नागपुर में विरोध : पुराने बिजली मीटर को बदलकर लग रहे भारत में स्मार्ट मीटर
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नई दिल्ली ।पुराने बिजली मीटर को बदलकर लग रहे भारत में नये स्मार्ट मीटर, जानिए क्या है खासियत को जानिए। केंद्र सरकार बहुत सी परियोजनाओं में विभिन्न प्रकार की नीतियों का इस्तेमाल करती रहती है, जिससे कि देश में जो भी व्यवस्था चल रही हैं उन्हें सुचारू किया जा सके जैसा कि हम जानते हैं कि भारत सरकार में बिजली विभाग में सबसे ज्यादा बकाया राशि है, जो कि उपभोक्ताओं के द्वारा इस्तेमाल की जा रही है. इंडिया में बिजली विभाग ने पिछले कुछ सालो में कई तरह के बदले है जिनका उद्देश्य बिजली चोरी रोकने के साथ में पुख्ता बिजली खपत रिपोर्ट दर्ज करना होता था. भारत की वित मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022 बजट पेश करते हुए ये घोषणा की थी की 2025 तक भारत मे सभी पुराने बिजली मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर लगा दिए जाएंगे. स्मार्ट मीटर बिजली उपभोक्ताओं के लिए काफी सुविधाजनक साबित होंगे.स्मार्ट मीटर क्या होता है?
स्मार्ट मीटर एक प्रकार का है जो कि Mobile में लगने वाली SIM की तरह ही एक प्रकार की Chip के द्वारा इस्तेमाल किया जा सकेगा यह भी मोबाइल के ही समान Postpaid तथा Prepaid होगा जिसमें आपको Recharge कराने पर ही बिजली मुहैया कराई जाएगी. इस योजना को लाने का उद्देश्य ही था कि जितनी भी बिजली चोरियां हो रही हैं उन्हें Smart Meter के माध्यम से रोका जा सके. इस स्मार्ट मीटर की खासियत यह है कि जब आप अपने Chip में रिचार्ज करा देंगे तो ये अनिवार्य रूप से बिजली आपूर्ति को चालू रखेगी परंतु जैसे ही रिचार्ज खत्म होगा तो बिजली Supply अपने आप बंद हो जाएगी. जिसमें उपभोक्ता अपनी मनपसंद कंपनी को चुनने का भी अधिकार रखेगा जिसमें वह रिचार्ज करा कर बिजली इस्तेमाल कर सकता है. India में कौन से Smart Meter लगेंगे
भारत में Prepaid Smart Meter लगाए जा रहे है. भारत सरकार ने 2025 तक पूरे भारत में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा है. ये सभी इलेक्ट्रिसिटी मीटर प्रीपेड होंगे जिसका मतलब बिजली इस्तेमाल करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी रिचार्ज करने होंगे, उसके बाद ही हम बिजली इस्तेमाल कर पाएँगे देश के कई बड़े शहरो में Smart Meter लगने की शुरुआत हो चुकी है.
उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद से Smart Meter से ही Prepaid, Postpaid एवं सोलर बिजली की Supply की Billing कर सकते है, क्योंकि यह Meter एक तकनीकि के रूप में कार्य करता हैं . ये मीटर इंटरनेट के जरिये बिजली विभाग से जुड़ा होता है जिससे उन्हें वही से हमारी बिजली खपत और अन्य जानकारी मिलती रहती है. स्मार्ट मीटर में अगर कोई छेड़छाड़ भी करता है तो उसका सिगनल बिजली विभाग तक पहुच जाएगा. इससे बिजली चोरी की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी. नागपूर में स्मार्ट मीटर का विरोध हो रहा है.