जानिए इश्क का खूनी खेल जिससे किया प्यार उसी को मार डाला
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में हुए कृष्णानगर हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हूई है. इशिता मलिक नामक छात्रा की हत्या करके फरार चल रहे आरोपी देशराज सिंह को पुलिस ने सोमवार तड़के उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के नौतनवा कस्बे से गिरफ्तार कर लिया. वो वहां से नेपाल भागने की कोशिश कर रहा था. पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कृष्णानगर कोतवाली लेकर गई है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी देशराज सिंह ने एक हफ्ते पहले अपनी प्रेमिका इशिता मलिका को कृष्णानगर के पालपाड़ा इलाके में गोली मार दी थी. इसके बाद अपने गैंगस्टर भाइयों और प्रभावशाली रिश्तेदारों की मदद से फरार चल रहा था. हर दिन ठिकाने बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था. यहां तक कि नेपाल की सीमा पार करने के लिए कार और फर्जी दस्तावेजों का इंतजाम कर लिया था.
प्रेम प्रसंग के चलते युवक की हत्या इसी बीच पुलिस ने आरोपी के चाचा को गिरफ्तार करके कड़ाई से पूछताछ की, तो कई अहम जानकारियां सामने आईं. इसके बाद कृष्णानगर कोतवाली की तीन पुलिस टीमें यूपी भेजी गईं. इस दौरान लगातार निगरानी के बाद नौतनवा से आरोपी काबू कर लिया गया. बताया जा रहा है कि इशिता देशराज से रिश्ता खत्म करना चाहती थी. इससे नाराज होकर उसने उसके घर में घुसकर गोली मार दी. इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी बचाने के लिए परिवार के कई सदस्यों और रिश्तेदारों ने मदद की थी. पुलिस ने पहले गुजरात के जामनगर से देशराज के मामा कुलदीप सिंह को गिरफ्तार किया था. उसने भागने के लिए फर्जी कागज और संसाधन उपलब्ध कराए थे. आरोपी के पिता राघवेंद्र प्रताप सिंह को राजस्थान के जैसलमेर में नज़रबंद किया गया. उन्हें भी पूछताछ के लिए लाया जाएगा. इशिता मलिक की हत्या ने बंगाल से लेकर उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक की पुलिस एजेंसियों को एकजुट कर दिया. अब आरोपी कृष्णानगर कोतवाली थाने के ट्रांजिट रिमांड पर है. उससे लंबी पूछताछ होगी. पुलिस के लिए यह गिरफ्तारी सिर्फ एक अपराधी को पकड़ना नहीं बल्कि पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने का मौका है, जिसने एक छात्रा की जान ले ली और समाज को हिला दिया है.