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शुद्ध सिद्ध हिमालयीन शिलाजीत से कमजोरी का रामबाण इलाज

शुद्ध सिद्ध हिमालयीन शिलाजीत से कमजोरी का रामबाण इलाज

 

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

काठमडू। हिमालय पर्वत की विहंगम पथरीली वादियों में उपलब्ध शिलाजीत एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग भारतीय चिकित्सा की स्वदेशी प्रणाली में किया जाता है। शिलाजीत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में एक ऐसी औषधि है जो सदियों से जानी-मानी गई है। और जिसका बरसों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह भारत और नेपाल के बीच हिमालय के पहाड़ों में ऊंचे पर्वतों की चट्टानों से मिलने वाला एक काले-भूरे रंग का पाउडर या रिसाव है। यह अफगानिस्तान, तिब्बत, रूस और उत्तरी चिली में भी पाया जाता है। उत्तर भारत में इसे शिलाजतु, सलाजीत, मम्मियो या मिमि के नाम से जाना जाता है।

और वहीं से शिलाजीत प्राप्त होता है। हमारे यहां बेहतरीन शिलाजीत खरीद कर यहां लाकर आयुर्वेदिक पद्धति से उसका शोधन किया जाता है। शोध करने के बाद उसे विशेष प्रक्रिया और विभिन्न जड़ी बूटियां के माध्यम से सिद्ध किया जाता है। और इस क्रिया के लिए हमारे यहां विशेष नक्षत्र और तिथि ओर विषेश मंत्रो के उच्चारण अनुसार ही इस योग को बनाया जाता है। और जब वह मानव उपयोग लायक बन जाती है तो उसे रोगियों तक पहुंचाया जाता है।

डायबिटीज जैसी बीमारी से ग्रसित रोगी के लिए शिलाजीत रामबाण औषधि साबित हो सकती है।

एंटी-डायबिटिक गुण के कारण यह डायबिटीज के उपचार और इसके जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। और रोगी धीरे-धीरे अपने शरीर को मजबूत बनाकर इस रोग से छुटकारा पा सकता है।

आपकी रीढ़ या पीठ के निचले हिस्से में चोट लगने से साइटिका विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। सामान्य टूट फूट। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपकी रीढ़ की हड्डी में सामान्य टूट-फूट से नसें दबना, हर्नियेटेड डिस्क और अन्य स्थितियां पैदा हो सकती हैं। जो कटिस्नायुशूल का कारण बन सकती हैं। और इसमें अगर हमारे द्वारा शुद्ध किया गया श्रीमंगलम शुद्ध शिलाजीत के उपयोग सेस्पोडिलोसिस साइटिका और पीठ दर्द में शानदार उपयोग और चमत्कारिक फायदा दिलाने में सहायक हो सकता हैं।

टेस्टोस्टोरोंस हार्मोन की कमी के कारण होता है। जबकि शिलाजीत खाने से यह हार्मोन बढ़ जाता है। इसलिए रात में सोने से पहले आप श्रीमंगलम शुद्ध सिद्ध शिलाजीत का सेवन करने से चमत्कारिक फायदा दिलाने में सहायक हो सकता हैं।

खून की कमी

से इंसान को कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जबकि शिलाजीत में आयरन की मात्रा पाई जाती है। जिसके कारण यह आपके शरीर में खून की कमी नहीं होने देता है।

मेमोरी

शिलाजीत का सेवन याद करने की क्षमता में भी बढ़ोत्तरी करता है। दरअसल शिलाजीत में फुल्विक एसिड पाया जाता है। यह एसिड दिमाग की कार्यक्षमता में बढ़ोत्तरी करता है और याद मेमोरी पॉवर को भी बूस्ट करता है।

 

इम्यूनिटी

बीमारियों से बचे रहने के लिए जरुरी है कि आपकी इमूनिटी मजबूत हो। शिलाजीत एक एंटी-ऑक्सिडेंट कार्य करता है। जिससे आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी। इसलिए आप रोजाना शिलाजीत की थोड़ी-थोड़ी मात्रा का सेवन कर सकते हैं।

 

यौवन

लंबे समय तक जवां दिखने के लिए भी शिलाजीत काफी फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से यह एक एंटी-एजिंग एजेंट के रूप में कार्य करता है। जिसके कारण बढ़ती हुई उम्र के कई सारे असर को निष्क्रिय कर देता है।

और ऐसे कई अनेकों फायदे हमें मानव शरीर पर नजर आते हैं

सांस की समस्या अस्थमा

फेफड़ों की कमजोरी तपोदिक कमजोरी हड्डियां शारीरिक कमजोरी वीर्य यौन विकार मोटापा मैं सांस की समस्या अस्थमा फेफड़ों की कमजोरी तपोदिक कमजोरी हड्डियां शारीरिक कमजोरी वीर्य यौन विकार मोटापा जैसी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में सहायक हो सकता है

*वर्तमान में श्रीमंगलम हर्बल शुद्ध शिलाजीत 80 ग्राम की जगह 100 ग्राम यानी 20 ग्राम फ्री की ऑफर के साथ दिया है।

शिलाजीत से शारीरिक लाभ

आयुर्वेद के अनुसार शिलाजीत की उत्पत्ति पत्थर से हुई है। गर्मी के मौसम में सूर्य की तेज गर्मी से पर्वत की चट्टानों के धातु अंश पिघल कर रिसने लगता है। इसी पदार्थ को शिलाजीत कहा जाता है। यह देखने में तारकोल की तरह काला तथा गाढ़ा होता है जो सूखने के बाद एकदम चमकीला रूप ले लेता है। यह देखने में काफी कडवा, कसैला, गर्म तथा वीर्यवद्र्धक होता है। शिलाजीत का मुख्य उद्देश्य शरीर का बल देकर उसे स्वस्थ, शक्तिशाली तथा पुष्ट बनाना होता है। शिलाजीत के सूखने पर उसमें गौमूत्र जैसी गंध आती है। आइयें जानते है शिलाजीत के लाभ के बारे में।

 

सेक्स पॉवर में वृद्धि

 

इसके सेवन के न केवल सेक्स पॉवर बढ़ती है वरन इसके शरीर पर कई अन्य प्रभाव भी होते हैं जिनकी सहायता से बुढापा भी दूर रहता है। शिलाजीत के गुण तथा लाभ भी उनकी प्रकृति के ही अनुसार होते हैं। शिलाजीत का प्रयोग शीघ्रपतन की समस्या दूर कर वीर्यवर्द्धन के लिए किया जाता है। इसके लिए शिलाजीत खाने से बहुत लाभ होता है। शीघ्रपतन की समस्या इससे पूर्ण रूप से दूर हो जाती है। परन्तु इस प्रयोग के दौरान खटाई, मिर्च मसाला आदि से पूरी तरह दूर रहना चाहिए।

 

स्वप्नदोष में लाभदायक

स्वप्नदोष की समस्या दूर करने के लिए भी शिलाजीत का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए शुद्ध शिलाजीत, सफ़ेद मूसली , केसर को मिलाकर लेना होता है। इससे व्यक्ति की न केवल सेक्स पॉवर में सुधार आता है वरन उसका बूढ़ा शरीर भी 20 वर्ष के जवान की तरह बन जाता है | इस प्रयोग के दौरान खटाई, मिर्च मसाला आदि से पूरी तरह दूर रहना चाहिए।

 

मधुमेह (Diabetes) में लाभदायक

जिन लोगों को मधुमेह की समस्या है, उनके लिए भी शिलाजीत बेहद कारगर है। एक चम्मच शहद तथा एक चम्मच त्रिफला चूर्ण के साथ दो रत्ती शिलाजीत मिलाकर सेवन करने से डायबिटीज पूरी तरह ठीक हो जाता है।

 

बहुमूत्र समस्या में सुधार

जिन लोगों को बहुमूत्र या बार-बार मूत्र जाने की समस्या हो उन्हें शिलाजीत, छोटी इलायची के दाने तथा वंश लोचन का समान मात्रा में मिलाकर शहद के साथ सुबह शाम सेवन करना चाहिए। इससे शरीर में भी ताकत आती है और शरीर मजबूत होता है।

रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि

शिलाजीत से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। शिलाजीत का सुबह शाम दूध तथा शहद के साथ सेवन करने से शरीर बीमार नहीं पड़ता है। छोटे-मोटे इंफेक्शन ऎसे लोगों से दूर ही रहते हैं।

दिमागी ताकत को बढाये

शारीरिक ताकत के साथ साथ दिमागी ताकत बढ़ाने के लिए भी शिलाजीत का प्रयोग किया जाता है। रोजाना एक चम्मच शुद्ध मक्खन के साथ शिलाजीत का सेवन करने से दिमागी थकावट नहीं होती और व्यक्ति की याददाश्त तथा दिमाग तेज होते हैं।

 

ब्लड़प्रेशर को कंट्रोल करे

शिलाजीत का प्रयोग ब्लड़प्रेशर को नॉर्मल करने में भी किया जाता है। शिलाजीत के प्रयोग से रक्त शुद्ध होकर नसों में रक्तसंचार बढ़ता है जिससे पूरे शरीर में कान्ति उभरती है तथा शरीर में ताकत आती है।

युवा अवस्था व जोश का संचार

बूढ़े होते शरीर तथा झुर्रीदार त्वचा से बचने के लिए भी शिलाजीत का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए शिलाजीत, अश्वगंधा तथा सफेद मूसली को मिलाकर विशेष प्रक्रिया द्वारा दवा तैयार की जाती है। इस दवा के प्रयोग से सभी बीमारियां दूर होकर शरीर पुन: युवा हो जाता है।

उर्जा बढ़ाए

शिलजीत के सेवन से शरीर में तुरंत ही ऊर्जा आती है। इससे प्रोटीन और विटामिन ज्‍यादा मात्रा में मिलता है।

हड्डियों की बीमारी दूर करे

यह हमारी हड्डियों में मजबूती भरती है और गठिया तथा जोड़ों आदि के दर्द से राहत दिलाती है।

तनाव दूर करे

यह तनाव पैदा करने वाले हार्मोन को बैलेंस करती है और शरीर तथा दिमाग को शांत और स्‍वस्‍थ बनाती है।

लगभग 200ml गर्म पानी या गर्म दूध मे 1 से 2 ग्राम शिलाजीत का टुकड़ा तोड़ के अच्छी तरह से मिला ले,, उसके बाद उसे पिले,,,,

रात को सोते समय सेवन करने से अधिक लाभ मिलता है

 

सहर्ष सूचनार्थ नोट्स:-

 

उपरोक्त समाचार सामान्य ज्ञान के लिए है.उपयोग के पूर्व परिचित कुशल आयुर्वेद विशेषज्ञों का परामर्श जरूरी है।

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