Breaking News

मिस्टर नटवरलाल! नौकरी दिलाने का नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला गिरफ्तार

Advertisements

मिस्टर नटवरलाल! नौकरी दिलाने का नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला गिरफ्तार

Advertisements

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री

Advertisements

रांची । कभी किसी को नौकरी दिलाने के नाम पर तो कभी एजेंसी दिलाने के नाम पर लाखों-करोड़ों की ठगी करने वाले इस शातिर नटवरलाल को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की गिरफ्त में आए शातिर ठग दीपक श्रीवास्तव ने अब तक 155 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है. इसके अलावा आरोपी के पास से अलग-अलग लोगों के आधार कार्ड, पासबुक, दस ब्लेंक चेक भी बरामद हुए हैं.

 

खुद को सरकारी विभाग का बड़ा अधिकारी बताकर लोगों से ठगी करने वाला महाठग पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. कभी किसी को नौकरी दिलाने के नाम पर तो कभी एजेंसी दिलाने के नाम पर लाखों-करोड़ों की ठगी करने वाले इस शातिर नटवरलाल को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गुप्त सूचना के आधार पर मोराबादी मैदान के पास से पुलिस ने इस शातिर को गिरफ्तार किया है.

 

पुलिस की गिरफ्त में आए शातिर ठग दीपक श्रीवास्तव ने अब तक 155 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है. खुद को सरकारी विभाग का बड़ा अधिकारी बताकर लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर वह लाखों रुपए की ठगी करता था. पुलिस की गिरफ्त में आए इस शातिर ठग दीपक के पास से 1,74,500 नगद रुपये के साथ कृषि निदेशक रांची झारखंड के नाम की फर्जी स्टांप , जिला कोषागार पदाधिकारी धनबाद का स्टांप और जिला योजना पदाधिकारी धनबाद का स्टांप बरामद किया गया है.

इसके साथ ही अलग-अलग लोगों के आधार कार्ड, सात पासबुक, दस ब्लेंक चेक के साथ ही साथ चार मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार ठग दीपक श्रीवास्तव ने इन सरकारी विभागों के स्टाम्प का इस्तेमाल, लोगों को झांसे में लेकर लाखों रुपये की ठगी के दौरान करता था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा दिया है. रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने शातिर महाठग दीपक कुमार श्रीवास्तव की गिरफ्तारी और उसके द्वारा 155 से ज्यादा लोगों के साथ की गई ठगी मामले की जानकारी दी.

ज्यादा पैसे कमाने का था लालच

अपराधी ने पुलिस को बताया की उसके पिता पूर्वी क्षेत्र हजारीबाग के वन क्षेत्र के पदाधिकारी थे और उसने प्रिंस कॉलेज बनारस और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा पर उसने वन विभाग में काम भी किया है. ज्यादा पैसे कमाने की चाह में ठगी वह करने लगा. उसने रांची के कांके गोचर के रहने वाले एक वकील से 12 लाख रुपए की ठगी की थी. इस मामले में उसे पांच साल की सजा हुई थी.

 

जेल से निकलने के बाद फिर सक्रिय हो गया आरोपी

जेल से निकलने के बाद फिर एक बार वह सक्रिय हो गया. इसमें रांची के सुरेंद्र सिंह उर्फ रामा से खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के नाम पर 28 लाख, इसके बाद मेसरा के रहने वाले राजकुमार महतो से 80,000 ,ओरमांझी के रहने वाले अनूप कुमार कुशवाहा से 11 लाख, तमाड़ थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती और उसकी मां से नौकरी दिलाने और गाड़ी उपलब्ध कराने के नाम पर 40 लाख रुपये की ठगी की थी.

आरोपी दीपक कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस को यह भी बताया कि बोकारो जिले के रहने वाले शशि गुप्ता जो मर्डर केस का सजा काट चुका है, उसी अपराधी के माध्यम से इसने 9% लाभ पर कोलकाता में ठगी किए हुई पैसों को इन्वेस्ट किया है. बता दें की इस महाठग के खिलाफ झारखंड के कई जिलों में 16 मामले दर्ज हैं. पुलिस के अनुसंधान में यह भी पता चला है कि आरोपी ने 25 करोड़ से ज्यादा रुपए की अब तक ठगी की है. फिलहाल रांची पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है, ठगी के मामले में और कौन-कौन से लोग इसके साथ जुड़े हुए हैं इन तमाम सवालों का जवाब भी पुलिस तलाश कर रही

Advertisements

About विश्व भारत

Check Also

नागपुरातील भाजप आमदार कृष्णा खोपडेंची फसवणूक

भाजपचे आमदार कृष्णा खोपडे यांची एका ठकबाजाने आर्थिक फसवणूक केली. आरोपीने दिलेल्या खोट्या माहितीवर विश्वास …

नागपुरात वकील महिलेने मागितली लाखांची खंडणी

कार्यालयात देहव्यापाराचा अड्डा सुरू केल्याप्रकरणी ‘लॉकअप’मध्ये बंद असलेल्या आरोपीच्या पत्नीकडून तोतया महिला वकिलाने वरिष्ठ पोलीस …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *