मराठा आरक्षण का बड़ा दुश्मन हैं शरद पवार? मराठा समाज राजनैतिक फायदा के लिए लड़ाया! डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस का बयान
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई। मराठा आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा के कद्दावर DCM देवेंद्र फड़णवीस ने NCP चीफ शरदचंद्र पवार पर आरोप दागा है। DCM फडणवीस ने कहा कि शरद पवार का इंटरेस्ट केवल अलग-अलग समुदायों को लड़ाने में है।
आरक्षण के मुद्दे पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष पर निशाना साधा। फडणवीस ने शनिवार को कहा कि समुदाय की मांग का सबसे बड़ा विरोध एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की ओर से हुआ। नागपुर में पार्टी पदाधिकारियों की एक सभा को संबोधित करते हुए फडनवीस ने कहा कि एनसीपी सुप्रीमो कभी भी इतने लंबे समय तक सत्ता में रहने के बावजूद मराठों को आरक्षण नहीं देना चाहते थे। उधर, फडणवीस के आरोपों पर एनसीपी एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने महाराष्ट्र सरकार पर पलटवार किया है।
मराठा आरक्षण के सबसे बड़े विरोधी हैं शरद पवार, उन्होंने समुदायों को फायदे के लिए लड़ाया, डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस का बड़ा आरोप
‘शरद पवार के पास थे आरक्षण देने के कई मौके’
डिप्टी सीएम ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब शरद पवार ने महाराष्ट्र पर शासन किया था और जब वह पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य थे। तब उनके पास आरक्षण देने के कई अवसर थे। फडणवीस ने कहा कि जब बीजेपी ने 2014 से 2019 तक महाराष्ट्र सरकार का नेतृत्व किया तो हमने न केवल आरक्षण दिया था। बल्कि बॉम्बे हाईकोर्ट में इसका किया है सफलतापूर्वक बचाव भी
उद्धव सरकार पर भी निशाना
फडणवीस ने कहा कि महा विकास अघाड़ी शासन के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया था। क्योंकि तत्कालीन सरकार मराठा आरक्षण के लिए एक मजबूत दावा पेश करने में विफल रही थी।
फडणवीस साबित करें कि शरद पवार ने विरोध किया: आव्हाड
उधर, एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने राज्य सरकार पर हमला बोलते कहा है कि महायुति के नेता जानबूझकर ओबीसी और मराठा के बीच विवाद खड़ा कर रहे हैं। सरकार को आरक्षण नहीं देना है। इसलिए लोगों का ध्यान भटकाने के लिए शरद पवार का नाम लेते हैं। आव्हाड ने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहा कि खुद की असफलता का ठीकरा दूसरों पर फोड़ना उनका पहले से काम रहा है।
आव्हाड ने फडणवीस को चुनौती दी है कि वह शरद पवार की ओर से मराठा आरक्षण के विरोध में एक बार भी दिए गए बयान को साबित करें। शनिवार को ठाणे में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आव्हाड ने कहा कि शरद पवार ही हैं, जो सबसे पहले मराठा आरक्षण का समर्थन कर चुके हैं। मराठों की पहले की स्थिति और अब की स्थिति अलग हो चुकी है। उनकी आर्थिक स्थिति भी ख़राब है। ऐसे में उनको आरक्षण मिलना चाहिए, लेकिन शिंदे सरकार मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए सह्याद्रि जैसे खड़े शरद पवार को बेवजह निशाना बनाती है।
हर कूटनीतिज्ञ मोर्चे फैल है शरदचंद्र पवार
इस संबंध में पश्चिम महाराष्ट्र और मराठा समुदाय में व्याप्त चर्चाओं के मुताबिक पूर्व सीएम शरदचंद्र पवार ने कभी भी मराठा समाज के सर्वांगीण विकास के बारे मे कोई ठोस पहल की नहीं और सिर्फ आपस में फूट डालो और राज करो यानी आपस मे झगडा लडाने की भूमिका निभाने मे अग्रसर रहे है। और मजा देखते रहते है? उन्हे अपनी कूटनीतिज्ञ चाण्डक्य चाल-ढाल पर पूरा यकीन है। और इसी वजह से NCP चीफ शरदचंद्र पवार को हर कूटनीतिज्ञ मोर्चा मे मुंह की खानी पड रही है?