Breaking News

मंदिर बना जंग का अखाड़ा: श्रद्धालुओं और पुजारियों के बीच झगड़ा, जमकर चले लाठी डंडे

मंदिर बना जंग का अखाड़ा: श्रद्धालुओं और पुजारियों के बीच झगड़ा, जमकर चले लाठी डंडे

टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट

हरिद्वार: सिद्धपीठ दक्षिण काली मंदिर में यूपी सहारनपुर के श्रद्धालुओं और पुजारियों के बीच जमकर लाठी डंडे चले। विवाद पार्किंग की पर्ची काटने को लेकर हुआ था। बताया गया है कि पहले श्रद्धालुओं ने मारपीट की। इसके बाद पुजारी और कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। श्रद्धालुओं के कंट्रोल रूम को सूचना देने पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर स्स्थिति को संभाला। मारपीट की घटना के बाद श्रद्धालु पक्ष के लोग मंदिर से वापस लौट गए।वहीं, मंदिर प्रबंधन की ओर से देर शाम तक पुलिस को शिकायत दी जा रही थी।

मूंछों पर ताव देकर पुलिसकर्मी के साथ गाली-गलौज किया और ट्रैफिक सिग्नल तोड़ा पुलिस के मुताबिक, हरिद्वार के सिद्धपीठ दक्षिण काली मंदिर में रविवार को यूपी सहारनपुर के कुछ श्रद्धालु आए थे। मंदिर परिसर में गाड़ी ले जाने पर कर्मचारियों ने उनसे पर्ची कटवाने को कहा।

इस बात को लेकर उनके बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि श्रद्धालुओं ने कर्मचारियों को पीट दिया। शोर-शराबा सुनकर मंदिर के पुजारी भी एकत्रित हो गए। उन्होंने समझाने का प्रयास किया। आरोप है कि श्रद्धालुओं ने उनके साथ भी अभद्रता करते हुए हाथापाई कर दी। इसके बाद पुजारी और कर्मचारियों ने मिलकर श्रद्धालुओं को दौड़ा लिया। और लाठी डंडे से उन्हें जमकर पीटा। सूचना पर चंडी घाट चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और विवाद शांत कराया। घटना के बाद श्रद्धालु पक्ष मौके से निकल गया। मारपीट के अलग-अलग वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने दक्षिण पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से घटना के संबंध में जानकारी ली। एसओ ने बताया कि फिलहाल किसी भी पक्ष की ओर से लिखित शिकायत नहीं आई है। तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी

About विश्व भारत

Check Also

अयोध्या में 6 प्रवेश द्वारों को पर्यटन केंद्र बनाएगी योगी सरकार

अयोध्या में 6 प्रवेश द्वारों को पर्यटन केंद्र बनाएगी योगी सरकार टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक …

मस्तक पर तिलक धारण का आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्व

मस्तक पर तिलक धारण का आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्व   टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *