भारत के करीब आ रहा मुस्लिम मुल्क मालदीव : शहबाज को लगी मिर्ची
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नई दिल्ली। मालदीव भारत के नजदीक आने की भनक लगते ही पडोसी मुल्क पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ को जमकर मोर्ची लगी है.नाराजगी नहीं, मुस्कुराते हुए जयशंकर और मालदीव के अब्दुल्ला खलील भारत के करीब आ रहा है तो शहबाज शरीफ को मिर्ची लग रही है.
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील ने पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को अपना दृढ़ समर्थन व्यक्त किया.
मालदीव के विदेश मंत्री ने की पहलगाम आतंकवादी हमले निंदा की है.
न कोई संकोच, न नाराजगी, बस चेहरे पर मुस्कुराहट और लंबी चर्चा के दौरान भारत और मालदीव के रिश्तों को लेकर ये तस्वीर बहुत कुछ कहती है. सोमवार (26 मई, 2025) को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की दिल्ली में गर्मजोशी भरी बैठक हुई. दोनों विदेश मंत्रियों के चेहरे की मुस्कुराहट से साफ समझ आ रहा है कि एक साल पहले भारत और मालदीव के बीच जो थोड़ी बहुत दूरियां आई थीं, वो कम होने लगी हैं और रिश्ते वापस पटरी पर आ रहे हैं.
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील भारत के दौरे पर हैं. इस दौरान उनकी विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात हुई, जिसकी एक तस्वीर जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की है. तस्वीर के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील से आज मुलाकात कर बड़ी खुशी हुई. हम आतंकवाद के खिलाफ मालदीव के सपोर्ट और एकजुटता का स्वागत करते हैं. भारत हमेशा मालदीव की प्रगति और विकास के लिए प्रतिबद्ध है.’
जब मुइज्जू ने भारत को लेकर दिखाए तल्ख तेवर
एक साल पहले मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार ने भारत को लेकर बेहद तल्ख तेवर दिखाए थे. उनकी सरकार के कुछ मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपमानजनक टिप्पणियां भी कीं, जिसके लिए उनके देश के लोगों ने भी काफी नाराजगी जताई थी. सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड हुआ था. भारतीय सैनिकों को भी वापस बुला लिया गया था, जो भारत की ओर से उपहार में दिए गए हेलीकॉप्टरों और डोर्नियर विमानों के संचालन और रखरखाव के लिए वहां पर तैनात थे. मोहम्मद मुइज्जू के फैसले के बाद भारत सरकार ने उन्हें वापस बुला लिया था.
मुश्किल में भारत ने मालदीव को दी आर्थिक मदद
इस सबके बावजूद भारत सरकार ने कभी मालदीव की तरफ उतना तल्ख रवैया नहीं अपनाया. मालदीव को आर्थिक मदद भी दी. पिछले साल अक्टूबर में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पांच दिन की यात्रा पर भारत आए थे. विदेशी मुद्रा संकट से गुजर रहे मालदीव को सरकार ने 6,300 करोड़ की वित्तीय सहायता देने का वादा किया था और ट्रेड डील पर भी चर्चा हुई थी. इस वित्तीय सहायता में 400 मिलियन डॉलर की करेंसी स्वैप डील और 30 अरब रुपये की अन्य डील शामिल थीं. हाल ही में मालदीव का 50 मिलियन डॉलर का ट्रेजरी बिल भी जारी किया गया है.
पहलगाम आतंकवादी हमले की मालदीव ने की कड़ी निंदा
अब्दुल्ला खलील एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत की तीन-दिवसीय यात्रा पर आए हैं. यहां वह व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के कार्यान्वयन की समीक्षा करेंगे, जिस पर पिछले साल अक्टूबर में मोहम्मद मुइज्जू की नई दिल्ली यात्रा के दौरान सहमति बनी थी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अब्दुल्ला खलील ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और भारत के लोगों और सरकार के साथ मालदीव की एकजुटता और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई में भारत को अपना दृढ़ समर्थन व्यक्त किया.