महाराष्ट्र बचाने के लिए उद्धव ठाकरे का क्या है ‘प्लॅन’
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई सीएम उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए दावा कि सरकार विज्ञापनों की मदद से महाराष्ट्र में फर्जी और गलत खबरें प्रसारित करा रही है। बता दें कि इसी साल के अंत में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। चुनाव आयोग की टीम प्रदेश का दौरा कर सभी घटकों से उनकी राय ले चुकी है। विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने से पहले यानी दिसंबर महीने से पहले ही चुनाव प्रक्रिया पूरी कराई जानी है। ऐसे में राज्य की सियासी सरगर्मियां काफी तेज हैं।
महाराष्ट्र सरकार फर्जी कहानियां गढ़ रही है
मुंबई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम उद्धव ने कहा कि अगले महीने संभावित विधानसभा चुनाव से ठीक पहले महाराष्ट्र सरकार विज्ञापनों के माध्यम से राज्य में फर्जी कहानियां गढ़ रही है। उन्होंने सरकार पर विश्वासघात करने के लिए मजबूर करने का आरोप भी लगाया।
पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये दिए जाते हैं
उद्धव ने कहा, महायुति सरकार सरकार ‘लाड़डी बहन’ योजना के माध्यम से जनता को उनका ही पैसा देकर ‘महाराष्ट्र धर्म’ से विश्वासघात करने पर मजबूर कर रही है। सरकार पर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा, इस योजना के तहत राज्य में पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये दिए जाते हैं।
महाराष्ट्र में इस बार सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लगभग 25 महीने पहले जून, 2022 में महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिरी थी। इसके बाद भाजपा समर्थित सरकार बनी। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो-फाड़ होने के बाद राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार के पास 202 विधायकों का समर्थन है। 102 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। अजीत पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 40 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 18 विधायक हैं। 14 निर्दलीय विधायकों ने भी एनडीए सरकार को समर्थन दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार को पांच अन्य छोटे दलों का समर्थन भी हासिल है।
इसके अलावा विपक्षी खेमे (महाविकास अघाड़ी- MVA) में कुल 71 विधायक हैं। विपक्ष में कांग्रेस 37 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के 16 विधायक हैं। वरिष्ठ राजनेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-SP) के 12 विधायक हैं। समाजवादी पार्टी के दो, सीपीआईएम और पीडब्लूपीआई के एक-एक विधायक हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के दो विधायक भी विपक्षी खेमे में हैं। 15 विधानसभा सीटें खाली हैं।
राजनीतिक चौसर पर तमाम जनप्रतिनिधियों की अग्निपरीक्षा होगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी विधानसभा महाराष्ट्र है। 2019 में हुए पिछले आम चुनावों के बाद महाराष्ट्र और झारखंड में भी मुख्यमंत्री बदलने की नौबत आई।ऐसे में अब दोनों राज्यों के राजनीतिक चौसर पर तमाम जनप्रतिनिधियों की अग्निपरीक्षा होगी।
कांग्रेस नेता का बयान- महा विकास अघाड़ी सबसे ज्यादा सीटें जीतेगी
महाराष्ट्र के अलावा हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की सियासी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस नेता अमीन पटेल ने कहा, जम्मू-कश्मीर की जनता ने पूरे देश को संदेश दिया है कि वे जम्मू-कश्मीर में शांति और धर्मनिरपेक्ष सरकार चाहते हैं। उन्होंने कहा, महायुति सरकार डरी हुई है। जब भी चुनाव की घोषणा होगी, जम्मू-कश्मीर में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनेगी। हम एकजुट होकर लड़ेंगे और मुंबई में महा विकास अघाड़ी सबसे ज्यादा सीटें जीतेगी। सीटों के बंटवारे पर बातचीत अंतिम चरण में है
मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) बड़े भाई की भूमिका निभाएगी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एमवीए के सीट बंटवारे पर कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा, हम मुंबई में सीट बंटवारे पर बातचीत कर रहे हैं। इसका 70 फीसदी हिस्सा सौहार्दपूर्ण ढंग से तय हो चुका है। शेष 12-13 सीटों पर भी जल्द ही फैसला हो जाएगा… अगले 4-5 दिनों में पूरी बात तय हो जाएगी… मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) बड़े भाई की भूमिका निभाएगी जबकि कांग्रेस और एनसीपी-एससीपी कम सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
हरियाणा और महाराष्ट्र की राजनीतिक परिस्थितियां अलग है।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, हरियाणा और महाराष्ट्र की राजनीतिक परिस्थितियां अलग-अलग हैं… महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की विचारधारा है… पीएम मोदी ने एक मूर्ति के जरिए छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया है, और महाराष्ट्र इसे भूल नहीं सकता। सभी उद्योग महाराष्ट्र के बजाय गुजरात को दे दिए गए। इसे एटीएम की तरह माना गया।