की विशेष पूजा की जाती है. इस दिन हनुमान जी को तुलसी दल की माला अर्पित करने का विधान है. साथ ही हलवा पूरी या मीठी चीजों का भोग भी लगाया जाता है. इसके बाद महाबली हनुमान की स्तुति करें. निर्धनों में हलवा-पूरी और शीतल जल बांटें. ऐसा करने से मंगल सम्बन्धी हर समस्या का समाधान हो जाएगा.
बड़े मंगल को व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा अर्चना करनी चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. बजरंग बाण का भी पाठ करना लाभकारी होता है. हनुमान जी को लाल रंग का चोला बहुत प्रिय है. बड़े मंगल पर आप उन्हें ये अर्पित कर सकते हैं. स्नान करके हनुमान जी को रोली चंदन का तिलक लगाएं. लाल वस्त्र का दान करने पर विशेष फल प्राप्त होता है.
*बड़े मंगल पर न करें ये 4 गलतियां अन्यथा°°°°°°°*
1. बड़े मंगल के दिन रुपया-पैसा उधार देने से बचना चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि बड़े मंगल के दिन उधार में दिया धन बड़ी मुश्किल से वापस आता है. साथ ही लोगों को आर्थिक मोर्चे पर मुश्किलों को सामना करना पड़ता है.
2. बड़े मंगलवार पर उत्तर दिशा में दिशाशूल रहने से इस दिशा में यात्रा करना अशुभ माना जाता है. इस दिन पश्चिम दिशा में यात्रा करने से भी बचना चाहिए. यदि इस दिशा में यात्रा करना बहुत ही आवश्यक है तो यात्रा पर जाने से पहले गुड़ अवश्य खाएं.
3. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, बड़े मंगल के दिन शुक्र और शनि ग्रह से संबंधित रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए. साथ ही क्रोध करने या किसी व्यक्ति को अपशब्द भी नहीं कहने चाहिए.
4. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, बड़े मंगल पर नमक, अंडा या मांस-मदिरा के सेवन की मनाही होती है. ऐसा करने से हनुमान जी नाराज होते हैं और जीवन में कई बाधाएं आती हैं.
*सहर्ष सूचनार्थ नोट्स:-*
उपरोक्त जानकारी धर्म शास्त्रों के अनुसार एवं सुझाव सिर्फ सामान्य ज्ञान सूचना के आधार पर पेश करते है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते सकते हैं। धन्यवाद
*जेष्ठ मास की महिमां का विशेष और आलौकिक वर्णन*