Breaking News

हाथरस भगदड काण्ड में सनातन धर्म RSS भाजपा और योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश

हाथरस भगदड काण्ड में सनातन धर्म RSS भाजपा और योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

 

हाथरस प्रकरण SIT ने सरकार को साजिश की ओर इशारा किया है। अपुष्ट विश्वसनीय सूत्रों की माने तो सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगलने वाले आतातायियों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड हाथरस SIT ने सरकार को क्या बताया? इस साजिश की ओर किया इशारा, यहां पढ़ें पूरी रिपोर्ट

हाथरस SIT ने सरकार को क्या बताया? इस साजिश की ओर किया इशारा, यहां पढ़ें पूरी रिपोर्ट

मामले में गठित एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट में साजिस की ओर संकेत करते हुए गहन जांच की सलाह दी गई है.

हाथरस SIT ने सरकार को क्या बताया? इस साजिश की ओर किया इशारा, यहां पढ़ें पूरी रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस में 2 जुलाई 2024 को मची भगदड़ पर गठित विशेष जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. इस रिपोर्ट में एक ओर जहां बाबा नारायण साकार हरि का कहीं कोई जिक्र नहीं है तो वहीं दूसरी ओर साजिश ओर भी इशारा किया गया हैं.

हाथरस के सिकन्दराराऊ में बीते 2 जुलाई को सत्संग के दौरान घटित हादसे के तत्काल बाद गठित एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने 2, 3 और 05 जुलाई को घटना स्थल का निरीक्षण किया था. रिपोर्ट में बताया गया कि जांच के दौरान कुल 125 लोगों का बयान लिया गया, जिसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता एवं प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी लिया गया. इसके अलावा, घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय विडियोग्राफी, छायाचित्र, विडियो क्लिपिंग का संज्ञान लिया गया.

 

हाथरस एसआईटी ने बाबा नारायण साकार हरि को दी क्लीन चिट! पूरी रिपोर्ट में कहीं कोई जिक्र नहीं

 

एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है.

जांच समिति ने अब तक हई जांच व कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया है और गहन जांच की जरूरत बताई है.

जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है. स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज द्वारा अपने दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही के जिम्मेदार हैं.

उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ दवारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किये आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया.

उक्त अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया. एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है. तदक्रम में, उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकन्दराराऊ, थानाध्यक्ष सिकन्दराराऊ, तहसीलदार सिकन्दराराऊ, चौकी इन्चार्ज कचौरा एवं चौकी इन्चार्ज पोरा को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है.

आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली. अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया. आयोजकों द्वारा अप्रत्याशित भीड़ को आमंत्रित कर पर्याप्त एवं सुचारु व्यवस्था नहीं की गई. न ही कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का पालन किया गया.

आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं. इनके द्वारा जिन लोगों को बिना विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन के जोड़ा गया, उनसे अव्यवस्था फैली.

आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया. स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया.

सत्संगकर्ता और भीड़ को बिना सुरक्षा प्रबंध के आपस में मिलने की छूट दी गई. भारी भीड़ के दृष्टिगत यहां किसी प्रकार की बैरीकेटिंग अथवा पैसेज की व्यवस्था नहीं बनाई गई थी और दुर्घटना घटित होने पर आयोजक मंडल के सदस्यों ने अपनी सफाई पेश की है।

पप्पू भैया के इशारों पर सनातन हिन्दू धर्म के खिलाफ षडयंत्र करने के लिए आताताइयों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है?कि सनातन हिंदुत्व को कैसे कुचला जाए और इस्लाम तथा ईसाई धर्म को ऊपर उठाया जाए?जिसका साक्षात गवाह है

उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस में 2 जुलाई 2024 को मची भगदड़ पर गठित विशेष जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. इस रिपोर्ट में एक ओर जहां बाबा नारायण साकार हरि का कहीं कोई जिक्र नहीं है तो वहीं दूसरी ओर साजिश ओर भी इशारा किया गया हैं.

हाथरस के सिकन्दराराऊ में बीते 2 जुलाई को सत्संग के दौरान घटित हादसे के तत्काल बाद गठित एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने 2, 3 और 05 जुलाई को घटना स्थल का निरीक्षण किया था. रिपोर्ट में बताया गया कि जांच के दौरान कुल 125 लोगों का बयान लिया गया, जिसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता एवं प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी लिया गया. इसके अलावा, घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय विडियोग्राफी, छायाचित्र, विडियो क्लिपिंग का संज्ञान लिया गया.

 

हाथरस एसआईटी ने बाबा नारायण साकार हरि को दी क्लीन चिट! पूरी रिपोर्ट में कहीं कोई नहीं हौ

 

एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है.

जांच समिति ने अब तक हई जांच व कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया है और गहन जांच की जरूरत बताई है.

जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है. स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज द्वारा अपने दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही के जिम्मेदार हैं.

उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ दवारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किये आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया.

उक्त अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया. एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है. तदक्रम में, उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकन्दराराऊ, थानाध्यक्ष सिकन्दराराऊ, तहसीलदार सिकन्दराराऊ, चौकी इन्चार्ज कचौरा एवं चौकी इन्चार्ज पोरा को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है.

आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली. अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया. आयोजकों द्वारा अप्रत्याशित भीड़ को आमंत्रित कर पर्याप्त एवं सुचारु व्यवस्था नहीं की गई. न ही कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का पालन किया गया.

आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं. इनके द्वारा जिन लोगों को बिना विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन के जोड़ा गया, उनसे अव्यवस्था फैली.

आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया. स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया.

सत्संगकर्ता और भीड़ को बिना सुरक्षा प्रबंध के आपस में मिलने की छूट दी गई. भारी भीड़ के दृष्टिगत यहां किसी प्रकार की बैरीकेटिंग अथवा पैसेज की व्यवस्था नहीं बनाई गई थी और दुर्घटना घटित होने पर आयोजक मंडल के सदस्य घटना स्थल से भाग गए.

About विश्व भारत

Check Also

चंद्रशेखर बावनकुळे कामठी-मौदातून लढणार : ‘विश्व भारत’ची बातमी ठरली खरी

महाराष्ट्र विधानसभा निवडणुकीची घोषणा होताच कोण कोठून लढणार याचे आराखडे बांधणे सुरू केले आहेत. अशातच …

माजी आमदार मल्लिकार्जुन रेड्डीची भाजपमधून का झाली हकालपट्टी?आशिष जैस्वालला विरोध

जाहीरपणे कोणी महायुतीच्या विरोधात पक्षाच्या पदाधिकारी व कार्यकर्त्याकडून वक्तव्य किंवा बंड पुकारले जात असेल अशा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *