कांवड यात्रा विवाद पर सीएम योगी को मिला बाबा रामदेव का साथ?
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
प्रयागराज।योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि इस फैसले के विरोध के पीछे राजनीति है. विरोध तो मोदी जी का भी हो रहा है. उन्होंने कहा कि हिंदू और मुसलमान सबको अपनी पहचान बतानी चाहिए.
कांवड़ विवाद पर सीएम योगी को मिला बाबा रामदेव का साथ, बोले- रहमान को पहचान बताने में
बाबा रामदेव को कोई हिचकिचाहट नहीं है।
यूपी में कांवड़ रूट पर पड़ने वाली दुकानों पर मालिक का असली नाम लगाने के सरकार के फैसले को लेकर मचा हंगामा थमता नहीं दिख रहा है. अब इस विवाद में योग गुरु बाबा रामदेव ने भी एंट्री मारी है. उन्होंने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
बाबा रामदेव ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, पूरी दुनिया की नजर भारत पर है. रामदेव को अपनी पहचान बताने में दिकत नहीं है तो रहमान को क्यों दिकत है. हिंदू और मुसलमान सबको अपनी पहचान बतानी चाहिए. हमारे ईश्वर एक हैं. किसी को अपनी पहचान बचाने में दिकत नहीं है।
बाबा रामदेव ने कांवड़ियों को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कांवड़िये भी समझदारी दिखाएं और अनुशासन बनाए रखें. मैं सनातन घर्म से आहवान करूंगा कि सनातन घर्म को अपने आचरण में घारण करें. हमें अपने आचरण से परिचय देना चाहिए.
बाबा रामदेव यहीं नहीं रुके. उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ के इस फैसले को लेकर हो रहे विरोध पर भी खुलकर बात की. बाबा रामदेव ने कहा कि इस फैसले के विरोध के पीछे राजनीति है. विरोध तो मोदी जी का भी हो रहा है. विरोधी कहते हैं कि उनसे संविधान को खतरा है.
कहां से शुरू हुआ विवाद?
इस पूरे विवाद की शुरुआत यूपी सरकार के उस आदेश से हुआ, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ रूट पर पड़ने वाली सभी दुकानों, रेस्टोरेंट, होटल, ढाबा और ठेले वालों को आदेश दिया है कि वे अपना नाम अपनी दुकान के आगे लिखें. ताकि कावड़ यात्रा करने वाले यह जान सकें कि वह किस दुकान से सामान खरीद रहें हैं. दुकान के मालिक के लिए अपनी पहचान बताना भी अनिवार्य होगा. इसके अलावा रेट लिस्ट लगाने को भी कहा गया है।