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CM पद की ताजपोशी पर जल्द फैसला? BJP प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले का बयान

CM पद की ताजपोशी पर जल्द फैसला? BJP प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले का बयान

 

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

मुंबई ।महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से 235 सीटों पर महायुति गठबंधन के जीतने के बाद महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिला है। बीजेपी से देवेंद्र फडणवीस और वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अगले मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में हैं। मतगणना प्रक्रिया के दौरान एकनाथ शिंदे ने संकेत दिया था कि परिणाम आने के बाद गठबंधन के तीनों दल तय करेंगे कि कौन भूमिका निभाएगा। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, हम सभी विधायकों को बुलाएंगे और फिर एक साथ बैठेंगे और एक मुख्यमंत्री चुनेंगे। मंगलवार को विधानसभा 2019 का कार्यकाल खत्म हो रहा है। एकनाथ शिंदे इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि अभी तक महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर नाम फाइनल नहीं हुआ है, इसलिए शिंदे ही इस्तीफे के बाद कार्यवाहक सीएम बनाए जा सकते हैं। शिंदे मंगलवार राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने राजभवन पहुंचेंगे। राज्यपाल महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के शपथ ग्रहण होने तक शिंदे को कार्यवाहक सीएम का प्रभार दे सकते हैं।

महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि विपक्ष अभी भी सदमे में है। उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए। जब ​​हमारे उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में हारे, तो हमने आत्मचिंतन किया और काम किया और आज नतीजा सबके सामने है। उनके पास सिर्फ झूठ की कहानियां हैं। लेकिन, महाराष्ट्र की जनता सत्य के साथ है। महायुति के साथ है। केंद्रीय नेतृत्व और महाराष्ट्र के तीन नेता (एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार) एक साथ बैठेंगे।

रामदास आठवले ने बताया कि बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री होंगे और सीएम एकनाथ शिदे केंद्र सरकार में जाएंगे

केंद्रीय मंत्री और महायुति के पार्टनर रामदास आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी को बड़ा बहुमत मिला है, इसलिए सीएम पद देवेंद्र फडणवीस को ही मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस सीएम हो सकते हैं। उन्होंने एकनाथ शिंदे को दिल्ली में एडजस्ट करने की सलाह दी है।

नाना पटोले ने फिर ईवीएम पर नाराजगी, राहुल गांधी से मिलने पहुंचे दिल्ली

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने चुनाव परिणाम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जो भी चुनाव परिणाम आए हैं, वह किसी को भी स्वीकार्य नहीं हैं, महाराष्ट्र की जनता को भी नहीं। हमने इस मुद्दे पर मंथन किया है । अगर आप आज महाराष्ट्र में सोशल मीडिया देखेंगे तो जनता कहती है कि सरकार हमारे वोट से नहीं आई है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा जनता की भावनाओं का सम्मान किया ।

​एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने संजय राउत के ईवीएम पर किए गए कमेंट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब एमवीए लोकसभा चुनाव जीती थी, तब उन्होंने चुनाव आयोग और ईवीएम की तारीफ की थी। हार के बाद वह ईवीएम का बहाना बना रहे हैं। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि अभी महायुति की सरकार गठन होने में दो-तीन दिनों का समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार में सभी पक्षों का ख्याल रखा जाएगा, इसलिए चर्चा हो रही है।

शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और राज्यपाल ने उन्हें नई सरकार बनने तक कार्यवाहक सीएम नियुक्त किया है। महायुति नेता एक साथ बैठेंगे और चर्चा करेंगे। सभी नेता दिल्ली जाएंगे और फिर निर्णय लिया जाएगा। सीएम शिंदे ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे, वह उन्हें स्वीकार्य होगा।

तय हो चुका है सरकार का फॉर्मूला, 43 मंत्री में बीजेपी का बड़ा हिस्सा

सीएम शिंदे के इस्तीफे के बाद नई सरकार के गठन की हलचल भी शुरू हो गई है। चर्चा है कि 1+2 और 21+12+10 का फॉर्मूला भी बनकर तैयार है। फडणवीस सरकार में भी दो डिप्टी सीएम, बीजेपी के 21 मंत्री, शिवसेना के 12 और एनसीपी के 10 मंत्री होंगे।

शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बीजेपी के सहयोगी दल एनसीपी और शिवसेना पर बड़ा तंज कसा है। संजय राउत ने कहा कि अमित शाह और नरेंद्र मोदी तय करेंगे कि महाराष्ट्र का सीएम कौन होगा। एकनाथ शिंदे या अजित पवार अपनी-अपनी पार्टियों के बारे में फैसला नहीं कर सकते। दोनों पार्टियों के बारे में फैसले दिल्ली में लिए जाते हैं। अमित शाह और मोदीजी तय करते हैं कि एकनाथ शिंदे और अजित पवार को क्या करना है। ये दोनों पार्टियां (शिवसेना और एनसीपी) बीजेपी की गुलाम हैं। वे बीजेपी की सहायक कंपनियां हैं। मोदीजी और अमित शाहजी जो भी कहेंगे, उन्हें उसका पालन करना होगा।

एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, अगली सरकार बनने तक रहेंगे केयरटेकर सीएम

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई के राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया। उनके साथ उपमुख्यमंत्री अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी से मिलकर बना महायुति गठबंधन विजयी हुआ है।

निर्दलीय उम्मीदवार शरद भीमाजी ने दिया फडणवीस को समर्थन

​जुन्नार सीट से जीतने वाले निर्दलीय उम्मीदवार शरद भीमाजी सोनाव ने अपने समर्थकों के साथ महायुति को अपना समर्थन देने और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाने की मांग की है।

इधर नागपुर के मुख्यमंत्री आवास से शिंदे का नेम प्लेट निकाल दिया गया है।

महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के सीएम बनने के संकेत मिलने लगे हैं।

अजित पवार भी शिंदे-फडणवीस के साथ, सरकार बनाने के दावे पर सस्पेंस रखा गया है।

राजभवन जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में सीएम एकनाथ शिंदे के साथ दूसरे डिप्टी सीएम अजित पवार भी मौजूद हैं। अभी तक यह तय नहीं है कि महायुति की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा या नहीं

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस सुबह 11 बजे राजभवन पहुंचे। थोड़ी देर में वह अपना इस्तीफा राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन को सौंपेंगे। नई सरकार बनने तक शिंदे कार्यवाहक मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालेंगे।

महायुति की बड़ी जीत के बाद राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी। महागठबंधन के तौर पर हमने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और आज भी साथ हैं। मेरे प्रति प्रेम के कारण, कुछ समर्थकों ने सभी से एक साथ इकट्ठा होने और मुंबई आने की अपील की है। मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं,लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी इस तरह से मेरे समर्थन में एकजुट न हो। एक बार फिर मेरा विनम्र अनुरोध है कि शिवसेना कार्यकर्ता वर्षा निवास या कहीं और इकट्ठा न हों। मजबूत और समृद्ध महाराष्ट्र के लिए महागठबंधन मजबूत रहा है और रहेगा।

शिवसेना सांसद शिवसेना के सांसद नरेश महास्के ने बीजेपी से एकनाथ शिंदे को बिहार के तर्ज पर एकनाथ शिंदे को समर्थन देने की अपील की है। महास्के ने कहा कि महायुति के नेता सीएम पर अंतिम फैसला लेंगे, मगर बिहार में जिस तरह नीतीश कुमार को समर्थन देकर मुख्यमंत्री बनाया है, उसी तरह शिंदे को महाराष्ट्र में सीएम बनाया जा सकता है। अजित पवार के समर्थन से फडणवीस का सीएम बनना तय है।

डिप्टी सीएम अजित पवार ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को पहले ही बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। एनसीपी के 41 विधायक हैं। दोनों पार्टियों के संख्याबल से ही महाराष्ट्र में मजबूत सरकार बन सकती है।

महाराष्ट्र सीएम पद को लेकर क्या बोले राहुल नार्वेकर

भाजपा नेता राहुल नार्वेकर ने कहा कि आज महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। अगर वह (सीएम शिंदे) आज इस्तीफा देते हैं, तो उनसे नई सरकार बनने तक कार्यवाहक सीएम के रूप में काम करने का अनुरोध किया जाएगा। तीनों दलों के नेता, हमारा संसदीय बोर्ड, इस (सीएम) मामले पर फैसला करेगा। और जल्द ही महाराष्ट्र में सरकार बनेगी।

महाराष्ट्र में MVA की हार पर मुंब्रा-कलवा विधानसभा सीट से NCP-SCP के विजयी उम्मीदवार जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि हमें (हमारी हार का) कोई कारण नहीं मिल पा रहा है… हमें यह विश्वास करना मुश्किल लगता है कि लाड़की बहना योजना ने उन्हें जीत दिलाई है… यहां तक ​​कि हमारे विधायकों ने भी कहा है कि EVM में गड़बड़ी थी… राज्य में एक जनांदोलन खड़ा होगा। कई गांवों में पहले से ही विद्रोह देखने को मिल रहा है…

नागपुर में देवेंद्र फडणवीस को अगला सीएम बनाए जाने के पोस्टर लगे हैं। उनके घर के पास लगे एक होर्डिंग में लिखा है, ‘देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे।’ पोस्टर ऐसे समय में लगाया गया है, जब राज्य में राजनीतिक हलचल तेज है और मुख्यमंत्री पद की संभावनाओं को लेकर देवेंद्र फडणवीस की चर्चा हो रही है। इन पोस्टरों के जरिए यह संकेत दिया जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस अपनी पार्टी और समर्थकों की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार हैं। ऐसा पहली बार नहीं है। इससे पहले भी देवेंद्र फडणवीस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें भावी मुख्यमंत्री बताते हुए बैनर लगाए थे। इससे पहले भी बारामती में कुछ पोस्टर्स लगे थे, जिसमें प्रदेश के अगले सीएम के तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अजित पवार को दिखाया गया था।

एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने समर्थकों से कहा कि वे उनके मुख्यमंत्री बने रहने के पक्ष में समर्थन जताने के लिए दक्षिण मुंबई स्थित उनके सरकारी आवास ‘वर्षा’ के बाहर एकत्र नहीं हों। शिंदे ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘महायुति गठबंधन की बड़ी जीत के बाद राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी। हमने एक महागठबंधन के रूप में मिलकर चुनाव लड़ा और हम आज भी साथ हैं।’ उन्होंने अपने समर्थकों से ‘वर्षा’ के बाहर या उनके समर्थन में किसी अन्य स्थान पर इकट्ठा नहीं होने की अपील की। शिंदे ने कहा, ‘मेरे प्रति प्रेम के कारण कुछ लोगों ने सभी से मुंबई आने और एकत्र होने की अपील की है। मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी मेरे समर्थन में इस तरह से एकत्र नहीं हो।’

फडणवीस के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की चर्चा के बीच, शिवसेना के विभिन्न नेताओं ने बयान दिया कि शिंदे को पद पर बने रहना चाहिए, क्योंकि मुख्यमंत्री के रूप में भारी जीत उनके नेतृत्व में ही मिली है। शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने महाराष्ट्र में बिहार मॉडल लागू करने को कहा है। भाजपा नेता प्रवीण दरेकर ने मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस की वकालत करते हुए कहा कि वह राज्य का नेतृत्व करने के लिए सबसे सक्षम उम्मीदवार हैं। म्हस्के ने कहा कि हमें लगता है कि शिंदे को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे बिहार में भाजपा ने संख्याबल पर ध्यान नहीं दिया और जेडीयू नेता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया। महायुति (महाराष्ट्र में) के वरिष्ठ नेता अंतिम फैसला लेंगे। म्हस्के ने महाराष्ट्र की स्थिति की तुलना हरियाणा से की, जहां भाजपा ने हाल में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा था।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीट जीतकर भारी जीत हासिल की है, लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं में अब तक इस बात पर सहमति नहीं बन पाई है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होना चाहिए। शिंदे के समर्थक कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहना चाहिए क्योंकि उनके नेतृत्व में भारी जीत हासिल हुई है। राज्य विधानसभा चुनावों में अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता निवर्तमान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने की वकालत कर रहे हैं। हाल में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को 132 सीट मिली थीं, जबकि उसकी सहयोगी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को क्रमशः 57 और 41 सीट मिली थीं। राज्य में 20 नवंबर को हुए चुनावों के लिए मतगणना शनिवार को हुई

महाराष्ट्र में सीएम कौन का मामला दिल्ली में ही फाइनल होने के संकेत सुबह मिल रहे थे। राज्य में मिली बंपर जीत के बाद दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं ने पहले भी अमित शाह के यहां चर्चा की है। वहीं, कल अजित गुट एनसीपी के नव निर्वाचित विधायकों की बैठक में अजित पवार को सदन के लिए भी अपना नेता चुना गया है। शिंदे गुट शिवसेना की इसी तरह की बैठक में एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुना गया है। मुंबई में कल हुई इन बैठकों के बारे में कुछ खबरें छनकर आई हैं। कहा जा रहा है कि अजित गुट एनसीपी देवेंद्र फडनवीस को इस बार सीएम पद के लिए राजी है। इसलिए कि बीजेपी 132 सीट की बड़ी जीत के साथ महायुति गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है। उसके मुकाबले शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीट ही मिली हैं। लेकिन शिंदे की पार्टी चाहती है कि वह ही सीएम बनें। शिंदे की लाडकी बहिन योजना और अन्य योजनाओं का बड़ा योगदान इस जीत में रहा है। यह भी कि बीजेपी 148 सीटों पर लड़ी थी। इसलिए उसे इतनी सीटें मिली हैं और इसमें सहयोगियों की भी भूमिका रही है। अगर शिवसेना भी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ती तो उसे भी ज्यादा सीटें मिलतीं। बहरहाल, मामले को निपटाने के लिए देवेंद्र फडनवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार को दिल्ली बुलाने पर सुबह चर्चा हो रही थी।

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