विवाह पूर्व अनैतिक शारीरिक संबंध नुकसानदेह
भारतीय आयुर्मनोविज्ञान के अनुसार जोस जवानी और नशापान की हालत में शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने के अनेकानेक संभावित नुकसान हो सकते हैं, जिनमें यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) और अवांछित गर्भधारण का या गर्भपात का खतरा बनता है. क्योंकि विवाह पूर्व शारीरिक संबंध की वजह से गर्भाशय मे ही बहुमूल्य सुक्राणू कुचल कुचलकर मर जाते हैं. और भविष्य में शेष कमजोर सुक्राणुओं की वजह से विकलांग संतान होने का खतरा है. अनैतिक शारीरिक संबंध से भावनात्मक और मानसिक तनाव बढता है. जिन्दगी सक और संदेह के दायरे मे मानसिक तनाव मे जीना पड सकता है. क्योंकि भावी शारीरिक संबंधों की गुणवत्ता में कमी शामिल है. इसके अतिरिक्त, कुछ लोगों को अपराधबोध, लज्जा शर्म या पछतावे की भावना का अनुभव होते रहता है. खासकर यदि रिश्ता लंबे समय तक न चले तो मानसिक उन्माद का खतरा है .
यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) और अवांछित गर्भधारण से उत्पन्न टीबी तपेदिक, एड्स, गर्भाशय कैंसर और रक्तकैंसर का खतरा उत्पन्न हो है.
शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने से एसटीआई और अवांछित गर्भधारण का खतरा बढ़ जाता है, खासकर यदि सुरक्षा उपायों का उपयोग न किया जाए तो भावनात्मक और मानसिक तनाव घ्रणा और नफरत का बढना तय है.
शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने से भावनात्मक और मानसिक तनाव हो सकता है,
शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने से संबंधों की गुणवत्ता में कमी आ सकती है, जैसे कि विश्वास और समझ में कमी.
पछतावा हाथ लगता है.
कुछ लोगों को शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने पर वैवाहिक जीवन तबाह हो सकता है.
खासकर यदि वे धार्मिक या सांस्कृतिक मान्यताओं के कारण ऐसा करने में सहज न हो तो भविष्य मे पश्चात ही हाथ लगता है.
कुछ सभ्य और विद्धान समाजों में शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाना स्वीकार्य नहीं माना जाता है, और इससे सामाजिक बहिष्कार या कलंक नफरत और आत्मग्लानि का सामना करना पड़ सकता है.
शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने से रिश्ते के टूटने का खतरा बढ़ सकता है, खासकर यदि भावनात्मक बंधन मजबूत न हो या यदि कोई एक साथी रिश्ते से संतुष्ट न हो तो जिन्दगी भर कलह वाद विवाद और घरेलू हिंसा का शिकार होना पड सकता है .
शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने के कई संभावित नुकसान हैं, जिनमें एसटीआई और अवांछित गर्भधारण का खतरा, भावनात्मक और मानसिक तनाव, और संबंधों की गुणवत्ता में कमी शामिल है. यह महत्वपूर्ण है कि जोड़े इन संभावित जोखिमों और लाभों पर सावधानीपूर्वक विचार करें और अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेना उचित है.