भारी मात्रा में हथियार बरामद : कैंप खाली कर भागे नक्सली
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। लगातार खुफिया इनपुट्स और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से सुरक्षाबलों ने जंगलों में दबिश देकर भारी मात्रा में हथियार और बारूद बरामद किया। जांच में यह पुष्टि हुई कि यह हथियार माओवादी गतिविधियों में इस्तेमाल होते थे। इस कार्रवाई ने न केवल सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी माओवादी दहशत से राहत की उम्मीद जगा दी है।
महुआ मोइत्रा को रायपुर की माना पुलिस कर सकती है गिरफ्तार महीनों की तैयारी के बाद चला ऑपरेशन सूत्रों के मुताबिक, यह अभियान कई महीनों की तैयारी और खुफिया सूचनाओं पर आधारित था। सुरक्षाबलों को जानकारी मिली थी कि नारायणपुर के गहरे जंगलों में माओवादी अपने ठिकानों पर हथियार जमा कर रहे हैं। इसके बाद विशेष टीम गठित की गई और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से अभियान को अंतिम रूप दिया गया। तय समय पर सुरक्षाबलों ने घने जंगलों में दबिश दी और माओवादी कैंपों को निशाना बनाया। हथियार और बारूद का जखीरा बरामद
रायपुर में हो रही बारिश, दिनभर के लिए मौसम अलर्ट जांच के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों को LMG (लाइट मशीन गन), SLR (सेल्फ लोडिंग राइफल), बंदूकें और बड़ी मात्रा में बारूद बरामद हुआ। अधिकारियों का कहना है कि यह सभी हथियार माओवादी अपने हमलों और घात लगाकर किए जाने वाले हमलों में इस्तेमाल करते थे। इतनी बड़ी मात्रा में हथियार बरामद होना सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता है, क्योंकि इससे माओवादियों की ताकत पर सीधा असर पड़ेगा। माओवादी कैंप छोड़कर भागे अभियान की भनक लगते ही कई माओवादी अपने कैंप खाली कर जंगलों से भाग निकले। पुलिस का कहना है कि अचानक दबिश दिए जाने की वजह से वे अपने हथियार पीछे छोड़ने को मजबूर हो गए। इससे साफ है कि माओवादी अब दबाव में आ गए हैं और उनका संगठन धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। – पत्नी को गर्म लोहे से दागा, दहेज के लिए प्रताड़ित करने वाला पति अरेस्ट अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था ऑपरेशन के बाद स्थानीय प्रशासन ने गांवों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं। ताकि माओवादी दुबारा ग्रामीणों पर दबाव न बना सकें और गांवों में भय का माहौल खत्म हो। अधिकारियों का कहना है कि अब गांवों को माओवादी प्रभाव से मुक्त करने की दिशा में तेजी से काम किया जाएगा। ग्रामीणों का आभार और विश्वास कार्रवाई के बाद जब सुरक्षाबल गांवों में पहुंचे तो ग्राम सभाओं में ग्रामीणों ने खुलकर उनका आभार व्यक्त किया। ग्रामीणों का कहना था कि लंबे समय से वे माओवादियों के दबाव और भय में जी रहे थे। अब सुरक्षाबलों की मौजूदगी से उन्हें शांति और सुरक्षा का एहसास हो रहा है।
दीदी के गोठ रेडियो कार्यक्रम का शुभारंभ आज क्षेत्र में शांति की उम्मीद नारायणपुर में हुए इस सफल अभियान ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि माओवादी गतिविधियों को जड़ से खत्म करने के लिए सुरक्षाबल पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। भारी मात्रा में हथियार बरामद होना न केवल माओवादियों की शक्ति को कमजोर करेगा, बल्कि ग्रामीणों के बीच विश्वास और शांति का माहौल भी बनाएगा। अधिकारियों का मानना है कि इस तरह की लगातार कार्रवाई से आने वाले समय में क्षेत्र पूरी तरह से माओवादी प्रभाव से मुक्त हो सकेगा।