पितृपक्ष उपलक्ष्य में ब्रह्मलीन गुरुदेव भगवान की पुण्य स्मृति में 108 भागवत-सह अनेक अनुष्ठान
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
सिवनी। मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी सिवनी में ब्रह्मलीन गुरुदेव भगवान शंकराचार्य श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाराज की पुण्य स्मरण स्मृति में 108 श्रीमद भागवत महापुराण सहित अनेक अनुष्ठान पितृपक्ष में सम्पन्न होंगे। *गुरुदेव की स्मृति* द्विपीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज की द्वितीय पुण्य स्मृति में शिष्यों का प्रतिनिधि मंडल द्वारा यह अद्वितीय अनुष्ठान किये जाने की तैयारिया पूर्ण कर ली गई है। सम्पन्न होंगे अनेक अनुष्ठान गुरुदेव स्मृति पर्व अनुष्ठान के प्रमुख मात्रधाम मूलनिवासी आचार्य श्री हितेंद्र पांडेय ( काशी ) ने बताया कि इस आयोजन में मुख्यरूप से 108 भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के साथ गणपति, शिव, विष्णु, सूर्य , ललिता के पांच लाख अर्चन महायज्ञ जैसे दिव्य-भव्य अनुष्ठान संपन्न होंगे। आप भी यजमान बन सहभागिता निभाएं
पूज्य गुरुदेव की स्मृति में आयोजित इन अनुष्ठानो में आमजन अपने पितरों के निमित्त या भक्तिभाव के साथ 108 भागवत के यजमान बनने कोई व्यक्ति शामिल हो सकता है, तथा भागवत पुराण का संस्कृत शुद्ध पारायण करने के लिए विद्वान ब्राह्मण भी आमंत्रित है नगर के मध्य बारापत्थर स्थित बाहुबली-राशि लॉन में यह सप्त दिवसीय आयोजन ब्रह्मलीन पूज्य गुरुदेव की द्वितीय पुण्यतिथि पितृपक्ष की द्वितीया तदनुसार 19 से 25 सितंबर 2024 तक यह भव्य दिव्य अनुष्ठान संपन्न होगा जिसकी पूर्ण आहुति एवम् महाप्रसाद 26 सितंबर को होगा। महान विभूतियो के होंगे दर्शन
108 भागवत महा पुराण महायज्ञ में मुख्य कथा व्यास ब्रह्मलीन गुरुदेव के अनन्य कृपा पात्र श्री विद्या उपासक पूर्णाभिशिक्त शिष्य भागवत के विद्वान एवम् प्रखर वक्ता पंडित हितेंद्र शास्त्री जी होंगे तथा इस आयोजन में पूज्य शंकराचार्य जी सहित अनेक संत महात्मा, रावतपुरा सरकार, सहित अनेक साधु-सन्यासी के शामिल होने की संभावना है
भव्य पांडाल और आवास व्यवस्था – इस अनुष्ठान हेतु बारापत्थर स्थित बाहुबली और राशि लान को मिलाकर भव्य वाटरप्रूफ पांडाल का निर्माण किया जा रहा है साथ ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवास व्यवस्था भी किये जाने तथा भोजन प्रसादी की योजना भी बनाई जा रही है।
इस आलौकिक दिव्य और भव्य धार्मिक आध्यात्मिक समारोह मे हजारों की संख्या मे गुरु उपासक और उपासिकाएं उपस्थित रहेंगे।