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डामरीकरण सडक निर्माण मे भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार की खुली कलई? जनप्रतिनिधि मौन

डामरीकरण सडक निर्माण मे भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार की खुली कलई? जनप्रतिनिधि मौन

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

पांढुरना:- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा नगरीय क्षेत्रों के विकास को लेकर मुख्यमंत्री कायाकल्प योजना बनाकर पांढुरना की विभिन्न मार्गों का नविनिकरण और सुदृढ़ीकरण हेतु 2,97,500 करोड़ की राशि प्रदान करते हुए, पांढुरना परिषद नगर की बहुचर्चित आंतरिक मार्ग मोरडोंगरी बाईपास से एमपीईबी कॉलोनी, के साथ शंकर नगर वार्ड में देवेंद्र तहकित के मकान से बालपांडे के मकान तक,शंकर नगर के साई मंदिर रोड, जवाहर वार्ड में शिव मंदिर रोड, संतोषी वार्ड में बाम्बल के खेत से आनंदराव कोल्हे के खेत तक सड़को का नवीकरण एवम निर्माण करवाना था।

 

नगर पालिका क्रियान्वयन एजंसी द्वारा निविदा निकाल कर समाचार पत्र में प्रसारित की गई थी, निविदा सार्वजनिक होते ही, क्षेत्र की जनता द्वारा न.पा. द्वारा लिए गए प्रस्ताव योजना के विपरीत होने पर अनुविभागीय अधिकारी एवः नगरीय प्रसाशन मंत्री के नाम पत्र सौप कर योजना अनुसार नगरीय क्षेत्र की प्रमुख सडकों का नवीनीकरण एवं मजबूतीकरण के साथ उच्च गुणवत्ता की सड़कों का निर्माण एवं खराब सड़कों के डामरीकरण / सीमेंटीकरण की कार्यवाही में नगरीय क्षेत्र की प्रमुख सड़कें, बस स्टेड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल इत्यादि के पहुँच मार्ग शामिल करने की मांग उठाई गई थी। पत्र सौपने पर भी आम जनता के आवेदन अनुरूप नपा ने निर्णय नही लिया, जब कि आम जनता के आवेदन देने के उपरांत ही कुछ अन्य लोगो द्वारा मंदिर का मार्ग बताते क्षेत्र के नेता के बोलने पर ज्ञापन सौपते हुए, नपा के प्रस्ताव यथावत रखने तक दिखावे तक दबाव बनाना आखिर नपा द्वारा चयनित सड़को का प्रस्ताव यथावत रहा गया, जब कि पूर्व में इन सड़कों के निर्माण को लेकर किसी भी व्यक्ति ने ज्ञापन सौपकर कोई मांग नही की गई, जब कि नगर के जयस्थभ चौक से समता कालेज की जर्जर सड़क को बनाने को लेकर कई बार जनता द्वारा मांग उठाई, यही नही तो अन्य वार्ड पार्षद द्वारा अपने-अपने वार्डो में सड़क निर्माण की मांग उठाई।

 

परन्तु न.पा. परिषद द्वारा चयनित सड़को को ही प्रमुखता देते हुए टेंडर अनुसार प्रायवेट एजंसी सत्यम शिवम सुन्दरम कन्ट्रक्शन छिन्दवाड़ा को दिया गया था,

 

शिक्षा मंत्री रहते मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव हस्ते हुआ था भूमिपूजन:- पांढुरना नगर में शिवराज सिंह चौहान द्वारा कायाकल्प योजना के तहत नगर विकास को लेकर भेजी गई राशि के तहत शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव के मुख्य अतिथि के रूप में 3 मई 2023 को क्षेत्रीय विधायक नीलेश उइके, नपा अध्यक्ष और पार्षदों की उपस्थिति में एमपीईबी कॉलोनी से बायपास मार्ग निर्माण का भूमिपूजन किया गया था, जिसमे कुल 1825 मीटर सड़क में 1225 मीटर सड़क खोदकर और 600 मीटर सड़क मरम्मत । सड़क के दोनों और डेढ़-डेढ़ मीटर की साइड फिलिंग, 1225 मीटर सड़क में 100 एमएम सीआरएम, 200 एमएम डब्ल्यूएमएम के बाद 50 एमएम डीबीएम और 30 एमएम बीसी डामर की परत । जबकि 600 मीटर में 50 एमएम डीबीएम और 30 एमएम बीसी की परत के कार्य के साथ, बाकी चार अन्य सड़को पर डामर की परत चढ़ाकर उच्च गुणवत्ता की सड़क का निर्मान ठेकेदार को कराना था, परन्तु ठेकेदार द्वारा मंद गति से सड़क का निर्माण कार्य जारी किया, जिससे धुल के चलते जनता को परेशानीयो से गुजरना पड़ा, जिसके चलते बवाल भी हुआ था,रात्रि के अंधेरे में ठेकेदार ने किया डामरीकरण का कार्य।

 

जनप्रतिनिधि निरीक्षण के नाम पर करते रहे प्रेस नोट जारी:- सड़को के निर्माण कार्य को लेकर एक साल से ठेकेदार द्वारा किये का रहे निर्माण को लेकर निरंतर सवाल उठते रहे जिसे देखते हुए, ठेकेदार द्वारा रात के अंधेरे का फायदा उठाकर सड़कों पर डामरीकरण का कार्य करवाया गया, सूत्रों की माने तो रात के अंधेरे में डामरीकरण का कार्य नही हो सकता, जनकरी के बावजूद जनप्रतिनिधियों ने निर्माणाधीन सड़क का निरक्षण करते कई बार प्रेस-नोट जारी करते हुए, निरक्षण की खबरे भी प्रकाशित की गई थी। परन्तु जनता द्वारा निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदार द्वारा किये जा रहे लापरवाही पर जांच करने की मांग उठाई थी। मांग अनुसार यू. एस. क्यू. एम. अधिकारी श्री रमेश होतवाणी एवः संभाग सहायक श्री सुभाष जैन द्वारा सड़को की जांच हेतु परीक्षण करते हुए सैम्पल भी स्टेस्टिग हेतु परीक्षण केंद्र ले गए। उसके बाद ठेकेदार द्वारा आधा अधूरा कार्य छोड़ लगभग आठ माह तक निर्माण कार्य बंद रखा गया, जब कि योजना के टेंडर अनुसार वर्षा ऋतु के पूर्व निर्माण कार्य पूर्ण करना था, जनता द्वारा आधे अधूरे कार्य पर भ्रष्टाचार होने का संदेह होने लगा,जिसको लेकर जनता द्वारा नपा जनप्रतिनियो से सवाल भी उठाए, दबाव बनता देख ठेकेदार द्वारा अचानक आकर अत्याआधुनिक मशीन से रात के अंधेरे का फायदा उठाकर बची सड़को पर डामर की परत चढ़ाकर कार्य खत्म कर पांढुरना से निकल गया, स्थानीय पत्रकार एवम जनता द्वारा कुछ दिन बाद निर्माणाधीन सड़क का निरीक्षण करने गए तो, उन्होंने पाया की ठेकेदार द्वारा सड़क पर घटिया सामग्री बिछाकर निकल गया, जिसे साधारण लकड़ी से भी डामर की परत आसानी से निकलकर उखड़ रही, डामर की परत के नीचे मिट्टी नजर आ रही, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर खूब वीडियो वायरल हो रहे। जिसमे जनता द्वारा खूब सवाल भी उठाए जा रहे है।

 

मुख्यमंत्री की योजना पर उठ खड़ा हुआ सवाल:- ठेकेदार द्वारा बिछाए मटेरियल को लेकर सोशल मीडिया में वायरल वीडियो को देखते हुए, क्षेत्र के आम नागरिकों द्वारा जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपते हुए, क्रियान्वयन एजंसी और ठेकेदार द्वारा किये गए निर्माण की उच्च तकनीकी अधिकारी से जांच करने की मांग उठाई गई। जनता के विकास कार्य की राशि का बंटाधार करने वाले जिम्मेदार अधिकारी एवम ठेकेदार कर कार्यवाही करने के साथ ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग भी उठाई गयी। परंतु स्थानीय जनप्रतिनियो द्वारा घटिया निर्माण के वायरल वीडियो को लेकर कई बार निरीक्षण किया परन्तु अभी तक जिम्मेदारो और ठेकेदार पर कार्यवाही को लेकर क्यों मौन धारण कर बैठे है।यह समझ से परे है

 

बीते एक साल से नगरीय क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर तरह-तरह की खामियां सामने आ रही हैं। छिंदवाड़ा के ठेकेदार द्वारा मुख्यमंत्री कायाकल्प अभियान के तहत सड़क के नवीनीकरण का ठेका लिया गया है। जिसमें पहली बार स्थानीय निकाय से 70 लाख रुपए की राशि भी मिलाई जा रही है। ऐसे में निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर सत्ता और विपक्ष दोनों पक्षों के जनप्रतिनिधि दबाव में है। शहर के अधिकांश गणमान्य नागरिक जनप्रतिनिधियों को राह चलते कह रहे हैं कि मेन रोड के निर्माण गुणवत्ता पर ध्यान रखना चाहिए था। क्योंकि छिंदवाड़ा, नागपुर के अलावा ग्रामीण अंचल के सौ से अधिक गांवों के लोग भी इसी सड़क से शहर में प्रवेश करते हैं। साथ मे अन्य चार स्थानों के सड़को के चयन और निर्माण कार्य को लेकर भी परिषद पर सवाल खड़ा होता है,की, जहा जनता निवास ही नहि करती, वहा सड़को का कायाकल्प क्यों किया गया, और जो लोग आवेदन सौप जनता विहीन स्थल पर सड़क निर्माण की मांग उठा रहे थे, वह आज कहा है, जब कि नियम अनुसार कायाकल्प योजना के अंतर्गत बस स्टैंड, रेल्वे स्टेशन, अस्पताल या वार्डो की सड़को का निर्माण होना था, वह क्यों नही किया है।

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