2 करोड भक्तों के हर हर महादेव और जय जय श्रीराम के नारों से गुंज उठा गंगासागर दीप
टेकचंद्र सनोडिया शास्त्री: सह-संपादक रिपोर्ट
कोलकाता। माघ मकर संक्रांति पर्व पर देे के कोने कोने से तथा विदेशों से भी गंगासागर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का हुकुम उमड पडा। भागीरथ गंगातट भूतनाथ बाबूघाट-आउटराम घाट,कागदीप घाट तथा 24 परगना गंगासागर दीप हर हर महादेव और जय जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा है।कोलकाता हावडा जंक्शन के अलावा सियालदाह जंक्शन और और कोलकाता को जुडने वाले सभी हाइवे मार्गों से जुडने वाले भी महामार्गों से वाहनों पर सवार श्रद्धालुओं का जत्था की भारी संख्या भीड उमड पडी।
सर्वप्रथम हजारों नागाओं ने शाही स्नान किया गंगासागर स्नान का यह दृश्य देखते ही बनता था?
देश-दुनिया से पहुंचे लाखों तीर्थयात्री मोक्ष की कामना लिए गंगासागर पुण्य की डुबकी लगाई इस दौरान प्रशासन ने किए कड़े इंतजाम किये है
मकर संक्रांति के स्नान को लेकर प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है। कपिल मुनि मंदिर से लेकर सागर तट तक सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। नौसेना एनडीआरएफ एसडीआरएफ और तटरक्षक बल के जवानों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। पुलिस कर्मियों की संख्या बढाकर 14000 कर दी गई है। इसके अलावा आपदा प्रबंधन व सिविल डिफेंस के 2400 जवान भी मोर्चा संभाले हुए है।
देश-दुनिया से पहुंचे लाखों तीर्थयात्री मोक्ष की कामना लिए गंगासागर में लगाई पुण्य डुबकी।
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर लाखों तीर्थयात्री मोक्ष की कामना लिए पं वंगाल प्रशासन ने अभी तक करीबन डेढ से दो करोड तीर्थयात्रियों के पुण्य स्नान करने का किया दावा किया है?
विशाल श्रेष्ठ, गंगासागर। पतित पावनी गंगा और सिंधु नरेश के मिलन स्थल पर सोमवार को मकर संक्रांति के पावन अवसर पर लाखों तीर्थयात्री मोक्ष की कामना लिए पुण्य डुबकी लगाया। भारी तकलीफें उठाकर देश-दुनिया के सुदूर क्षेत्रों से गंगासागर पहुंचे तीर्थयात्री अब सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस बीच गंगासागर मेले के आयोजन का दायित्व प्राप्त बंगाल के खेल मंत्री अरूप विश्वास ने रविवार दोपहर 12 बजे तक लगभग एक करोड लोगों के पुण्य स्नान किया है।
मकर संक्रांति के स्नान को लेकर प्रशासन पूरी तरह से पहले से ही सक्रिय हो गया है। कपिल मुनि मंदिर से लेकर सागर तट तक सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। नौसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और तटरक्षी बल के जवानों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। पुलिस कर्मियों की संख्या बढाकर 14,000 कर दी गई है। इसके अलावा आपदा प्रबंधन व सिविल डिफेंस के 2,400 जवान भी मोर्चा संभाले हुए हैं।
गंगासागर के चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर
पुण्य स्नान के दौरान 1,150 सीसीटीवी कैमरों से गंगासागर के चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर रखी गई है। भीड़ को संभालने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। कपिल मुनि मंदिर के पुरोहित मकर संक्रांति पर विशेष पूजा-अर्चना की तैयारियों में जुटे हुए हैं। सागर तट पर गोदान करने वाले पंडितों का जमावड़ा लग गया है। नगा संन्यासियों ने भी डेरा डाल रखा है। गंगासागर में स्नान करने वालों पं वंगाल,उडीसा, असम और छत्तीसगढ राज्य की महिलाओं की संख्या अधिक बतलाई जा रही है।
कपिल मुनि मंदिर के महंत ज्ञान दास जी महाराज के उत्तराधिकारी संजय दास के अनुसार पुण्य स्नान की अवधि 15 जनवरी को प्रात: 9.13 बजे से रात 12 बजे तक की है, हालांकि इसका प्रभाव आठ घंटे पहले से शुरू होकर 16 घंटे बाद तक बना रहेगा। शाही स्नान करनेवालों में मकर संक्रांति की पूर्व संध्या में नांगा साधुओं की अधिक भीड रही
गंगासागर आ रहे दो तीर्थयात्रियों की मौत
पुण्य स्नान करने गंगासागर आ रहे दो यात्रियों की रास्ते में मौत हो गई। मृतकों की शिनाख्त मोहन लाल प्रजापत (59) और चंद्रपाल (51) के रूप में हुई है। मोहन लाल राजस्थान और चंद्रपाल दिल्ली के रहने वाले थे। 3 और तीर्थयात्रियों को एयर एंबुलेंस से कोलकाता के अस्पतालों में भेजा गया
गंगासागर में बीमार पड़े तीन और तीर्थयात्रियों को रविवार को एयर एंबुलेंस से कोलकाता के अस्पतालों में भेजा गया है। उनके नाम बृजलाल (48), मन नारायण मेहता (60) औऱ भूपेंदर कुमार (37) हैं। बृजलाल उत्तर प्रदेश के सीतापुर, मन नारायण झारखंड के रामगढ औऱ भूपेंदर बिहार के रहने वाले हैं।अब तक सात तीर्थयात्रियों को एयरलिफ्ट करके कोलकाता के अस्पतालों में भेजा जा चुका है।
पुरी के शंकराचार्य किया शाही स्नान
पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज रविवार प्रात: आठ बजे अपने 500 अनुयायियों के साथ शाही स्नान किया। राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस, कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय समेत कई मंत्री, प्रशासन व पुलिस के शीर्ष अधिकारियों समेत कई वीवीआइपी भी पुण्य डुबकी लगाएंगे।