Breaking News

26 साल बाद राजस्थान में 2 DCM : भजन लाल शर्मा राजस्थान के मुख्यमंत्री

•भजन लाल शर्मा होंगे राजस्थान के नए मुख्यमंत्री
प्रेमचंद बैरवा और दीयाकुमारी DCM

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

जयपुर। राजस्थान में भाजपा विधायक दल की बैठक में फैसला •नौ दिन से जारी सस्पेंस पर लगा विराम •दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा होंगे डिप्टी सीएम •वासुदेव देवनानी होंगे स्पीकर•भजन लाल शर्मा होंगे राजस्थान के नए मुख्यमंत्री •भाजपा विधायक दल की बैठक में फैसला •नौ दिन से जारी सस्पेंस पर लगा विराम •दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा होंगे डिप्टी सीएम •वासुदेव देवनानी होंगे स्पीकर
राजस्थान में सत्ता के तीन केंद्र हो गए हैं। भाजपा ने एक मुख्यमंत्री के साथ दो डिप्टी सीएम बनाएं हैं। ऐसा करके पार्टी ने एक नए रिवाज की शुरुआत की है। क्योंकि, इससे पहले भाजपा राज में दो डिप्टी सीएम नहीं बनाए गए थे।राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम आखिरकार मोहर लग गई। भजन लाल शर्मा प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। इसके साथ ही दो डिप्टी सीएम दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा के नामों का भी एलान किया गया है। यानी राजस्थान में अब सत्ता के तीन केंद्र देखने को मिलेंगे।
भाजपा ने दो डिप्टी सीएम बनाने का प्रयोग कर राजस्थान में एक नए रिवाज की शुरुआत की है। क्योंकि, इससे पहले भाजपा राज में कभी दो उपमुख्यमंत्री नहीं रहे। 1952 से लेकर अब तक प्रदेश में पांच उपमुख्यमंत्री रहे। इनमें चार कांग्रेस और एक भाजपा के राज में बनाए गए थे। वहीं, 2002-2003 में कांग्रेस राज में दो डिप्टी सीएम होंगे।
1993 में भाजपा ने पहली और आखिरी बार हरिशंकर भाभड़ा को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाया था। 30 साल बाद पार्टी ने उपमुख्यमंत्री बनाकर इस प्रयोग को दोहराया है। वहीं, दो उपमुख्यमंत्री बनाकर नए रिवाज की शुरुआत की है।
कांग्रेस की बात करें तो 1952 में पार्टी ने पहली बार टीकाराम पालीवाल को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। इसके बाद 19 मई 2002 में कांग्रेस ने बनवारी लाल बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया। वहीं, 12 जनवरी 2003 को कमला बेनीवाल डिप्टी सीएम बनाईं गईं थीं। इस दौरान राजस्थान में दो डिप्टी सीएम थे। 2003 के चुनाव में भाजपा की सरकार बनी। 2008 में कांग्रेस ने एक फिर सत्ता में वापसी की, लेकिन डिप्टी सीएम का पद किसी को नहीं दिया गया। इसके ठीक दस साल बाद राजस्थान कांग्रेस में सत्ता के दो बड़े दावेदार हो गए थे। एक अशोक गहलोत और दूसरे सचिन पायलट। मुख्यमंत्री सिर्फ एक को ही बनाया जा सकता था, ऐसे में गहलोत ने एक बार फिर बाजी मार गए। उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया और सचिन पायलट को डिप्टी सीएम का पद दिया गया। लेकिन, अपने बगावती तेवर के कारण पायलट सिर्फ जुलाई 2020 तक ही इस पद पर रह सके।
राजस्थान में भाजपा ने सामान्य वर्ग से आने वाले शर्मा को मुख्यमंत्री बनाकर अपने कोर वोट को साधने का काम किया है। वहीं, दिया कुमारी को डिप्टी सीएम का पद देकर आधी आबादी यानी महिला वोट बैंक को मजबूत किया किया, जबकि प्रेमचंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री घोषित कर दलित वर्ग को भी अपने साथ जोड़ा है।

About विश्व भारत

Check Also

अखिल भारत हिंदू महासभा महाराष्ट्र विधानसभा निवडणुकीच्या मैदानात : 288 जागांवर देणार उमेदवार

✍️टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री:सह-संपादक रिपोर्ट हिंदु संरक्षण आणि अखंड भारतासाठी अखिल भारत हिंदू महासभा महाराष्ट्र विधानसभा …

चंद्रशेखर बावनकुळे यांना मौदा-कामठीतून उमेदवारी घोषित : टेकचंद सावरकर यांना धक्का

कामठी-मौदा विधानसभा क्षेत्रातून भाजप प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुळे यांना उमेदवारी देण्यात आली आहे. त्यांच्यासह 99 उमेदवारांना …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *