आंदोलन की आड़ में महाराष्ट्र का माहौल बिगाड़ने का घिनौना प्रयास?CM एकनाथ शिंदे का कथन
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री:सह-संपादक की रिपोर्ट
मुंबई ।महाराष्ट्र के जालना में इस वक्त मराठा आरक्षण को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है. लाठीचार्ज के बाद घायल हुए प्रदर्शनकारियों से आज राज ठाकरे ने मुलाकात कर बड़ा बयान दिया है.
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जालना की घटना दुःखद है. पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया जाना दुःखद है. बल प्रयोग का कोई समर्थन नहीं कर सकता है. मैं पहले जब 5 सालों तक मुख्यमंत्री था तब हजारों आंदोलन हुए लेकिन कभी बल प्रयोग नहीं किया गया. लाठीचार्ज के लिए मैं माफ़ी मांगता हूं.
मराठा आरक्षण को लेकर इससे पहले कुल छोटे-बड़े 58 आंदोलन किए गए. सभी आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से किया गया. मराठा समाज शांतिप्रिय समाज है. कुछ लोगों ने आंदोलन की आड़ में राज्य का माहौल बिगाड़ने का काम किया है.
जालना में राज ठाकरे का महाराष्ट्र सरकार पर हमला
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने जालना में विरोध स्थल का दौरा किया है. इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही कहा है कि राजनेताओं का अनुसरण न करें. कानूनी पहलुओं को भी समझना चाहिए. जालना घटना के लिए पुलिस को दोष न दें, क्योंकि जिन्होंने उन्हें आदेश दिया वे दोषी हैं.
कल्याण में विरोध प्रदर्शन के समर्थन में दुकानें बंद
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के समर्थन में मराठा समुदाय के युवाओं ने कल्याण में दुकानें बंद कर दी है. सड़क पर लोगों को विरोध करते भी देखा जा सकता है. बता दें, पुलिस ने अबतक सैकड़ों लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है और कई लोगों को न्यायायिक हिरासत में भेजा है.
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जालना के अंतरवाली सराती में प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसका असर पूरे राज्य में देखने को मिल रहा है. दिलचस्प बात यह है कि जालना जिले और शहर में पिछले तीन दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है. कुछ जगहों पर हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं. इसलिए पुलिस आंदोलनकारियों पर केस दर्ज कर रही है. जालना जिले में अब तक 3 हजार 181 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है और 33 प्रदर्शनकारियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मराठा आरक्षण पर कैबिनेट उप-समिति की बैठक में भाग लेने के लिए मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस पहुंच चुके हैं. इस बैठक में सीएम शिंदे समेत कई नेता मौजूद रहेंगे. बैठक में क्या निर्णय लिए जाएंगे इस पर सभी की नजर बनी हूई है
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने जालना में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की. राज ठाकरे ने कहा, मैंने आप लोगों से पहले ही कहा था कि मराठा समाज को आरक्षण नहीं मिलेगा. आरक्षण को लेकर राजनेता सिर्फ आपका इस्तेमाल कर रहे हैं. आरक्षण का लालच दिखाकर सिर्फ आप लोगों से वोट लिया जा रहा है. मैं आज आप लोगों के सामने भाषण देने नहीं आया हूं बस इतना ही कहने आया हूं कि, जिन लोगों के आदेश के बाद पुलिस ने आप पर लाठीचार्ज किया हवाई फायरिंग की उन सभी लोगों को मराठवाड़ा में आने से रोकिए.
आप लोग पुलिस को दोष मत दीजिए. पुलिस को आदेश किसने दिया.. दोष उसको दीजिए मराठा आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करूंगा. देवेंद्र फडणवीस को मैंने ये कहते हुए सुना कि जो घटना हुई उसको लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए.. अगर इस वक्त देवेंद्र फडणवीस विपक्ष में होते तो वो क्या करते? मैं एक बात स्पष्ट कर दूं कि मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं… लाठीचार्ज के कई वीडियो मैंने देखे.. वीडियो में जिस बर्बरता से आंदोलनकारियो पर, महिलाओं पर लाठी बरसाए जा रहे थे वो देखकर मुझसे रहा नहीं गया?
मैं जल्दी आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री से बात करूंगा… बातचीत से क्या हल निकलेगा ये मैं इस समय नहीं बता सकता… लेकिन इन लोगों की तरह मैं आप लोगों से झूठे वादे नहीं कर सकता. चुनाव के समय एक बार फिर ये लोग आपसे आरक्षण को लेकर अनेक वादे करेंगे.. उसे वक्त सिर्फ अपने ऊपर हुए इस हमले को याद रखना.
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार का कहना है, “वे (महाराष्ट्र सरकार) मराठों को आरक्षण नहीं दे सकते…उन्होंने मराठा समुदाय को गुमराह किया जा रहा है
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जगह-जगह से प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही है. इस बीच मराठा आरक्षण प्रदर्शनकारियों ने छत्रपति संभाजी नगर में सड़क जाम कर दिया है जिसका एक वीडियो भी सामने आया है.
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार को टैग करते हुए लिखा कि जब तक उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म के विरोध में दिए गए बयान को लेकर माफीनही मांग लेते तब तक उदयनिधि को महाराष्ट्र में ना आने दिया जाए.
संजय राउत ने कहा, जालना में जो आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज हुआ वो किसके आदेश पर हुआ है?.. मुख्यमंत्री खुद जनरल डायर है और उनके दो साथी डिप्टी जनरल डायर है. क्या करते है गृहमंत्री सिर्फ अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ करवाई करने का काम करते हैं. उन्हें चुप कराने में पूरी ताकत लगा देते है. पुलिस वालों पर कार्रवाई कर सरकार बचना चाहती है. बिना गृहमंत्री के आदेश के यह सब नहीं हो सकता. जो अजित पवार हमेशा मराठा आरक्षण की मांग का समर्थन करते थे. उनकी वोट लेते थे..आज वो कहा हैं?? कल बुलढाणा के सरकारी कार्यक्रम में क्यों नही गए?? राउत ने उदयनिधि स्टॅलिन के बयान पर कहा, ‘उसके बारे में मुझे जानकारी नही है.’
महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन हिंसक होने तथा कुछ पुलिसकर्मियों एवं अन्य के घायल होने के बाद पुलिस ने 360 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस ने हिंसा में कथित तौर पर संलिप्त 16 लोगों की पहचान कर ली गई है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. पुलिस ने शुक्रवार को औरंगाबाद से लगभग 75 किलोमीटर दूर अंबाद तहसील में धुले-सोलापुर रोड पर अंतरवाली सारथी गांव में हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े थे.
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में मनोज जारांगे पाटिल की भूख हड़ताल को लेकर हिंसा भड़कने के दो दिन बाद, राज्य सरकार ने उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित किया है. पाटिल मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जालना के अंतरवाली सारथी गांव में मंगलवार से भूख हड़ताल कर रहे थे, लेकिन अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश करने के बाद प्रदर्शन हिंसक हो गया. हिंसा भड़कने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इस दौरान 40 पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए और राज्य परिवहन की 15 से अधिक बस को आग लगा दी गई.
360 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने बताया कि इस हिंसा के सिलसिले में 360 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सरकार के एक सूत्र ने बताया कि पाटिल को मराठा आरक्षण मुद्दे पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया है. सूत्र ने कहा, ‘‘मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर सरकारी अधिकारियों और पाटिल के बीच बैठक होगी.’’ बता दें, आज कई इलाकों में बंद भी बुलाया गया है, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं.
*अजीत पवार को CM पद नहीं मिलने से आंदोलन*।
मराठा समाज के प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों की माने तो सत्तासुख के लिए वैचेन NCP नेता अजितदादा को मुख्यमंत्री पद नही मिलने से एक सुनियोजित साजिश के तहत मराठा आरक्षण के नाम पर यह आंदोलन कराया जा रहा है?ज्ञातव्य है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की समयावधि मे भी आरक्षण तथा ओबीसी प्रवर्ग का मुख्यमंत्री की मांग को लेकर मराठा आंदोलन करवाया गया था? इसे भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय विश्वासपात्र समझे जाने वाले एक अस्तीन के सांप नेता के गोपनीय मार्गदर्शन एवं सहयोग से यह आंदोलन किए जाने की खबर है।यदि इस आंदोलन को समाप्त करने की जिम्मेदारी DCM अजीत पवार और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को सौंप दिया जाए तो बेहतर होगा?