शरद पवार चाणक्य!PM मोदी की पीठ थपथपा कर खिलखिलाए पवार

पुुणे : वर्तमान परिप्रेक्ष्य में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व सीएम और NCP चीफ शरद पवार वही करते हैं जो उन्हें ठीक लगता है। I.N.D.I.A गठबंधन मना करता रहा लेकिन गत 1 अगस्त को पुणे में उस कार्यक्रम में पहुंचे जहां पीएम मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस दौरान मंच पर पवार और मोदी के बीच गर्मजोशी देखी गई। पवार ने मुस्कुराते हुए पीएम की पीठ पर हाथ भी फेरा। और खिलखिलाकर हंसे?NCP चीफ पवार विपक्षी गठबंधन को यह संदेश देना चाहते हैं तुम अभि हमारे सामने बच्चे हो ? इस बचकानी हरकत से विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A.दल के नेताओं की नजरों से शरद पवार उतर गए?

उधर 26 दलीय विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A.के प्रत्येक नेताओं को अलग-अलग और एकांत मे विश्वास अर्जित कर रहे हैं कि और उनसे कह रहे हैं कि मैने इतने वर्षों मे अनेकों उतार चढाव देखे हैं? शरद पवार विपक्षियों से कहते हैं कि एक मात्र मै पवार ही भाजपा सरकार को मात दे सकता हूं? सूत्रों की माने तो NCP चीफ शरदचंद्र पवार विपक्षियों का विश्वास संपादन करके 2024 में प्रधानमंत्री बनने क सपना देख रहे हैं। इसलिये पुणे के कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरदचंद्र पवार पीएम मोदी से मुस्कुरा कर मिले और
हाथ मिलाया, खिलखिलाकर पीठ पर हाथ फेरे। पवार की इस बचकानी हरकत की तस्वीर देख कर कांग्रेस ही नहीं पूरे विपक्ष को चुभने लगी?

PMमोदी और पूर्व सीएम पवार की यह तस्वीर देखकर विपक्षी गठबंधन के नेताओं की धड़कनें भी बढ़ गई होंगी। वैसे भी, राजनीति में मिलने-बिछड़ने का सिलसिला बहुत ही पुराना है। पुणे के एक मंच पर जब एनसीपी चीफ शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिले तो ‘दिल को दिल के करीब लाना’ वाली लाइन यूं ही सियासी जानकारों के जेहन में गूंजने लगीं। क्या 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कुछ बड़ा गेम होने वाला है। क्या पिछले दिनों एनसीपी का शिंदे सरकार के साथ जाना सोची समझी रणनीति थी? ऐसे सवाल तो उसी दिन से उठ रहे हैं जब अजित पवार महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए थे। लेकिन आज मोदी-पवार की गर्मजोशी देख फिर से वही बातें होने लगी हैं।

PM मोदी से मिले NCP चीफ पवार।

‘खानदान’ फिल्म के इस गाने की अगली लाइनें भी ध्यान से याद कीजिए- ख़्वाब तो कांच से भी नाज़ुक है, टूटने से इन्हें बचाना है। पवार की मुस्कुराहट देखकर कांग्रेस ही नहीं, पूरे विपक्षी गठबंधन को यह डर सताने लगा होगा कि उन्हें अब टूट से बचना होगा। यह ऐसा वक्त है जब भाजपा के खिलाफ विपक्ष ठीक तरह से एकजुट भी नहीं हो पाया है। ये सब बातें क्यों हो रही हैं, यह समझने के लिए आप पहले वीडियो देख लीजिए।
नरेंद्र मोदी और शरद पवार ने मंच किया साझा, हाथ मिलाया और ठहाका लगाकर हंस पडे। दरअसल, राजनीति में हंसने, मुस्कुराने, थपकी देने के भी अपने मायने होते हैं। आज जब कुछ इसी अंदाज में शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात हुई तो चर्चा चल पड़ी। पवार की अपनी बनाई पार्टी टूटी, सत्ता छूटी, पिछले दिनों वह मोदी की आलोचना कर रहे थे लेकिन आज की तस्वीर कुछ अलग थी। मोदी से मिलकर पवार खिलखिलाकर हंस रहे थे। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के नेताओं ने उन्हें रोकने की लाख कोशिशें कीं थी? लेकिन महाराष्ट्र के सियासी चाणक्य नहीं माने। वह 1 अगस्त के कार्यक्रम के लिए (पीएम मोदी से मुलाकात के लिए) कितना बेताब थे, वह आप ऐसे समझिए कि पुणे के उस मंच पर पवार सबसे पहले जाकर बैठ गए थे। जी हां, नीचे तस्वीर देखिए अभी कोई भी गेस्ट नहीं आया है और शरद पवार मंच पर अकेले बैठे हुए हैं।

मंच पर सबसे पहले जाकर बैठ गए पवार।

मौका था लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह का। कई दिनों से इस कार्यक्रम की चर्चा थी। क्या पवार जाएंगे? मोदी से कैसे मिलेंगे पवार। हालांकि तमाम अटकलों और विपक्षी खेमे की आपत्तियों के बावजूद पवार ने मोदी के साथ मंच साझा किया। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ ने पवार से कहा था कि ऐसे वक्त में जब भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर मोर्चा बनाया जा रहा है, उनका इस कार्यक्रम में शामिल होना विपक्ष के लिए अच्छा नहीं होगा। पवार ने उन सांसदों से मुलाकात ही नहीं की, जो उन्हें इस समारोह में शामिल न होने के लिए मनाना चाहते थे। उस दिन पवार से मिलकर मोदी ने हथेली पर कुछ लिखने का इशारा किया। क्या बात हुई, वो तो पता नहीं लेकिन इतना जरूर है कि नेता इशारों में बहुत कुछ कह जाते हैं। प्रधानमंत्री को उनके ‘सर्वोच्च नेतृत्व’ और ‘नागरिकों में देशभक्ति की भावना जगाने’ के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

यह जानकारी नवभारतटाइम्स के वरिष्ट पत्रकार अनुराग मिश्र ने डिजीटल मीडिया के माध्यम से दी है? पत्रकार श्री अनुराग मिश्र साइंस में ग्रैजुएट होने के बाद मीडिया की पढ़ाई की। डिप्लोमा के बाद मीडिया मैनेजमेंट में एमबीए। रेडियो से करियर की शुरुआत की है। वर्तमान समय में आज समाज, अमर उजाला में प्रिंट जर्नलिज्म के बाद नवभारतटाइम्स डॉट कॉम में कार्यरत है। विचारों की घटा उमड़ती है तो शब्दों की बारिश हो जाती है बस। पेशे से पत्रकार, दिल से ठेठ इलाहाबादी है। धन्यवाद।

About विश्व भारत

Check Also

भाजप आमदार समीर मेघेंची हॅटट्रिक रमेश बंग रोखणार ?

दोन वेळा हिंगणा मतदारसंघातून विजय मिळवल्यानंतर तिसऱ्यांदा निवडणूक रिंगणात उतरलेले भाजपचे समीर मेघे विजयाची हॅटट्रिक …

मविआ को बढ़त से रोकने के लिए सक्रिय है BJP आलाकमान

महाराष्ट्र में मविआ को बढ़त से रोकने के लिए सक्रिय है BJP आलाकमान   टेकचंद्र …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *