हम जिंदा हैं तब तक कोई भी बारामती में? विपक्ष पर जमकर बरसे DCM अजित पवार
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
मुंबई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए शरद पवार के गढ़ बारामती से रविवार (14 जुलाई) को अपने अभियान की शुरुआत की. उन्होंने महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए महायुति गठबंधन के लिए वोट मांगे. अजित पवार ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वह उन पर भरोसा करें और विपक्षियों द्वारा संविधान बदलने संबंधी फैलाई जा रही झूठी बातों पर विश्वास न करें.
अजित पवार ने कहा कि आगामी चुनावों में कुछ लोग झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश करेंगे, लेकिन इस पर विश्वास न करें. जब तक हम जिंदा हैं, कोई भी संविधान को बदलने की हिम्मत नहीं करेगा. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में वित्त विभाग संभाल रहे अजित ने हाल में शुरू की गई ‘माजी लड़की बहन योजना’ का उल्लेख किया, जिसका उद्देश्य पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करना है.
अजित ने कहा कि वह सत्ता का इस्तेमाल गरीबों, किसानों और महिलाओं के कल्याण के लिए करने में विश्वास रखते हैं. पिछले महीने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान उनके द्वारा पेश किया गया राज्य बजट इस उद्देश्य की गवाही देता है. उन्होंने कहा कि गरीबी उन्मूलन और विकास मेरी पार्टी का एजेंडा है, जबकि मेरे विरोधियों ने झूठी बातें फैलाने पर ध्यान केंद्रित किया है.
अजित ने कहा कि लड़की बहन योजना, तीन मुफ्त एलपीजी सिलेंडर, लड़कियों के लिए मुफ्त कॉलेज शिक्षा, किसानों के लिए मुफ्त बिजली और युवाओं के लिए कुशल उद्यमिता जैसे उपायों को बजट में शामिल किया गया है, जिसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित करना है. प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध से लोकसभा चुनाव के नतीजों पर पड़े प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था. ऐसे में अजित पवार ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से चीनी का एमएसपी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने का अनुरोध किया है.
उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी इस फर्जी दुष्प्रचार पर विश्वास नहीं करना चाहिए कि दूध, पाउडर और प्याज का आयात किया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अमित शाह ने मुझसे एमएसपी बढ़ोतरी की मांग पर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है. वह 21 जुलाई को पुणे आ रहे हैं, अब हमें मुंबई को दुनिया की वित्तीय राजधानी बनाना है.
बारामती से क्यों शुरू किया प्रचार अभियान?
एनसीपी कार्यकर्ताओं की रैली को संबोधित करने के लिए अजित पवार द्वारा बारामती को चुना जाना इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि इस लोकसभा सीट पर उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार को हार का सामना करना पड़ा था. सुनेत्रा इस सीट पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले से हार गई थीं. महा विकास आघाडी (एमवीए) ने लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 30 सीटों पर जीत हासिल की थी.
अजित पवार ने कहा कि चिंता मत कीजिए पूरे राज्य में रैलियां आयोजित की जाएंगी. आगामी विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को वोट दें. विपक्षी दलों पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने एनसीपी कार्यकर्ताओं से कहा कि वह चुनाव से पहले भ्रामक अभियानों पर ध्यान न दें. अजित ने कहा कि भावुक होने से विकास सुनिश्चित नहीं होगा बल्कि हमें अथक परिश्रम करना होगा.
एक और बात मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी भारत के संविधान को न तो छूएगा और न ही बदल पाएगा. रैली में प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, दिलीप वल्से पाटिल, सुनील तटकरे और धनंजय मुंडे सहित एनसीपी के कई नेता शामिल हुए.