CHP रेलवे बैगन पलटने की घटना के खिलाफ हाईकोर्ट मे जनहित याचिका दायर करने की चेतावनी
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नागपुर जिले के कोराडी महानिर्मिती पावर प्लांट के कोयला हैंडलिंग प्लांट में कोयला से भरी अनेक रेलवे बैगन पलटने से सरकार को करोडों की चपत लग चुकी है। कांग्रेस कामगार सैल के शाखा अध्यक्ष आकाश ऊके ने महानिर्मिती के अधिकारियों को मांगों का ज्ञापन सौंपते हुए बताया है कि समय रहते इस प्रकरण की जांच-पड़ताल और दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं हूई तो वे मुंबई उच्चन्यायालय खंडपीठ नागपुर के समक्ष जनहित याचिका दाखल करेंगे।
ज्ञापन की प्रतियां रेल मंत्रालय भारत सरकार, प्रधान सचिव ऊर्जा उघोग कामगार, और महानिर्मिती के मैनेजिंग डायरेक्टर को प्रस्तुत किया है।
जिसमें स्पष्ट किया है कि गत 27 अक्टूबर 2024 की रात 1 से डेढ बजे के दरम्यान कोयला से लदी मालगाडी की बैगन अचानक रेल पांतों से बेपटरी होकर रेलवे लाईन के नीचे ढलान में पलट गई। जिससे बैगनों मे भरा कोयला जमीन दोज हो गया। कांग्रेस नेता आकाश ऊके बताते हैं कि गनीमत समझो कि रेलवे बैगन ट्रैक के आजूबाजू कोई कामगार व विधुत कर्मचारी मौजूद नही थे। कुदरत की कृपा से किसी के जान को खतरा नहीं हुआ? परंतु रेलवे लाईन मैटनेश करने वाली कंपनी और सैक्शन इंचार्ज की लापरवाही और अदूरदर्शिता के चलते सरकार का करोडों का आर्थिक नुकसान हुआ है। बताते हैं कि कलमना से कोराडी पावर प्लांट एस हैंडलिंग प्लांट और कलमना से खापरखेडा और सावनेर से खापरखेडा तक रेलवे लाईन का वार्षिक रखरखाव मैटनेश बराबर नहीं होने से किसी भी क्षण यहा कोयला से भरी बैगन पलट सकती है?
कोराडी पावर प्लांट के प्रमुख मुख्य अभियता विलास मोटघरे ने मामले की संपूर्ण जांच-पड़ताल करवाने का आदेश संबंधित सैक्शन आफिसर के जिम्मे सौंपा हैं। परतु ना जाने मामले की जांच-पड़ताल की फाइल मात्र आलमारी में कैद है? मामला चौंकाने वाला प्रतीत हो रहा है।
शिकायत के अधार पर पिछले दिनो महानिर्मिती के चैयरमैन अनबलगम पावर प्लांट के कोल हैंडलिंग प्लांट का दौरा करने पहुचे थे? बाद में कुछ पता नहीं? आमला बडा ही पेचीदा समझ मे आ रहा है? कार्यवाई नही होने पर कांग्रेस लीडर आकाश ऊके ने उच्चन्यायालय खंडपीठ नागपुर मे जनहित याचिका दायर करने के लिए तैयारियां शुरु कर दी है।