क्या ‘घरवापसी’ करेंगे शरद पवार, महाराष्ट्र में बदले राजनीति समीकरणों के बीच हो रही चर्चा
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। लोकसभा चुनावों से पहले देश में सबसे ज्यादा उठापठक महाराष्ट्र में सामने आ रही है। एनसीपी और शिवसेना के दो फाड़ होने के बाद कांग्रेस के नेता छोड़कर बीजेपी और सत्तापक्ष की तरफ जा रहे हैं। इस बीच चर्चा सामने आई है कि शरद पवार कांग्रेस में लौट सकते हैं।
लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस में लौटने की लग रही है अटकलें तेज हो गई हैं। शरदचंद्र पवार अपनी अगुवाई वाले धड़े का कांग्रेस में विलीन कर सकते हैं।
जून, 1999 में पवार ने कांग्रेस से अलग होकर NCP का गठन किया था।
2024 लोकसभा चुनावों से पहले क्या शरद पवार कांग्रेस में घर वापसी करेंगे? चुनाव आयोग में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर अधिकार की लड़ाई हारने और महाराष्ट्र में बदले राजनीतिक समीकरणों को लेकर इस तरह की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। इनमें कहा जा रहा है कि शरद पवार 24 साल बाद घरवापसी का फैसला ले सकते हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर भतीजे अजित पवार का अधिकार होने के बाद पवार अपने जीवन की सबसे कठिन राजनीति लड़ाई और चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। पवार ने अपने गुट के लिए अस्थायी तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) नाम लिया है। शरद पवार ने कांग्रेस के काफी नेताओं के साथ अलग होकर 10 जून, 1999 को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन किया था।
2024 साल है काफी अहम
महाराष्ट्र में 2024 का साल काफी अहम है। साल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव हैं तो साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होंगे। शरद पवार अभी अपने गुट के साथ महाविकास आघाड़ी (MVA) में हैं। महाराष्ट्र में एमवीए को उन्हीं ने बनाया था, लेकिन भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार काफी कमजोर पड़ गए हैं। चुनाव आयोग के फैसले के साथ राजनीतिक हल्कों में चर्चा हो रही है कि शरद पवार घरवापसी जैसा बड़ा निर्णय ले सकते हैं। पवार कांग्रेस से जरूर अलग हुए थे, लेकिन उनकी अगुवाई वाली एनसीपी शुरुआत से यूपीए का हिस्सा रही है। पिछले साल मार्च में एनसीपी अविभावजित थी तब पार्टी की ओर से शरद पवार का नाम यूपीए चीफ के तौर पर प्रपोज किया गया था। एनसीपी की युवा शाखा ने इस संबंध में तब एक प्रस्ताव भी पास किया था।
क्याें कर सकते हैं घर वापसी?
राजनीतिक हलकों में शरद पवार की घर वापसी के पीछे महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य का हवाला दिया जा रहा है। इसमें दलील दी जा रही है कि नई पार्टी और नए चुनाव चिन्ह के साथ लोकसभा चुनावों में उतरना पार्टी के आसान नहीं होगा? ऐसे में जब अगले महीने के मध्य में चुनावों की घोषणा की उम्मीद की जा रही है। यह भी चर्चा है कि महाराष्ट्र में चुनाव शुरुआती चरणों में हो सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस में घर वापसी का फैसला शरद पवार को लेना है। पिछले कुछ महीनों पर नजर डालें तो महाविकास अघाड़ी में शरद पवार के कमजाेर पड़ने के बाद भी कांग्रेस की तरफ से उन्हें पूरा सम्मान दिया गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मुलाकात में यह संदेश निकलकर आया है। राजनीतिक हलकों में पवार की घर वापसी की कयासबाजी पर समर्थकों ने बधाई देने का सिलसिला भी शुरू कर दिया है। चर्चा यहां तक हो रही है कि अगर पवार लोकसभा चुनावों से पहले फैसला नहीं लेते हैं तो फिर विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें घरवापसी का फैसला लेना पड़ सकता है।