चेहरे का कोलेजन बढाने की विधि और उपाय
टेकचंद्र शास्त्री:
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नागपुर । चेहरे का कोलेजन कैसे बढ़ाएं, किस फल में सबसे ज्यादा कोलेजन होता है?
आज हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें डाइट में शामिल करके आप कोलेजन उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. यहां जानें कौन से हैं.कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो शरीर में प्राकृतिक रूप से बनता है और त्वचा में लचीलापन, मजबूती और चमक लाने में मदद करता है. बढ़ती उम्र, तनाव, गलत खानपान, प्रदूषण और नींद की कमी जैसे कारणों से शरीर में कोलेजन का लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है, जिसके कारण चेहरे पर झुर्रियां, ढीली त्वचा, बालों के झड़ने और जोड़ों के दर्द का सामना करना पड़ सकता है. आज हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें डाइट में शामिल करके आप कोलेजन उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. यहां जानें कौन से हैं वो फूड्स.हरी सब्जियां: पालक, मेथी, सरसों और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियां विटामिन सी, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं, जो शरीर में कोलेजन बनने की प्रक्रिया को तेज कर सकती हैं, साथ ही त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से भी बचा सकती है. भीगे हुए चने का पानी पीने से क्या फायदा होता है? अगर पी लिया तो शरीर को मिलेंगे 4 बड़े फायदे
खट्टे फल: संतरा, नींबू, मौसंबी, कीवी और अमरूद विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत हैं. विटामिन सी शरीर में कोलेजन उत्पादन को सक्रिय करता है और त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करता है. रोजाना एक नींबू पानी या एक संतरा खाना त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद माना जा सकता है.ड्राई फ्रूट्स: बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स और कद्दू के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर हैं, जो त्वचा को अंदर से पोषण देने में मदद करते हैं और कोलेजन टूटने की गति को कम कर सकते हैं. नियमित रूप से इनका सेवन स्किन के लिए फायदेमंद माना जा सकता है. एवोकाडो में हेल्दी फैट्स और विटामिन ई की मात्रा अच्छी पाई जाती है, यह त्वचा की नमी बरकरार रखने और कोलेजन को टूटने से बचाने में मदद कर सकती है. आप चाहें तो इसको सलाद के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकते है.
कोलेजन शरीर में पाया जाने वाला सबसे आम प्रोटीन है। यह टेंडन, वसा और स्नायुबंधन सहित अन्य जगहों पर मौजूद होता है। यह हमारे शरीर के अंगों को एक साथ फिट होने में मदद करता है और हमारी हड्डियों की संरचना की मजबूती के लिए बेहद ज़रूरी है।
जब कोलेजन का स्तर स्वस्थ होता है, तो कोलेजन युक्त कोशिकाएं मजबूत और युवा दिखती हैं।
इलास्टिन शरीर में पाया जाने वाला एक और प्रोटीन है। इलास्टिन शरीर के उन हिस्सों में पाया जाता है जहाँ संकुचन होता है, जैसे धमनियाँ और फेफड़े। ऐसा इलास्टिन की एक अद्भुत विशेषता के कारण होता है: अपनी जगह पर वापस आ जाना और अपना मूल आकार बनाए रखना।
इलास्टिन और कोलेजन, दोनों ही त्वचा में पाए जाने वाले प्रोटीन हैं। ये मिलकर त्वचा को उसकी बनावट और आकार देते हैं। कोलेजन और इलास्टिन दोनों के स्वस्थ स्तर वाली त्वचा न केवल अधिक जवां दिखती है, बल्कि मज़बूत भी होती है।
कोलेजन के बारे में दिलचस्प बात यह है कि इसके विकास को प्रोत्साहित करने से डोमिनोज़ प्रभाव पड़ता है। आपके शरीर में जितना ज़्यादा कोलेजन होगा, आपका शरीर उतना ही ज़्यादा कोलेजन का उत्पादन और रखरखाव कर पाएगा। आगे पढ़ें और जानें कि आप अपने शरीर में कोलेजन उत्पादन को प्राकृतिक रूप से कैसे बढ़ा सकते हैं।
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