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कांग्रेस ने मोदी सरकार की 10 वर्षों नाकामयाबी को बताया ‘अन्याय काल’, सरकार गिराने से लेकर अर्थव्यवस्था को दिलाया याद

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कांग्रेस ने मोदी सरकार की 10 वर्षों नाकामयाबी को बताया ‘अन्याय काल’, सरकार गिराने से लेकर अर्थव्यवस्था को दिलाया याद

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टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

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नई दिल्ली । कांग्रेस ने श्वेत पत्र के जवाब में भाजपा सरकार की विफलताओं की लंबी फेहरिस्त स्याह पत्र के रूप में जारी की। इसमें भयंकर बेरोजगारी महंगाई अर्थव्यवस्था और किसानों की बदहाली के दावे करते हुए मोदी सरकार के 10 साल को अन्याय काल करार दिया गया है। सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए पार्टी ने कहा है कि महिलाओं एससी-एसटी और ओबीसी के साथ भेदभाव किया जारी किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने 57 पेज का स्याह पत्र जारी किया है जिसमें मोदी सरकार के 10 साल में अर्थव्यवस्था तबाह हो गई।बेरोजगारी से युवाओं में हाहाकार की है

 

कांग्रेस ने श्वेत पत्र के जवाब में भाजपा सरकार की विफलताओं की लंबी फेहरिस्त गुरुवार को स्याह पत्र के रूप में जारी की। इसमें भयंकर बेरोजगारी, महंगाई, अर्थव्यवस्था और किसानों की बदहाली के दावे करते हुए मोदी सरकार के 10 साल को ‘अन्याय काल’ करार दिया गया है।

 

सरकार पर सामाजिक अन्याय से लेकर राजनीतिक तानाशाही का आरोप लगाते हुए पार्टी ने कहा है कि महिलाओं, एससी-एसटी और ओबीसी ही नहीं धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ भी भेदभाव किया जा रहा है। लद्दाख में सीमा पर चीनी अतिक्रमण के बाद बने बफर जोन पर सवाल उठाते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने, केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग, गैर भाजपा शासित राज्यों से भेदभाव करने के साथ लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया गया है।

 

संसद में सरकार के श्वेत पत्र रखने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कांफ्रेंस कर 57 पेज का स्याह पत्र जारी किया। इसमें सभी प्रमुख क्षेत्रों में सरकार की विफलताओं और वादाखिलाफी को आरोपपत्र के रूप में पेश किया गया है। मोदी की गारंटियों के प्रचार पर प्रहार करते हुए खरगे ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने और किसानों की आय दोगुनी करने जैसे उनके अधूरे वादों का आईना दिखाया।

 

उन्होंने कहा कि पीएम जब संसद में अपनी बात रखते हैं तो नाकामियों को छिपाते हैं और सवालों के जवाब नहीं देते। इसीलिए हम ‘स्याह पत्र’ लेकर आए हैं। स्याह पत्र में दावा किया गया है कि मोदी सरकार के 10 साल में अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है। देश विनाशकारी नोटबंदी की मार से अब तक बाहर नहीं आ पाया है। भयंकर महंगाई पर सरकार चुप है और पेट्रोल, डीजल समेत रोजमर्रा की जरूरी वस्तुओं की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं।

 

बेरोजगारी से युवाओं में हाहाकार की स्थिति

बेरोजगारी से युवाओं में हाहाकार की स्थिति है और नौकरियों के सृजन से लेकर रोजगार मुहैया कराने में सरकार नाकाम साबित हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा, पहले कार्यकाल के वक्त हर वर्ष दो करोड़ रोजगार का पीएम मोदी का वादा 10 साल में भी पूरा नहीं हो पाया। किसानों के साथ अन्याय का आरोप लगाते हुए एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं देने से लेकर सब्सिडी घटाने जैसे मुद्दों का जिक्र किया गया है।

 

उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप

स्याह पत्र में सरकार पर कुछ बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए विशेष रूप से अदाणी समूह का जिक्र किया गया है। सामाजिक अन्याय से जुड़े आरोपों में एससी-एसटी और ओबीसी की सत्ता में वाजिब भागीदारी नहीं होने पर निशाना साधते हुए जनगणना और जातिवार जनगणना नहीं कराने को सरकार की नाकामी बताया गया है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म सरीखी अन्याय की घटनाएं बढ़ने का हवाला देते हुए महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले में सरकार की उदासीनता पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है।

 

पीएम के बयान का खामियाजा देश भुगत रहा है

राष्ट्रीय सुरक्षा विशेष रूप से सीमा पर चीन के साथ 2020 से जारी टकराव के क्रम में मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया गया है कि किसी के सीमा में नहीं घुसने के पीएम के बयान का खामियाजा देश भुगत रहा है। एलएसी पर भारत अपने 65 में से 26 पेट्रोलिंग प्वाइंट पर नहीं जा सकता, क्योंकि वह बफर जोन बना दिया गया है। इसकी वजह से हमारी काफी जमीन चीन के प्रभुत्व में चली गई है।

 

रक्षा बजट में कटौती से लेकर अग्निवीर योजना की खामी गिनाते हुए सरकार को आड़े हाथों लिया गया है। राजनीतिक अन्याय का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार चुनी हुई गैरभाजपा सरकारों को गिरा रही है और सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है। इससे देश के लोकतंत्र को खतरा है।

 

भाजपा ने 411 विधायकों को ‘खरीदा’

 

खरगे ने दावा किया कि इन केंद्रीय एजेंसियों के जरिये दानदाताओं को डरा-धमका कर भाजपा सरकार चुनावी बांड से पैसा जुटा रही है और इसी पैसे का इस्तेमाल लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए किया जा रहा है। खरगे ने कहा कि बीते 10 वर्षों के दौरान कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में गैरभाजपा सरकारों को गिराने के लिए भाजपा द्वारा 411 विधायकों को ‘खरीदा’ जा चुका है।

 

राज्यपाल विपक्षी दलों की राज्य सरकारों को अस्थिर कर रहे

 

चुनावी निरंकुशता को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए पार्टी ने कहा है कि मोदी सरकार ने संघवाद को भी कमजोर करते हुए गैरभाजपा शासित राज्यों को वित्तीय मदद देने में अड़चनें पैदा की हैं। राज्यपालों के जरिये विपक्षी दलों की राज्य सरकारों को लगातार अस्थिर किया जा रहा है। खरगे ने यह भी कहा कि 2024 में कांग्रेस विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के दलों के साथ मिलकर भाजपा शासन के 10 सालों के अन्याय काल से देश को मुक्ति दिलाएगी

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