सिवनी में गोवंश की हत्या करने वाले आरोपियों के घर चला सरकार का बुलडोजर
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
सिवनी।सनातन हिन्दधर्म सम्राट ब्रम्हलीन जगतगुरु शंकराचार्य की जन्म भूमि धरा सिवनी में गोवंश की हत्या करने वाले आरोपियों के घरों में CM डा मोहन यादव सरकार का बुलडोजर चला है।
सिवनी गौवंश हत्याकांड : मध्य प्रदेश के सिवनी में हुए गौवंश हत्याकांड मामले में मोहन सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मामले में एक्शन लेते हुए पहले तो सीएम मोहन यादव ने सिवनी जिले के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया था और उनकी जगह नई नियुक्तियां कर दी थी। इसके बाद अब सराकर ने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई की है। मामले के आरोपी वाहिद और शादाब के घरों पर बुलडोजर चलाया गया है। वहीं तीसरे आरोपी इरफ़ान के घर के अवैध हिस्से पर बुलडोज़र चलाया है।
बता दें कि सिवनी जिले में 62 गौवंशों की हत्या के मामले में मोहन सरकार सख्त हो गई है। बीते दिनों सीएम मोहन यादव ने जिले के कलेक्टर और एसपी को हटाकर बदल दिए थे। इसके बाद मोहन सरकार की पुलिस ने नागपुर के कथित सात आरोपियों पर 10—10 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सिवनी गौवंश हत्याकांड मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सिवनी जिले के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया था। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से दी थी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सिवनी में बैनगंगा नदी और जंगली में 40 से अधिक गायों के शव मिले थे। मृत गायों के शव मिलने के बाद वहां विधायक दिनेश राय मुनमुन धरने पर बैठ गए थे। उनका कहना था कि पुलिस प्रशासन गाय की तस्करी करने वालों का समर्थन कर रही है। वे चाहते थे कि जो गाय काटने वाले हैं, उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए। धरना प्रदर्शन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हुए थे।
इस घटना ने भी प्रदेश की सरकार को परेशानी में डाला। इसके बाद सीएम मोहन ने बीते दिन विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जनिए समीक्षा बैठक की थी। समीक्षा बैठक में लापरवाही पाए जाने पर सीएम मोहन नाराज हो गए और रातो रात सिवनी कलेक्टर और एसपी को हटा दिया। हालांकि मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों पर NSA लगाकर जेल भेज दिया था।
इसके बावजूद भीं मध्यप्रदेश के सिवनी,छिन्दवाडा, बालाघाट, और मंडला जिला मे वातावरण संतोष जनक नहीं है।