✍️मोहन करेमोरे
मुंबई । महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष तेज होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। देखने में आया है कि उद्धव ठाकरे और भाजपा, शिंदे गुट एक दूसरे की आलोचना करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. निकट भविष्य मे एनसीपी के अजीत पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन सकते हैं या नहीं, इस पर काफी चर्चाओं का बाजार गर्म चल रहा है। उधर महाविकास अघाड़ी के नेता आंतरिक भ्रम मे डूबे नजर आ रहे है। वैसे सत्ता की बागडोर संभालने के लिए सभीकुछ जायज है। राकापा नेता शरतचंद्र पवार भी तहेदिल से चाहते है कि उनका भतीजा अजीतदादा महाराष्ट्र का मुख्य मंत्री बने। राजनीति विश्लेषकों की माने तो अभि तक उद्धव ठाकरे और अजीत पवार के बीच कोई सहमति नहीं बनी है।
ज्ञातव्य है कि विगत दिनों अजित पवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ कर रहे हैं. PM मोदी के विचारों के प्रसंसक होना अजीतदादा के लिए शुभसूचक माना जा रहा है यह बहुत ही अच्छी खबर को संकेत देता है। इतना ही नहीं अजीतदादा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना करने से भी बहुत परहेज किया है। तो क्या सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष की अगली सुनवाई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अयोग्य ठहराया जा सकता है? और मुख्यमंत्री का ताज सीधे अजित पवार के सिर पर होगा, यह तो वक्त ही बतलाएगा? ऐसी चर्चा राजनीतिक गलियारों में है जोरों पर चल रही है।
[4/26, 12:26] Pain is all you’ll find☘️: मुंबई । महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष तेज होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। देखने में आया है कि उद्धव ठाकरे और भाजपा, शिंदे गुट एक दूसरे की आलोचना करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. निकट भविष्य मे एनसीपी के अजीत पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन सकते हैं या नहीं, इस पर काफी चर्चाओं का बाजार गर्म चल रहा है। उधर महाविकास अघाड़ी के नेता आंतरिक भ्रम मे डूबे नजर आ रहे है। वैसे सत्ता की बागडोर संभालने के लिए सभीकुछ जायज है। राकापा नेता शरतचंद्र पवार भी तहेदिल से चाहते है कि उनका भतीजा अजीतदादा महाराष्ट्र का मुख्य मंत्री बने। राजनीति विश्लेषकों की माने तो अभि तक उद्धव ठाकरे और अजीत पवार के बीच कोई सहमति नहीं बनी है।
ज्ञातव्य है कि विगत दिनों अजित पवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ कर रहे हैं. PM मोदी के विचारों के प्रसंसक होना अजीतदादा के लिए शुभसूचक माना जा रहा है यह बहुत ही अच्छी खबर को संकेत देता है। इतना ही नहीं अजीतदादा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना करने से भी बहुत परहेज किया है। तो क्या सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष की अगली सुनवाई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अयोग्य ठहराया जा सकता है? और मुख्यमंत्री का ताज सीधे अजित पवार के सिर पर होगा, यह तो वक्त ही बतलाएगा? ऐसी चर्चा राजनीतिक गलियारों में है जोरों पर चल रही है।