मर्यादा-पुरूषोत्तम श्रीराम के साथ झूठ छल कपट का खामियाजा अयोध्या शीट पर BJP की थू थू
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
अयोध्या। मोदी सरकार द्धारा मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह मामले मे असली साधु संत महात्माओं और जगतगुरु शंकराचार्यों के आदर्शों को ठुकराने और खुन्नस की राजनीति खेलने की परिणति भाजपा हाईकमान को भुगतना पड रहा है? श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए विशुद्ध शाकाहारी और फलाहारी उपासक राजनेताओं और महान विभूतियों को आमंत्रित नहीं किया गया और कुटिल,खल कामी कपटी मांसाहारी,शराबी,और पराई स्त्री वैश्यागामी राजनेताओं, मंत्रियों और उधोगपतियों को आमंत्रित किया गया था? इतना ही नहीं मोदी सरकार द्धारा ED का दुरुपयोग किया जा रहा है। ED कार्यवाई में पूर्णरूपेण भेदभाव पूर्ण रवैए अपनाया जा रहा है। इतना हीं नहीं नेताओं द्धारा खुन्नस की भावनाओं के आवेश में आकर सच्चाई जाने बिना सच्चे निहत्थे और निर्दोष लोगों के खिलाफ झूठी शिकायत केश कर जेल भिजवाने इनके धन्धे बन गए हैं? और इसी की वजह से अयोध्या समेत अनेक शीटों मे भाजपा के राजनेताओं को करारी हार और मुंह की खानी पडी है। जिसे लेकर चहुंओर मोदी सरकार की थू-थू हो रही हैं।देश के साधु-संत महात्माओं ने आंखें खोलने वाला रहस्य बतलाया है।
बड़ा भक्तमाल मंदिर के महंत अवधेश दास का कहना है कि अयोध्या की जनता वीआई कल्चर से परेशान है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिदिन वीआईपी लोग आ रहे थे। जिनके आने से आए दिन रास्ते बंद कर दिए जाते थे। जनता परेशान हो रही है। जबकि बीजेपी को अयोध्या विधानसभा से सबसे ज्यादा वोट मिला है।
फैजाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार पर लोगों का गुस्सा अब फूट रहा हैं।
सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग की वजह से अयोध्या के सभी साधु-संत नाराज हैं
महंत अवधेश दास ने कहा कि अयोध्या की जनता वीआईपी कल्चर से बहुत ही परेशान दिखाई दे रही है।
फैजाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार को लेकर सोशल मीडिया पर अयोध्या वासियों के खिलाफ खूब टिप्पणियां की जा रही हैं। सोशल मीडिया पर चल रहीं इस बयानबाजी पर अयोध्या के साधु संतों ने नाराजगी जताई है। संतों का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह को अयोध्या की विधानसभा से तो जीत हासिल हुई है, लेकिन फैजाबाद लोकसभा में चार अन्य विधानसभा भी है जहां से वह हारे हैं। ऐसे में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को आत्ममंथन और चिंतन करने की जरूरत है।
जगदगुरु राम दिनेशचार्य ने सोशल मीडिया में अयोध्या वासियों के खिलाफ पोस्ट को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस तरीके के पोस्ट उचित नहीं है। अयोध्या के लोगों के बारे में पोस्ट किया जा रहा है कि हम सनातनी नहीं विधर्मी हैं। सच्चाई यह है कि अयोध्या विधानसभा में बीजेपी के लल्लू सिंह जीते हैं। उन्हें अयोध्या विधानसभा से 1 लाख 4 हजार वोट मिले हैं जबकि सपा के अवधेश प्रसाद को कम वोट मिले हैं। फैजाबाद की अन्य विधानसभा से वह क्यों हारे इसके लिए आत्ममंथन करना जरूरी है।
वीवीआईपी व्यवस्था से परेशान थी जनता
बड़ा भक्तमाल मंदिर के महंत अवधेश दास का कहना है कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। अयोध्या की जनता ने पूरा प्रयास किया है। फिर भी कहीं न कहीं कोई कमी रही है। इसकी वजह से अयोध्या के लोगों को ताने सुनने पड़ रहे हैं। महंत अवधेश दास के मुताबिक वीवीआईपी व्यवस्था ने अयोध्या की जनता को आहत किया है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिदिन वीआईपी लोग आ रहे थे। जिनके आने से रास्ते बंद कर दिए जाते थे। जनता परेशान होती थी। शासन-प्रशासन से इस बारे में बात भी की गई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। उन्होंने बताया कि अयोध्या का व्यापक विकास हुआ है। एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन, चौड़ी सड़कें व राम मंदिर का निर्माण। इतनी बड़ी योजनाओं के बावजूद बीजेपी क्यों हारीइस पर पार्टी नेतृत्व को गंभीरता से सोचने की जरूरत है। बताते हैं कि भाजपा के अनेक राजनेताओं द्धारा राज्यों और देश के कोने कोने में दौरा करनें के माध्यम से अवैध रूप से धन उगाही का काम बडे जोर शोरों से किया गया? इन पर कोई कार्रवाई नहीं? ED चुप्पी साधे हुए है। कहावत के मुताबिक नैसर्गिक परमात्मा के यहां देर हैं परंतु अंधेर नहीं होता है।भुगतना तो पडेगा ही।